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अर्थ - थोड़ा  सा झूठ तो चल जाता है, जैसे दाल में नमक।
अर्थ - थोड़ा  सा झूठ तो चल जाता है, जैसे दाल में नमक।
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|15- बुरे दिनन के फेर से सुमेरू होत माटी को।
|15- दिन भर चले अढ़ाई कोस।
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अर्थ - जब बुरे दिन आते हैं तो सोना भी मिट्टी की कीमत का हो जाता है।
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|16- दिन भर चले अढ़ाई कोस।
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अर्थ - समय बहुत लगा और काम बहुत थोड़ा हुआ, धीरे धीरे काम होना।
अर्थ - समय बहुत लगा और काम बहुत थोड़ा हुआ, धीरे धीरे काम होना।
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|17- दिल्ली अभी दूर है।
|16- दिल्ली अभी दूर है।
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अर्थ - अभी सफलता में देरी है, मंज़िल अभी दूर है।
अर्थ - अभी सफलता में देरी है, मंज़िल अभी दूर है।
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|18- दीवारों के भी कान होते हैं।
|17- दीवारों के भी कान होते हैं।
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अर्थ - रहस्य  की बात गुप-चुप करनी चाहिए।
अर्थ - रहस्य  की बात गुप-चुप करनी चाहिए।
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|19- दुधारू गाय की लात सहनी पड़ती है।
|18- दुधारू गाय की लात सहनी पड़ती है।
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अर्थ - जिससे कुछ पाना हो , उसकी धौंस, डपट सहनी पड़ती है।
अर्थ - जिससे कुछ पाना हो , उसकी धौंस, डपट सहनी पड़ती है।
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|20- दुनिया का मुँह किसने पकड़ा है।
|19- दुनिया का मुँह किसने पकड़ा है।
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अर्थ - लोग निंदा–स्तुति करते रहते हैं, उन्हें रोका नहीं जा सकता ।
अर्थ - लोग निंदा–स्तुति करते रहते हैं, उन्हें रोका नहीं जा सकता ।
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|21- दुविधा में दोऊ गए, माया मिली न राम।
|20- दुविधा में दोऊ गए, माया मिली न राम।
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अर्थ - दुविधा में रहने से कुछ नहीं मिलता, करें या ना करें की स्थिति अच्छी नहीं होती।
अर्थ - दुविधा में रहने से कुछ नहीं मिलता, करें या ना करें की स्थिति अच्छी नहीं होती।
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|22- दूलहा को पत्तल नहीं, बनिये को थाल।
|21- दूलहा को पत्तल नहीं, बनिये को थाल।
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अर्थ - जिसका जो हक है वह उसे नहीं मिलता।
अर्थ - जिसका जो हक है वह उसे नहीं मिलता।
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|23- दूध का दूध पानी का पानी।
|22- दूध का दूध पानी का पानी।
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अर्थ - ठीक-ठीक न्याय मिल जाना।
अर्थ - ठीक-ठीक न्याय मिल जाना।
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|24- दूध पिलाकर साँप को पालना।
|23- दूध पिलाकर साँप को पालना।
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अर्थ - शत्रु पर उपकार करना।
अर्थ - शत्रु पर उपकार करना।
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|25- दूर के ढोल सुहावने।
|24- दूर के ढोल सुहावने।
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अर्थ - दूर से चीज़ें अच्छी लगती हैं।
अर्थ - दूर से चीज़ें अच्छी लगती हैं।
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|26- दूसरे की पत्तल, लंबा-लंबा भात।
|25- दूसरे की पत्तल, लंबा-लंबा भात।
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अर्थ - दूसरे की वस्तु अच्छी‍ लगती है।
अर्थ - दूसरे की वस्तु अच्छी‍ लगती है।
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|27- देसी कुतिया विलायती बोली।
|26- देसी कुतिया विलायती बोली।
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अर्थ - किसी की नकल में अपनापन छोड़ना।
अर्थ - किसी की नकल में अपनापन छोड़ना।
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|28- देह धरे का दंड है, हर काहू को होय।<br />  
|27- देह धरे का दंड है, हर काहू को होय।<br />  
ज्ञानी काटे ज्ञान से, मूरख काटे रोय।।
ज्ञानी काटे ज्ञान से, मूरख काटे रोय।।
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अर्थ - जीवन में शरीर के साथ कष्ट तो लगा रहता है, बुध्दिमान व्यक्ति युक्ति से और बेवकूफ रो रोकर जीवन जीता है ।
अर्थ - जीवन में शरीर के साथ कष्ट तो लगा रहता है, बुध्दिमान व्यक्ति युक्ति से और बेवकूफ रो रोकर जीवन जीता है ।
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|29- दोनों हाथों से ताली बजती है।
|28- दोनों हाथों से ताली बजती है।
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अर्थ - लड़ाई झगड़े के ज़िम्मेदार दोनों पक्ष होते हैं।
अर्थ - लड़ाई झगड़े के ज़िम्मेदार दोनों पक्ष होते हैं।
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|30- दोनों हाथों में लड्डू।
|29- दोनों हाथों में लड्डू।
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अर्थ - हर तरफ लाभ ही लाभ होना।
अर्थ - हर तरफ लाभ ही लाभ होना।
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|31- दो मुल्लों  में मुर्गी हलाल।
|30- दो मुल्लों  में मुर्गी हलाल।
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अर्थ - एक ही काम की ज़िम्मेदारी दो लोगों को देने से दिया गया काम बिगड़ जाता है।
अर्थ - एक ही काम की ज़िम्मेदारी दो लोगों को देने से दिया गया काम बिगड़ जाता है।
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|32- दो लड़ें तीसरा ले उड़े।
|31- दो लड़ें तीसरा ले उड़े।
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अर्थ - दो व्यक्तियों की लड़ाई में तीसरे व्यक्ति की बन आती है।
अर्थ - दो व्यक्तियों की लड़ाई में तीसरे व्यक्ति की बन आती है।
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|33- दुविधा में दोनों गये, माया मिली ना राम।
|32- दुविधा में दोनों गये, माया मिली ना राम।
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अर्थ - दुविधा में  हमेशा हानि हो जाती है। संशय में कोई भी काम पूरा नहीं होता है।
अर्थ - दुविधा में  हमेशा हानि हो जाती है। संशय में कोई भी काम पूरा नहीं होता है।
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|34- दमड़ी की बुढिया टका सिर मुँड़ाई।
|33- दमड़ी की बुढिया टका सिर मुँड़ाई।
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अर्थ - मामूली चीज़ के रखरखाव और मरम्मत पर ज्यादा खर्च करना।
अर्थ - मामूली चीज़ के रखरखाव और मरम्मत पर ज्यादा खर्च करना।
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|35- दाढ़ी पेट में होना।
|34- दाढ़ी पेट में होना।
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अर्थ - छोटी उम्र में अधिक ज्ञान।  
अर्थ - छोटी उम्र में अधिक ज्ञान।  
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|36- दमड़ी के तीन होना।
|35- दमड़ी के तीन होना।
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अर्थ - सस्ते  होना।  
अर्थ - सस्ते  होना।  
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|37- दमड़ी के लिए चमड़ी उधेड़ना।
|36- दमड़ी के लिए चमड़ी उधेड़ना।
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अर्थ - दावा करना।  
अर्थ - दावा करना।  
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|38- दम भरना।
|37- दम भरना।
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अर्थ - जिसको कष्ट  होता है वही उसका अनुभव कर सकता है।
अर्थ - जिसको कष्ट  होता है वही उसका अनुभव कर सकता है।
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|39- दाँत काटी रोटी।
|38- दाँत काटी रोटी।
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अर्थ - घनिष्ठ मित्रता।
अर्थ - घनिष्ठ मित्रता।
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|40- दाँत खट्टे करना।
|39- दाँत खट्टे करना।
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अर्थ - हरा देना।
अर्थ - हरा देना।
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|41- दाँत तालू में जमना।
|40- दाँत तालू में जमना।
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अर्थ - बुरे दिन आना।
अर्थ - बुरे दिन आना।
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|42- दाई से पेट छिपाना।
|41- दाई से पेट छिपाना।
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अर्थ - जानकार से बात छिपाना।
अर्थ - जानकार से बात छिपाना।
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|43- दांत पीसकर रह जाना।
|42- दांत पीसकर रह जाना।
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अर्थ - क्रोध रोक लेना।  
अर्थ - क्रोध रोक लेना।  
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|44- दाँतो तले उँगली दबाना।
|43- दाँतो तले उँगली दबाना।
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अर्थ - आर्श्चय चकित होना।
अर्थ - आर्श्चय चकित होना।
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|45- दाल जूतियों में बंटना।
|44- दाल जूतियों में बंटना।
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अर्थ - अनबन होना।  
अर्थ - अनबन होना।  
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|46- दाल न गलना।
|45- दाल न गलना।
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अर्थ - बस न चलना।  
अर्थ - बस न चलना।  
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|47- दाल में काला होना।
|46- दाल में काला होना।
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अर्थ - संदेह होना।
अर्थ - संदेह होना।
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|48- दिन दूनी रात चौगुनी उन्नति होना।
|47- दिन दूनी रात चौगुनी उन्नति होना।
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अर्थ - तीव्र गति से विकास।
अर्थ - तीव्र गति से विकास।
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|49- दिन पहाड़ होना।
|48- दिन पहाड़ होना।
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अर्थ - दिन नहीं कटना।
अर्थ - दिन नहीं कटना।
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|50- दिनों का फेर होना।
|49- दिनों का फेर होना।
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अर्थ - समय समय की बात होना।  
अर्थ - समय समय की बात होना।  
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|51-  दिमाग आसमान पर चढ़ना।
|50-  दिमाग आसमान पर चढ़ना।
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अर्थ - बहुत घमंड होना।  
अर्थ - बहुत घमंड होना।  
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|52- दिल का गुबार निकालना।
|51- दिल का गुबार निकालना।
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अर्थ - दबा भाव प्रकट करना।
अर्थ - दबा भाव प्रकट करना।
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|53- दिल के फफोले तोड़ना।
|52- दिल के फफोले तोड़ना।
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अर्थ - कुढ़कर जली-कटी बातें कहना।  
अर्थ - कुढ़कर जली-कटी बातें कहना।  
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|54- दिल भर आना।
|53- दिल भर आना।
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अर्थ - दु:खी होना।
अर्थ - दु:खी होना।
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|55- दिल मसोसकर रह जाना।
|54- दिल मसोसकर रह जाना।
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अर्थ - मन में खीझकर रह जाना।
अर्थ - मन में खीझकर रह जाना।
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|56- दूज का चाँद होना।
|55- दूज का चाँद होना।
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अर्थ - बहुत दिनों बाद दिखाई देना।  
अर्थ - बहुत दिनों बाद दिखाई देना।  
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|57- दूध का धुला होना।
|56- दूध का धुला होना।
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अर्थ - निर्दोष  होना।  
अर्थ - निर्दोष  होना।  
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|58- दूध का दूध और पानी का पानी।
|57- दूध का दूध और पानी का पानी।
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अर्थ - सही निर्णय करना।
अर्थ - सही निर्णय करना।
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|59- दूध के दाँत न टूटना।
|58- दूध के दाँत न टूटना।
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अर्थ - ज्ञान और अनुभव न होना।  
अर्थ - ज्ञान और अनुभव न होना।  
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|60- दूर की कौड़ी लाना।
|59- दूर की कौड़ी लाना।
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अर्थ - दूर तक का सोच लेना।
अर्थ - दूर तक का सोच लेना।
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|61- देवता कूच कर जाना।
|60- देवता कूच कर जाना।
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अर्थ -  घबरा जाना।
अर्थ -  घबरा जाना।
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|62- दो टूक बात कहना।
|61- दो टूक बात कहना।
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अर्थ - साफ-साफ कहना।  
अर्थ - साफ-साफ कहना।  
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|63- दो दिन का मेहमान।
|62- दो दिन का मेहमान।
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अर्थ - जल्दी मरने वाला।
अर्थ - जल्दी मरने वाला।
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|64- दो नावों पर पैर रखना।
|63- दो नावों पर पैर रखना।
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अर्थ - दोनों तरफ रहना।
अर्थ - दोनों तरफ रहना।

13:43, 13 मई 2010 का अवतरण

कहावत लोकोक्ति मुहावरे वर्णमाला क्रमानुसार खोजें

                              अं                                                                                              क्ष    त्र    श्र
कहावत लोकोक्ति मुहावरे अर्थ

1- दसै असाढ़ी कृष्ण की, मंगल रोहिनी होय।
सस्ता धान बिकाइ हैं, हाथ न छुइहै कोय।।

अर्थ - अगर आषाढ़ माह में कृष्णपक्ष दशमी को मंगलवार और रोहिणी नक्षत्र पड़े तो धान इतना सस्ता बिकेगा कि कोई भी न छुएगा।

2- दबी बिल्ली चूहों से कान कतरवाती है।

अर्थ - दोषी व्यक्ति छोटों के सामने भी सिर नहीं उठा सकता।

3- दबाने पर चींटी भी चोट करती है।

अर्थ - जिस किसी को दु:ख दिया जाए वह बदला लेता है।

4- दमड़ी की हाँड़ी गई, कुत्ते की जात पहचानी गई।

अर्थ - थोड़ी सी हानि उठाई पर किसी की असलियत तो जान ली।

5- दर्जी की सुई, कभी धागे में कभी टाट में।

अर्थ - हर परिस्थिति में सहनशीलता बनाये रखना।

6- दलाल का दिवाला क्या , मस्जिद में ताला क्या।

अर्थ - जिसके पास कुछ है ही नहीं ,उसे हानि का क्या डर।

7- दाग लगाए लँगोटिया यार।

अर्थ - आदमी अपनों से ही धोखा खा जाता है।

8- दाता दे, भंडारी पेट फाड़े।

अर्थ - दान कोई करे कुढ़न दूसरे को हो।

9- दादा कहने से बनिया गुड़ देता है।

अर्थ - मधुर वाणी से काम बन जाता है।

10- दान के बछिया के दाँत नहीं देखे जाते।

अर्थ - मुफ्त में मिली वस्तु के गुण-अवगुण नहीं देखे जाते।

11- दाने-दाने पर मुहर।

अर्थ - हर व्यक्ति का अपना भाग्य होता है।

12- दाम सँवारे सब काम।

अर्थ - पैसा से सब काम हो जाता है।

13- दाल-भात में मूसलचंद।

अर्थ - बीच में दख़ल देने वाला।

14- दाल में नमक जितना सच में झूठ।

अर्थ - थोड़ा सा झूठ तो चल जाता है, जैसे दाल में नमक।

15- दिन भर चले अढ़ाई कोस।

अर्थ - समय बहुत लगा और काम बहुत थोड़ा हुआ, धीरे धीरे काम होना।

16- दिल्ली अभी दूर है।

अर्थ - अभी सफलता में देरी है, मंज़िल अभी दूर है।

17- दीवारों के भी कान होते हैं।

अर्थ - रहस्य की बात गुप-चुप करनी चाहिए।

18- दुधारू गाय की लात सहनी पड़ती है।

अर्थ - जिससे कुछ पाना हो , उसकी धौंस, डपट सहनी पड़ती है।

19- दुनिया का मुँह किसने पकड़ा है।

अर्थ - लोग निंदा–स्तुति करते रहते हैं, उन्हें रोका नहीं जा सकता ।

20- दुविधा में दोऊ गए, माया मिली न राम।

अर्थ - दुविधा में रहने से कुछ नहीं मिलता, करें या ना करें की स्थिति अच्छी नहीं होती।

21- दूलहा को पत्तल नहीं, बनिये को थाल।

अर्थ - जिसका जो हक है वह उसे नहीं मिलता।

22- दूध का दूध पानी का पानी।

अर्थ - ठीक-ठीक न्याय मिल जाना।

23- दूध पिलाकर साँप को पालना।

अर्थ - शत्रु पर उपकार करना।

24- दूर के ढोल सुहावने।

अर्थ - दूर से चीज़ें अच्छी लगती हैं।

25- दूसरे की पत्तल, लंबा-लंबा भात।

अर्थ - दूसरे की वस्तु अच्छी‍ लगती है।

26- देसी कुतिया विलायती बोली।

अर्थ - किसी की नकल में अपनापन छोड़ना।

27- देह धरे का दंड है, हर काहू को होय।

ज्ञानी काटे ज्ञान से, मूरख काटे रोय।।

अर्थ - जीवन में शरीर के साथ कष्ट तो लगा रहता है, बुध्दिमान व्यक्ति युक्ति से और बेवकूफ रो रोकर जीवन जीता है ।

28- दोनों हाथों से ताली बजती है।

अर्थ - लड़ाई झगड़े के ज़िम्मेदार दोनों पक्ष होते हैं।

29- दोनों हाथों में लड्डू।

अर्थ - हर तरफ लाभ ही लाभ होना।

30- दो मुल्लों में मुर्गी हलाल।

अर्थ - एक ही काम की ज़िम्मेदारी दो लोगों को देने से दिया गया काम बिगड़ जाता है।

31- दो लड़ें तीसरा ले उड़े।

अर्थ - दो व्यक्तियों की लड़ाई में तीसरे व्यक्ति की बन आती है।

32- दुविधा में दोनों गये, माया मिली ना राम।

अर्थ - दुविधा में हमेशा हानि हो जाती है। संशय में कोई भी काम पूरा नहीं होता है।

33- दमड़ी की बुढिया टका सिर मुँड़ाई।

अर्थ - मामूली चीज़ के रखरखाव और मरम्मत पर ज्यादा खर्च करना।

34- दाढ़ी पेट में होना।

अर्थ - छोटी उम्र में अधिक ज्ञान।

35- दमड़ी के तीन होना।

अर्थ - सस्ते होना।

36- दमड़ी के लिए चमड़ी उधेड़ना।

अर्थ - दावा करना।

37- दम भरना।

अर्थ - जिसको कष्ट होता है वही उसका अनुभव कर सकता है।

38- दाँत काटी रोटी।

अर्थ - घनिष्ठ मित्रता।

39- दाँत खट्टे करना।

अर्थ - हरा देना।

40- दाँत तालू में जमना।

अर्थ - बुरे दिन आना।

41- दाई से पेट छिपाना।

अर्थ - जानकार से बात छिपाना।

42- दांत पीसकर रह जाना।

अर्थ - क्रोध रोक लेना।

43- दाँतो तले उँगली दबाना।

अर्थ - आर्श्चय चकित होना।

44- दाल जूतियों में बंटना।

अर्थ - अनबन होना।

45- दाल न गलना।

अर्थ - बस न चलना।

46- दाल में काला होना।

अर्थ - संदेह होना।

47- दिन दूनी रात चौगुनी उन्नति होना।

अर्थ - तीव्र गति से विकास।

48- दिन पहाड़ होना।

अर्थ - दिन नहीं कटना।

49- दिनों का फेर होना।

अर्थ - समय समय की बात होना।

50- दिमाग आसमान पर चढ़ना।

अर्थ - बहुत घमंड होना।

51- दिल का गुबार निकालना।

अर्थ - दबा भाव प्रकट करना।

52- दिल के फफोले तोड़ना।

अर्थ - कुढ़कर जली-कटी बातें कहना।

53- दिल भर आना।

अर्थ - दु:खी होना।

54- दिल मसोसकर रह जाना।

अर्थ - मन में खीझकर रह जाना।

55- दूज का चाँद होना।

अर्थ - बहुत दिनों बाद दिखाई देना।

56- दूध का धुला होना।

अर्थ - निर्दोष होना।

57- दूध का दूध और पानी का पानी।

अर्थ - सही निर्णय करना।

58- दूध के दाँत न टूटना।

अर्थ - ज्ञान और अनुभव न होना।

59- दूर की कौड़ी लाना।

अर्थ - दूर तक का सोच लेना।

60- देवता कूच कर जाना।

अर्थ - घबरा जाना।

61- दो टूक बात कहना।

अर्थ - साफ-साफ कहना।

62- दो दिन का मेहमान।

अर्थ - जल्दी मरने वाला।

63- दो नावों पर पैर रखना।

अर्थ - दोनों तरफ रहना।