"कहावत लोकोक्ति मुहावरे-आ": अवतरणों में अंतर

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|3- आद्रा में जौ बोवै साठी।  
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दु:खै मारि निकारै लाठी।।
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अर्थ - जो किसान आद्रा नक्षत्र में धान बोता है वह दु:ख को लाठी मारकर भगा देता है।
अर्थ - जो किसान आद्रा नक्षत्र में धान बोता है वह दु:ख को लाठी मारकर भगा देता है।

09:14, 8 अगस्त 2011 का अवतरण

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कहावत लोकोक्ति मुहावरे अर्थ

1-आसमान से गिरा खजूर में अटका।

अर्थ - एक मुसीबत से निकलकर दूसरी मुसीबत में फंस जाना।

2- आसाढ़ी पूनो दिना, गाज बीजु बरसंत।

नासे लच्छन काल का, आनंद मानो सत।।

अर्थ - आषाढ़ की पूर्णिमा को यदि बादल गरजें, बिजली चमके और पानी बरसे तो वह वर्ष बहुत सुख से बीतेगा।

3- आद्रा में जौ बोवै साठी।

दु:खै मारि निकारै लाठी।।

अर्थ - जो किसान आद्रा नक्षत्र में धान बोता है वह दु:ख को लाठी मारकर भगा देता है।

4- आद्रा बरसे पुनर्वसुजाय, दीन अन्न कोऊ न खाय।।

अर्थ - यदि आर्द्रा नक्षत्र में वर्षा हो और पुनर्वसु नक्षत्र में पानी न बरसे तो ऐसी फ़सल होगी कि कोई दिया हुआ अन्न नहीं खाएगा।

5- आस-पास रबी बीच में खरीफ।

नोन-मिर्च डाल के, खा गया हरीफ।।

अर्थ - खरीफ की फ़सल के बीच में रबी की फ़सल अच्छी नहीं होती है।

6- आँख के अंधे नाम नैनसुख

अर्थ - नाम बड़ा होना और व्यक्ति का व्यवहार और गुण उसके विपरीत होना।

7- आटे के साथ घुन भी पिसता है।

अर्थ - दोषी व्यक्ति के साथ निर्दोष व्यक्ति भी मारा जाता है।

8- आदमी–आदमी अंतर, कोई हीरा कोई कंकर।

अर्थ - हर आदमी का गुण और स्वाभाव दूसरे से भिन्न होता है्।

9- आम के आम गुठलियों के दाम

अर्थ - दोहरा लाभ होना।

10- आँख एक नहीं, कजरौटा दस-दस।

अर्थ - व्यर्थ का आडम्बर रचना।

11- आँख ओट पहाड़ ओट।

अर्थ - आँख से ओझल होने पर समझना चाहिए कि बहुत दूर हो गए।

12- आँख और कान में चार अंगुल का फ़र्क़।

अर्थ - आँखों देखी बात का विश्वास करना, कानों से सुनी बात का नहीं।

13- आँख के आगे नाक, सूझे क्या खाक।

अर्थ - आँख के आगे परदा पड़ा है तो क्या रास्ता सूझेगा।

14- आँख बची और माल दोस्तों का।

अर्थ - पलक झपकने से माल गायब हो सकता है।

15- आँख सुख कलेजे ठंडक।

अर्थ - परम शान्ति का होना।

16- आँख एक नहीं कलेजा टूक-टूक।

अर्थ - बनावटी दु:ख प्रकट करना।

17- आई तो ईद, न आई तो जुम्मेरात,

आई तो रोज़ी नहीं तो राज़ा।

अर्थ - आमदनी हुई तो मौज ही मौज, नहीं तो फाका ही सही।

18- आई मौज फ़कीर की, दिया झोपड़ा फूँक।

अर्थ - मनमौजी और विरक्त आदमी को किसी का मोह नहीं होता और ना ही किसी चीज़ की परवाह होती है ।

19- आई है जान के साथ, जाएगी जनाज़े के साथ।

अर्थ - लाइलाज बीमारी।

20- आओ-आओ घर तुम्हारा,

खाना माँगे दुश्मन हमारा।

अर्थ - झूठ-मूठ का सत्कार करना, मन ना होने पर भी आदर देना ।

21- आस्तीन का साँप।

अर्थ - विश्वासघाती मित्र।

22- आग का जला आग ही से अच्छा होता है।

अर्थ - कष्ट देने वाली वस्तु से भी कभी कभी कष्ट का निवारण हो जाता है।

23- आग खाएगा तो अंगार उगलेगा

अर्थ - बुरे काम करने का बुरा फल ही मिलता है।

24- आग बिना धुआँ नहीं।

अर्थ - हर चीज़ का कारण अवश्य ही होता है।

25- आग लगने पर कुआं खोदना।

अर्थ - आवश्यकता पड़ने पर काम करना, पहले से कुछ न करना।

26- आगे जाए घुटने टूट, पीछे देखे आँख फूटे।

अर्थ - जिधर जाएँ उधर ही मुसीबत आना।

27- आगे नाथ न पीछे पगहा।

अर्थ - किसी का भी बंधन ना होना, पूर्णत: बंधनरहित होना।

28- आज का बनिया कल का सेठ।

अर्थ - काम करते रहने से ही आदमी बड़ा हो जाता है अर्थात उन्नति करता है।

29- आज मेरी मँगनी, कल मेरा ब्याह,

टूट गई टंगड़ी, रह गया ब्याह।

अर्थ - उम्मीदें कभी कभी विफल भी हो जाती हैं।

30- आटे का चिराग, घर रखूँ तो चूहा खाए,

बाहर रखूँ तो कौआ ले जाए।

अर्थ - ऐसी वस्तु जिसे बचाने में कठिनाई हो, जिसकी रक्षा करना मुश्किल हो जाए ।

31- आठ कनौजिया नौ चूल्हे।

अर्थ - अलगाव की स्थिति होना।

32- आठ वार नौ त्योहार।

अर्थ - मौज मस्ती से भरा जीवन जीना।

33- आदमी की दवा आदमी है।

अर्थ - मनुष्य ही मनुष्य के काम आता है या मनुष्य ही मनुष्य की सहायता करते हैं।

34- आदमी को ढाई गज़ कफ़न काफ़ी है।

अर्थ - आदमी बेकार की सुख-सुविधा जुटाने में लगा रहता है, जीवन के लिए ज़रूरी ज़रूरतें तो कम ही होती हैं।

35- आदमी जाने बसे, सोना जाने कसे।

अर्थ - व्यक्ति व्यवहार से और सोना कसौटी पर कसने से पहचाना जाता है।

36- आदमी पानी का बुलबुला है।

अर्थ - मनुष्य का जीवन नाशवान है, इसीलिए यह जीवन अनमोल है।

37- आधा तीतर आधी बटेर।

अर्थ - बेमेल चीज़ों का सम्मिश्रण होना।

38- आधी छोड़ पूरी को धावे, आधी रहे ना पूरी पावे।

अर्थ - अधिक लालच करने से हानि ही होती है।

39- आप काज़ महा काज़।

अर्थ - अपना काम स्वयं करना ही अच्छा होता है।

40- आप न जावे सासुरे औरों को देय सीख।

अर्थ - स्वयं तो काम करते नहीं और दूसरों को सीख देते हैं।

41- आप पड़ोसन लड़े।

अर्थ - बिना बात ही झगड़ा करना।

42- आप भला तो जग भला।

अर्थ - भले आदमी को सब लोग भले ही मिलते हैं।

43- आप मरे जग परलय।

अर्थ - अपने मरने के बाद दुनिया में कुछ भी होता रहे।

44- आप मरे बिन स्वर्ग न जावे।

अर्थ - अपना काम स्वयं किए बिना ठीक नहीं होता।

45- आप मियाँ जी माँगते, द्वार खड़े दरवेश।

अर्थ - अपने पास कुछ भी नहीं है दूसरों की सहायता क्या करेगें।

46- आपा तजे तो हरि को भजे।

अर्थ - स्वार्थ को छोड़ने से ही परमार्थ प्राप्त होता है।

47- आब–आब कर मर गया, सिरहाने रखा पानी।

अर्थ - वस्तु के पास होने पर भी सही भाषा ना जानने से समस्या आती है।

48- आ बला गले लग, आ बैल मुझे मार।

अर्थ - बिना बात मुसीबत मोल लेना।

49- आम खाने से काम, पेड गिनने से क्या काम।

अर्थ - अपने मतलब की बात करना।

50- आए की खुशी न गए का गम।

अर्थ - हर हालात में एक जैसा ही रहना।

51- आए थे हरि भजन को ओटन लगे कपास।

अर्थ - उच्च लक्ष्य लेकर चलना पर कोई घटिया सा काम करने लगना।

52- आस-पास बरसे दिल्ली पड़ी तरसे।

अर्थ - जिसे आवश्यकता हो उसे न मिलकर किसी और को मिलना।

53- आसमान का थूका मुँह पर आता है।

अर्थ - बड़े लोगों की निंदा करने से अपनी ही बदनामी होती है।

54- आसमान से गिरा खजूर पर अटका।

अर्थ - कोई काम पूरा होते-होते रह गया, एक मुसीबत से निकले तो दूसरी मुसीबत में फंस जाना।

55- आकाश कुसुम।

अर्थ - अनहोनी बात।

56- आकाश चूमना।

अर्थ - बुलन्द होना।

57- आकाश से बातें करना।

अर्थ - बहुत ऊँचा होना।

58- आकाश पाताल एक करना।

अर्थ - कोई उपाय न छोड़ना।

59- आग पर तेल छिड़कना।

अर्थ - और भड़काना।

60- आग पर पानी डालना।

अर्थ - झगड़ा मिटाना।

61- आग पानी या आग और फूल का बैर होना।

अर्थ - स्वाभाविक शत्रुता होना।

62- आग बबूला होना।

अर्थ - बहुत गुस्सा होना।

63- आग में कूदना।

अर्थ - जान जोखिम में डालना।

64- आग लगने पर कुआँ खोदना।

अर्थ - पहले से कोई उपाय न कर रखना।

65- आग लगाकर तमाशा देखना।

अर्थ - झगड़ा पैदा करके खुश होना।

86- आसमान सिर पर उठाना।

अर्थ - बहुत हो-हल्ला मचाना।

67- आगे का पैर पीछे पड़ना।

अर्थ - क़िस्मत उलटी होना।

68- आटा गीला होना।

अर्थ - विपत्ति में पड़ना।

69- आसमान फट पड़ना।

अर्थ - अचानक आफ़त आ पड़ना।

70- आटे दाल का भाव मालूम होना।

अर्थ - दुनियादारी ज्ञात होना।

71- आठ-आठ आँसू रोना।

अर्थ - बहुत पछतावा होना।

72- आड़े आना।

अर्थ - मुसीबत में सहायता करना।

73- आड़े हाथों लेना।

अर्थ - बातों से लज्जित कर देना।

74- आधा तीतर आधा बटेर।

अर्थ - बेमेल काम।

75- आपे से बाहर होना।

अर्थ - क्रोध से अपने वश में न रहना।

76- आ बनना।

अर्थ - मुसीबत पड़ना।

77- आव न देखा ताव।

अर्थ - बिना कारण।

78- आवाज़ उठाना।

अर्थ - विरोध प्रकट करना।

79- आसन डोलना।

अर्थ - विचलित होना।

80- आसमान के तारे तोड़ना।

अर्थ - असंभव कार्य करना।

81- आसमान टूट पड़ना।

अर्थ - अचानक विपत्ति आ पड़ना।

82- आसमान पर चढ़ा देना।

अर्थ - बहुत तारीफ करना।

83- आसमान पर दिमाग होना।

अर्थ - बहुत घंमडी होना।