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([[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]]:Aluminium) ऐलुमिनियम का प्रतीकानुसार 'AI' तथा [[परमाणु संख्या]] 13 होती है। ऐलुमिनियम का [[परमाणु भार]] 26.98 होता है। ऐलुमिनियम का [[इलेक्ट्रॉनिक विन्यास]] 1s<sup>2</sup>, 2s<sup>2</sup> 2p<sup>6</sup>, 3s<sup>1</sup> है। लैटिन भाषा के शब्द ऐल्यूमेन और [[अंग्रेजी]] के शब्द ऐलम का अर्थ फिटकरी है।  
([[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]]:Aluminium) ऐलुमिनियम एक  रासायनिक [[तत्त्व]] है जो धातुरूप में पाया जाता है। ऐलुमिनियम का संकेत '''AI''' तथा [[परमाणु संख्या]] 13 होती है। ऐलुमिनियम का [[परमाणु भार]] 26.98 होता है। ऐलुमिनियम का [[इलेक्ट्रॉनिक विन्यास]] 1s<sup>2</sup>, 2s<sup>2</sup> 2p<sup>6</sup>, 3s<sup>1</sup> है।  
 
==नामकरण==
लैटिन भाषा के शब्द '''ऐल्यूमेन''' और [[अंग्रेजी]] के शब्द 'ऐलम' का अर्थ फिटकरी है। इस फिटकरी में से जो धातु पृथक की जा सकी, उसका नाम ऐल्यूमिनियम पड़ा।
==प्राप्ति==  
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*प्रकृति में ऐलुमिनियम स्वतंत्र अवस्था में नहीं पाया जाता है, लेकिन इसके [[यौगिक]] काफ़ी मात्रा में मिलते हैं। संयुक्त अवस्था में यह [[धातु]] विभिन्न अयस्कों के रूप में पायी जाती हैं।  
*प्रकृति में ऐलुमिनियम स्वतंत्र अवस्था में नहीं पाया जाता है, लेकिन इसके [[यौगिक]] काफ़ी मात्रा में मिलते हैं। संयुक्त अवस्था में यह [[धातु]] विभिन्न अयस्कों के रूप में पायी जाती हैं।  
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*ऐलुमिनियम बॉक्साइट, कोरंडम, डायस्पोर, फेलस्पार, अबरख, काओलीन, क्रायोलाइट आदि रूपों में मिलता है।
*ऐलुमिनियम बॉक्साइट, कोरंडम, डायस्पोर, फेलस्पार, अबरख, काओलीन, क्रायोलाइट आदि रूपों में मिलता है।
*ऐलुमिनियम भू-पर्पटी में सबसे अधिक पाया जाने वाला धातु है। [[ऑक्सीजन]] और [[सिलिकॉन]] के बाद सबसे अधिक पाया जाने वाला यह तीसरा [[तत्त्व]] है।
*ऐलुमिनियम भू-पर्पटी में सबसे अधिक पाया जाने वाला धातु है। [[ऑक्सीजन]] और [[सिलिकॉन]] के बाद सबसे अधिक पाया जाने वाला यह तीसरा [[तत्त्व]] है।
==निष्कर्षण==  
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*औद्योगिक रूप में ऐलुमिनियम बॉक्साइट से प्राप्त किया जाता है।  
*औद्योगिक रूप में ऐलुमिनियम बॉक्साइट से प्राप्त किया जाता है।  
*बॉक्साइट (Al<sub>2</sub>O<sub>3</sub>.2H<sub>2</sub>O) ऐलुमिनियम का मुख्य अयस्क है, जो ऐलुमिनियम के जलयोजित ऑक्साइड के रूप में पाया जाता है। चूँकि यह अयस्क सर्वप्रथम फ्रांस के बॉक्स नामक स्थान पर पाया गया था, इसलिए इस अयस्क का नाम बॉक्साइट रखा गया।  
*बॉक्साइट (Al<sub>2</sub>O<sub>3</sub>.2H<sub>2</sub>O) ऐलुमिनियम का मुख्य अयस्क है, जो ऐलुमिनियम के जलयोजित ऑक्साइड के रूप में पाया जाता है। चूँकि यह अयस्क सर्वप्रथम [[फ्रांस]] के बॉक्स नामक स्थान पर पाया गया था, इसलिए इस अयस्क का नाम बॉक्साइट रखा गया।  
*ऐलुमिनियम धातु का निष्कर्षण मुख्यतः बॉक्साइट अयस्क से विद्युत अपघटन विधि द्वारा किया जाता है। बॉक्साइट का रासायनिक नाम हाइड्रेटेड एलुमिना है। बॉक्साइट के वैद्युत अपघटन में क्रायोलाइट (3NaF.AlF<sub>3</sub>) का उपयोग बॉक्साइट को कम ताप पर घुलने हेतु किया जाता है।  
*ऐलुमिनियम धातु का निष्कर्षण मुख्यतः बॉक्साइट अयस्क से विद्युत अपघटन विधि द्वारा किया जाता है। बॉक्साइट का रासायनिक नाम हाइड्रेटेड एलुमिना है। बॉक्साइट के वैद्युत अपघटन में क्रायोलाइट (3NaF.AlF<sub>3</sub>) का उपयोग बॉक्साइट को कम ताप पर घुलने हेतु किया जाता है।  
*बॉक्साइट अयस्क [[बिहार]], [[उड़ीसा]], [[मध्य प्रदेश]] में पाया जाता है। [[भारत]] में ऐल्युमिनियम कार्पोरेशन ऑफ़ इण्डिया, इण्डियन ऐलुमिनियम कम्पनी आदि इसके प्रमुख निष्कर्षण केन्द्र हैं।  
*बॉक्साइट अयस्क [[बिहार]], [[उड़ीसा]], [[मध्य प्रदेश]] में पाया जाता है। [[भारत]] में ऐल्युमिनियम कार्पोरेशन ऑफ़ इण्डिया, इण्डियन ऐलुमिनियम कम्पनी आदि इसके प्रमुख निष्कर्षण केन्द्र हैं।  
==भौतिक गुण==  
==भौतिक गुण==  
*ऐलुमिनियम [[चाँदी]] के समान चमकीली धातु है।  
*ऐलुमिनियम [[चाँदी]] के समान चमकीली धातु है।  
*ऐलुमिनियम का [[द्रवणांक]] 659.80 C, [[क्वथनांक]] 22000 C, तथा विशिष्ट [[गुरुत्व]] 2.7 होता है।  
*ऐलुमिनियम का [[द्रवणांक]] 659.C, [[क्वथनांक]] 2200° C, तथा विशिष्ट [[गुरुत्व]] 2.7 होता है।  
*ऐलुमिनियम आघातवर्ध्य तथा तन्य [[धातु]] है।
*ऐलुमिनियम आघातवर्ध्य तथा तन्य [[धातु]] है।
*ऐलुमिनियम चाँदी के समान [[सफ़ेद रंग|सफ़ेद]] धातु होती है लेकिन अपद्रव्यो की उपस्थिति के कारण ऐलुमिनियम का [[रंग]] कुछ [[नीला रंग|नीला]] होता है।  
*ऐलुमिनियम चाँदी के समान [[सफ़ेद रंग|सफ़ेद]] धातु होती है लेकिन अपद्रव्यो की उपस्थिति के कारण ऐलुमिनियम का [[रंग]] कुछ [[नीला रंग|नीला]] होता है।  
*ऐलुमिनियम [[ऊष्मा]] व [[विद्युत]] की सुचालक है व अन्य धातुओं के साथ उपयोगी [[मिश्रधातु]] जैसे- [[मैग्नेशियम]] (ऐलुमिनियम+मैग्नीशियम) निकेलॉय (निकिल+ऐलुमिनियम +[[तांबा]]), वाई मिश्रधातु (ऐलुमिनियम +तांबा+निकिल+मैग्नीशियम) आदि बनाती है।  
*ऐलुमिनियम [[ऊष्मा]] व [[विद्युत]] की सुचालक है व अन्य धातुओं के साथ उपयोगी [[मिश्रधातु]] जैसे- [[मैग्नेशियम]] (ऐलुमिनियम+मैग्नीशियम) निकेलॉय (निकिल+ऐलुमिनियम +[[तांबा]]), वाई मिश्रधातु (ऐलुमिनियम +तांबा+निकिल+मैग्नीशियम) आदि बनाती है।  
==रासायनिक गुण==
==रासायनिक गुण==
तनु या सान्द्र हाइड्रोक्लोरिक [[अम्ल]] में घुलकर ऐलुमिनियम [[हाइड्रोजन]] [[गैस]] देता है एवं ऐलुमिनियम क्लोराइड बनता है। तनु सल्फ्यूरिक अम्ल के साथ धीरे-धीरे प्रतिक्रिया कर यह हाइड्रोजन गैस देता है। यह सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल के साथ गर्म किये जाने पर ऐलुमिनियम सल्फेट बनता है और SO<sub>2</sub> गैस बाहर निकलती है। सोडियम हाइड्रॉक्साइड या पोटैशियम हाइड्रॉक्साइड में यह घुलकर ऐलुमिनेट [[लवण (रसायन विज्ञान)|लवण]] बनाता है, एवं H<sub>2</sub> गैस बाहर निकलती है। यह [[हैलोजन]] से संयोग कर हैलाइड बनाता है। यह [[नाइट्रोजन]] के साथ प्रतिक्रिया कर ऐलुमिनियम नाइट्राइड बनाता है।  
तनु या सान्द्र हाइड्रोक्लोरिक [[अम्ल]] में घुलकर ऐलुमिनियम [[हाइड्रोजन]] [[गैस]] देता है एवं ऐलुमिनियम क्लोराइड बनता है। तनु सल्फ्यूरिक अम्ल के साथ धीरे-धीरे प्रतिक्रिया कर यह हाइड्रोजन गैस देता है। यह सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल के साथ गर्म किये जाने पर ऐलुमिनियम सल्फेट बनता है और SO<sub>2</sub> गैस बाहर निकलती है। सोडियम हाइड्रॉक्साइड या पोटैशियम हाइड्रॉक्साइड में यह घुलकर ऐलुमिनेट [[लवण (रसायन विज्ञान)|लवण]] बनाता है, एवं H<sub>2</sub> गैस बाहर निकलती है। यह [[हैलोजन]] से संयोग कर हैलाइड बनाता है। यह [[नाइट्रोजन]] के साथ प्रतिक्रिया कर ऐलुमिनियम नाइट्राइड बनाता है।  
==उपयोग==  
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#ऐलुमिनियम तथा इसकी मिश्रधातु वायुयान, मोटर आदि बनाने में व्यवह्रत होती है।  
#ऐलुमिनियम तथा इसकी मिश्रधातु वायुयान, मोटर आदि बनाने में व्यवह्रत होती है।  
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#ऐलुमिनियम ब्रांज (ऐलुमिनियम+तांबा) से बर्तन व सिक्के बनाये जाते हैं।  
#ऐलुमिनियम ब्रांज (ऐलुमिनियम+तांबा) से बर्तन व सिक्के बनाये जाते हैं।  
#ऐलुमिनियम का अन्य उपयोग चादरें ऐलुमिनियम पाउडर, पेंट, सिगरेट व टॉफी की चमकीली पन्नी आदि बनाने में होता है।  
#ऐलुमिनियम का अन्य उपयोग चादरें ऐलुमिनियम पाउडर, पेंट, सिगरेट व टॉफी की चमकीली पन्नी आदि बनाने में होता है।  
==ऐलुमिनियम की मिश्रधातुएँ==
==ऐलुमिनियम की मिश्रधातुएँ==
ऐलुमिनियम लगभग सभी धातुओं के साथ संयुक्त होकर मिश्र धातुएँ बनाता है, जिनमें से [[ताम्र|तांबा]], [[लोहा]], [[जस्ता]], [[मैंगनीज]], [[मैग्नीशियम]], निकेल, क्रोमियम, [[सीसा]], बिसमथ और वैनेडियम मुख्य हैं। मिश्रधातुएँ दो प्रकार के काम की हैं- पिटवाँ और ढलवाँ।  
ऐलुमिनियम लगभग सभी धातुओं के साथ संयुक्त होकर मिश्र धातुएँ बनाता है, जिनमें से [[ताम्र|तांबा]], [[लोहा]], [[जस्ता]], [[मैंगनीज]], [[मैग्नीशियम]], निकेल, क्रोमियम, [[सीसा]], बिसमथ और वैनेडियम मुख्य हैं। मिश्रधातुएँ दो प्रकार के काम की हैं- पिटवाँ और ढलवाँ।  
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तांबा 8%, लोहा 1%, सिलिकन 1.2%, ऐल्यूमिनियम 89.8%  
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ताँबा 0.9%, सिलिकन 12.5%, मैगनीशियम 1.0 %, निकेल 0.9%, ऐल्यूमिनियम 84.7%
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!धातु
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05:39, 19 मार्च 2011 का अवतरण

साँचा:सूचना बक्सा एलुमिनियम (अंग्रेज़ी:Aluminium) ऐलुमिनियम एक रासायनिक तत्त्व है जो धातुरूप में पाया जाता है। ऐलुमिनियम का संकेत AI तथा परमाणु संख्या 13 होती है। ऐलुमिनियम का परमाणु भार 26.98 होता है। ऐलुमिनियम का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 1s2, 2s2 2p6, 3s1 है।

नामकरण

लैटिन भाषा के शब्द ऐल्यूमेन और अंग्रेजी के शब्द 'ऐलम' का अर्थ फिटकरी है। इस फिटकरी में से जो धातु पृथक की जा सकी, उसका नाम ऐल्यूमिनियम पड़ा।

प्राप्ति

  • प्रकृति में ऐलुमिनियम स्वतंत्र अवस्था में नहीं पाया जाता है, लेकिन इसके यौगिक काफ़ी मात्रा में मिलते हैं। संयुक्त अवस्था में यह धातु विभिन्न अयस्कों के रूप में पायी जाती हैं।
  • ऐलुमिनियम के मुख्य खनिज, बॉक्साइट, ऐभ्रो, फेलस्पार, लापिस, लाजुली, क्रामोलाइट, ऐलुनाइट, नीलम आदि हैं।
  • ऐलुमिनियम बॉक्साइट, कोरंडम, डायस्पोर, फेलस्पार, अबरख, काओलीन, क्रायोलाइट आदि रूपों में मिलता है।
  • ऐलुमिनियम भू-पर्पटी में सबसे अधिक पाया जाने वाला धातु है। ऑक्सीजन और सिलिकॉन के बाद सबसे अधिक पाया जाने वाला यह तीसरा तत्त्व है।

निष्कर्षण

  • औद्योगिक रूप में ऐलुमिनियम बॉक्साइट से प्राप्त किया जाता है।
  • बॉक्साइट (Al2O3.2H2O) ऐलुमिनियम का मुख्य अयस्क है, जो ऐलुमिनियम के जलयोजित ऑक्साइड के रूप में पाया जाता है। चूँकि यह अयस्क सर्वप्रथम फ्रांस के बॉक्स नामक स्थान पर पाया गया था, इसलिए इस अयस्क का नाम बॉक्साइट रखा गया।
  • ऐलुमिनियम धातु का निष्कर्षण मुख्यतः बॉक्साइट अयस्क से विद्युत अपघटन विधि द्वारा किया जाता है। बॉक्साइट का रासायनिक नाम हाइड्रेटेड एलुमिना है। बॉक्साइट के वैद्युत अपघटन में क्रायोलाइट (3NaF.AlF3) का उपयोग बॉक्साइट को कम ताप पर घुलने हेतु किया जाता है।
  • बॉक्साइट अयस्क बिहार, उड़ीसा, मध्य प्रदेश में पाया जाता है। भारत में ऐल्युमिनियम कार्पोरेशन ऑफ़ इण्डिया, इण्डियन ऐलुमिनियम कम्पनी आदि इसके प्रमुख निष्कर्षण केन्द्र हैं।

भौतिक गुण

  • ऐलुमिनियम चाँदी के समान चमकीली धातु है।
  • ऐलुमिनियम का द्रवणांक 659.8° C, क्वथनांक 2200° C, तथा विशिष्ट गुरुत्व 2.7 होता है।
  • ऐलुमिनियम आघातवर्ध्य तथा तन्य धातु है।
  • ऐलुमिनियम चाँदी के समान सफ़ेद धातु होती है लेकिन अपद्रव्यो की उपस्थिति के कारण ऐलुमिनियम का रंग कुछ नीला होता है।
  • ऐलुमिनियम ऊष्माविद्युत की सुचालक है व अन्य धातुओं के साथ उपयोगी मिश्रधातु जैसे- मैग्नेशियम (ऐलुमिनियम+मैग्नीशियम) निकेलॉय (निकिल+ऐलुमिनियम +तांबा), वाई मिश्रधातु (ऐलुमिनियम +तांबा+निकिल+मैग्नीशियम) आदि बनाती है।

रासायनिक गुण

तनु या सान्द्र हाइड्रोक्लोरिक अम्ल में घुलकर ऐलुमिनियम हाइड्रोजन गैस देता है एवं ऐलुमिनियम क्लोराइड बनता है। तनु सल्फ्यूरिक अम्ल के साथ धीरे-धीरे प्रतिक्रिया कर यह हाइड्रोजन गैस देता है। यह सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल के साथ गर्म किये जाने पर ऐलुमिनियम सल्फेट बनता है और SO2 गैस बाहर निकलती है। सोडियम हाइड्रॉक्साइड या पोटैशियम हाइड्रॉक्साइड में यह घुलकर ऐलुमिनेट लवण बनाता है, एवं H2 गैस बाहर निकलती है। यह हैलोजन से संयोग कर हैलाइड बनाता है। यह नाइट्रोजन के साथ प्रतिक्रिया कर ऐलुमिनियम नाइट्राइड बनाता है।

उपयोग

  1. ऐलुमिनियम तथा इसकी मिश्रधातु वायुयान, मोटर आदि बनाने में व्यवह्रत होती है।
  2. ऐलुमिनियम घरेलू बर्तन बनाने में प्रयुक्त होता है।
  3. ऐलुमिनियम के तार विद्युत संचालन में प्रयुक्त होते हैं।
  4. लोहा (Fe), मैंगनीज (Mn) आदि धातुओं के ऑक्साइडों को धातु में अवकृत करने में यह प्रयुक्त होता है।
  5. इन मिश्र धातुओं में वाई मिश्रधातु, मैग्नेलियम का प्रयोग वायुयान आदि बनाने में किया जाता है।
  6. ऐलुमिनियम ब्रांज (ऐलुमिनियम+तांबा) से बर्तन व सिक्के बनाये जाते हैं।
  7. ऐलुमिनियम का अन्य उपयोग चादरें ऐलुमिनियम पाउडर, पेंट, सिगरेट व टॉफी की चमकीली पन्नी आदि बनाने में होता है।

ऐलुमिनियम की मिश्रधातुएँ

ऐलुमिनियम लगभग सभी धातुओं के साथ संयुक्त होकर मिश्र धातुएँ बनाता है, जिनमें से तांबा, लोहा, जस्ता, मैंगनीज, मैग्नीशियम, निकेल, क्रोमियम, सीसा, बिसमथ और वैनेडियम मुख्य हैं। मिश्रधातुएँ दो प्रकार के काम की हैं- पिटवाँ और ढलवाँ।

ढलवाँ

तांबा 8%, लोहा 1%, सिलिकॉन 1.2%, ऐल्यूमिनियम 89.8% ।

पिटवाँ

ताँबा 0.9%, सिलिकॉन 12.5%, मैगनीशियम 1.0 %, निकेल 0.9%, ऐल्यूमिनियम 84.7%।

धातु प्रतिशत निर्माण
ऐलुमिनियम ब्रांज Cu (90%), Al (10%) बरतन, सिक्का आदि
मैग्नेलियम Mg (2%), Al (95-96%), Cu-Fe (2- 3%) वायुयान
निकेलॉय Al (95%), Cu (4%), Ni (1%) वायुयान
ड्यूरेलुमिन Cu (4%), Mn (0.5%), Mg (0.4%), Al (95%) प्रेशर कुकर वायुयान आदि

ऐलुमिनियम के यौगिक

ऐलुमिनियम क्लोराइड

ऐलुमिनियम क्लोराइड का उपयोग उत्प्रेरक के रूप में फ्रिडल क्राफ्ट प्रतिक्रिया में व्यापक तौर पर होता है। यह गैसोलिन के उत्पादन में भी उत्प्रेरक के रूप में प्रयुक्त होता है। पेट्रोलियम के भंजन में अनार्द्र ऐलुमिनियम क्लोराइड का प्रयोग होता है।

ऐलुमिना

ऐलुमिना प्रकृति में बॉक्साइट, कोरंडम, नीलम आदि कई रूपों में पाया जाता है। बड़े पैमाने पर यह बॉक्साइट अयस्क से तैयार किया जाता है। यह सफ़ेद तथा बेरवेदार चूर्ण होता है, जो जल में घुलनशील है। यह एक उभयधर्मी ऑक्साइड है। अतः यह अम्ल और क्षार दोनों से प्रतिक्रिया करता है। इसका उपयोग कृत्रिम रत्न बनाने में, ऐलुमिनियम धातु बनाने में, ऐलुमिनियम के अन्य लवणों के निर्माण में, उत्प्रेरक के रूप में तथा भट्ठियों में अस्तर लगाने के काम में होता है।

पोटाश एलम

पोटाश एलम का रासायनिक नाम पोटैशियम ऐलुमिनियम सल्फेट होता है। पोटाश एलम का रासायनिक सूत्र K2SO4. Al2(SO4)3.24H2O होता है। यह एक द्विक लवण है। इसका उपयोग रक्त प्रवाह रोकने में, कागज़ एवं चमड़ा उद्योग में, जल को मृदु बनाने आदि में होता है।

ऐलुमिनियम कार्बाइड

ऐलुमिनियम कार्बाइड (Al4C3) को मिथेनाइड कहते हैं। ऐलुमिनियम कार्बाइड पर जल की प्रतिक्रिया से मिथेन गैस बनती है।

ऐलुमिनियम हाइड्रॉक्साइड

कपड़ों को अदाहय बनाने तथा जलरोधी कपड़े तैयार करने में ऐलुमिनियम हाइड्रॉक्साइड [Al(OH)3] का प्रयोग किया जाता है।

ऐलुमिनियम सल्फेट

Al2(SO4)318H2O को हेयर सॉल्ट कहते हैं। ऐलुमिनियम सल्फेट [Al2(SO4)3] का प्रयोग कपड़ों की छपाई और रंगाई में रंगबंधक के रूप में किया जाता है। इसका उपयोग फिटकरी बनाने में भी होता है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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