"शत्रु साल रासो": अवतरणों में अंतर
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*इस काव्य रचना में बूंदी के राव 'शत्रुसाल' का जीवनवृत्त वर्णित किया गया है। | *इस काव्य रचना में बूंदी के राव 'शत्रुसाल' का जीवनवृत्त वर्णित किया गया है।<ref>{{cite web |url=http://knowhindi.blogspot.com/2011/02/blog-post_4165.html |title=रासो काव्य : वीरगाथायें|accessmonthday=15 मई|accessyear=2011|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= |language=हिन्दी}}</ref> | ||
13:47, 30 मई 2011 का अवतरण
- शत्रु साल रासो ग्रंथ के रचयिता 'डूंगरसी कवि' हैं।।
- इनका रचना काल सं. 1710 माना गया है।
- इस काव्य में छंद संख्या लगभग 500 है।
- इस काव्य रचना में बूंदी के राव 'शत्रुसाल' का जीवनवृत्त वर्णित किया गया है।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ रासो काव्य : वीरगाथायें (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 15 मई, 2011।