"कहावत लोकोक्ति मुहावरे-छ": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
छो (Text replace - "class="wikitable"" to "class="bharattable"")
No edit summary
पंक्ति 33: पंक्ति 33:
अर्थ - किसी के दोष का फल दूसरा भोगे।
अर्थ - किसी के दोष का फल दूसरा भोगे।
|-
|-
|7- छुरी खरबूजे पर गिरे या खरबूजा छुरी पर एक ही बात है।
|7- छुरी खरबूजे पर गिरे या ख़रबूज़ा छुरी पर एक ही बात है।
|
|
अर्थ - दोनों तरह से हानि।
अर्थ - दोनों तरह से हानि।

10:41, 5 फ़रवरी 2011 का अवतरण

कहावत लोकोक्ति मुहावरे वर्णमाला क्रमानुसार खोजें

                              अं                                                                                              क्ष    त्र    श्र
कहावत लोकोक्ति मुहावरे अर्थ

1- छोड़ै खाद जोत गहराई,
फिर खेती का मजा दिखाई।

अर्थ - खाद छोड़कर खेत की गहरी जोत कर दी जाय तो खेती को बड़ा लाभ पहुँचता है।

2- छछूँदर के सिर में चमेली का तेल।

अर्थ - अयोग्य व्यक्ति को अच्छी चीज़ देना।

3- छाज (सूप) बोले तो बोले,

छलनी भी बोले जिसमें हजार छेद।

अर्थ - अपने अवगुणों को न देखकर दूसरों की आलोचना करने वाला।

4- छलनी कहे सूईं से तेरे पेट में छेद।

अर्थ - अपने अवगुणों को न देखकर दूसरों की आलोचना करने वाला।

5- छटांक चून चौबारे रसोई।

अर्थ - मिथ्या और आडंबर।

6- छीकें कोई, नाक कटावे कोई।

अर्थ - किसी के दोष का फल दूसरा भोगे।

7- छुरी खरबूजे पर गिरे या ख़रबूज़ा छुरी पर एक ही बात है।

अर्थ - दोनों तरह से हानि।

8- छोटा मुँह बड़ी बात।

अर्थ - अपनी योग्यता से बढ़कर बात करना।

9- छोटे मियाँ तो छोटे मियाँ, बड़े मियाँ सुभानल्लाह।

अर्थ - छोटे से बड़ा, अवगुणों में भारी।

10- छक्का-पंजा भूलना।

अर्थ - कुछ भी याद न रहना।

11- छक्के छूटना।

अर्थ - बुद्धि चकरा जाना।

12- छठी का दूध याद आना।

अर्थ - संकट में पिछले सुख की याद आना।

13- छप्पर फाड़कर देना।

अर्थ - बिना परिश्रम के एकदम से अधिक लाभ प्राप्त होना।

14- छाँह न छूने देना।

अर्थ - पास तक न आने देना।

15- छाती छलनी हो जाना।

अर्थ - लगातार दु:ख आते रहना।

16- छाती पर पत्थर रखना।

अर्थ - चुपचाप सहना।

17- छाती पर मूँग दलना।

अर्थ - बहुत कष्ट देना।

18- छाती पर साँप लोटना।

अर्थ - ईर्ष्या होना।

19- छूमंतर होना।

अर्थ - गायब हो जाना।