"कहावत लोकोक्ति मुहावरे-छ": अवतरणों में अंतर
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|9- छोटे मियाँ तो छोटे मियाँ, बड़े मियाँ सुभानल्लाह। | |9- छोटे मियाँ तो छोटे मियाँ, बड़े मियाँ सुभानल्लाह। | ||
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अर्थ - छोटे से बड़ा अवगुणों में भारी। | अर्थ - छोटे से बड़ा, अवगुणों में भारी। | ||
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|10- छक्का-पंजा भूलना। | |||
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अर्थ - कुछ भी याद न रहना। | |||
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|11- छक्के छूटना। | |||
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अर्थ - बुद्धि चकरा जाना। | |||
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|12- छठी का दूध याद आना। | |||
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अर्थ - संकट में पिछले सुख की याद आना। | |||
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|13- छप्पर फाड़कर देना। | |||
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अर्थ - बिना परिश्रम के एकदम से अधिक लाभ प्राप्त होना। | |||
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|14- छाँह न छूने देना। | |||
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अर्थ - पास तक न आने देना। | |||
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|15- छाती छलनी हो जाना। | |||
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अर्थ - लगातार दु:ख आते रहना। | |||
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|16- छाती पर पत्थर रखना। | |||
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अर्थ - चुपचाप सहना। | |||
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|17- छाती पर मूँग दलना। | |||
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अर्थ - बहुत कष्ट देना। | |||
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|18- छाती पर साँप लोटना। | |||
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अर्थ - ईर्ष्या होना। | |||
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|19- छूमंतर होना। | |||
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अर्थ - गायब हो जाना। | |||
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11:45, 14 मई 2010 का अवतरण
कहावत लोकोक्ति मुहावरे वर्णमाला क्रमानुसार खोजें
कहावत लोकोक्ति मुहावरे | अर्थ |
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1- छोड़ै खाद जोत गहराई, |
अर्थ - |
2- छछूँदर के सिर में चमेली का तेल। |
अर्थ - अयोग्य व्यक्ति को अच्छी चीज़ देना। |
3- छाज (सूप) बोले तो बोले, छलनी भी बोले जिसमें हजार छेद। |
अर्थ - अपने अवगुणों को न देखकर दूसरों की आलोचना करने वाला। |
4- छलनी कहे सूईं से तेरे पेट में छेद। |
अर्थ - अपने अवगुणों को न देखकर दूसरों की आलोचना करने वाला। |
5- छटांक चून चौबारे रसोई। |
अर्थ - मिथ्या और आडंबर। |
6- छीकें कोई, नाक कटावे कोई। |
अर्थ - किसी के दोष का फल दूसरा भोगे। |
7- छुरी खरबूजे पर गिरे या खरबूजा छुरी पर एक ही बात है। |
अर्थ - दोनों तरह से हानि। |
8- छोटा मुँह बड़ी बात। |
अर्थ - अपनी योग्यता से बढ़कर बात करना। |
9- छोटे मियाँ तो छोटे मियाँ, बड़े मियाँ सुभानल्लाह। |
अर्थ - छोटे से बड़ा, अवगुणों में भारी। |
10- छक्का-पंजा भूलना। |
अर्थ - कुछ भी याद न रहना। |
11- छक्के छूटना। |
अर्थ - बुद्धि चकरा जाना। |
12- छठी का दूध याद आना। |
अर्थ - संकट में पिछले सुख की याद आना। |
13- छप्पर फाड़कर देना। |
अर्थ - बिना परिश्रम के एकदम से अधिक लाभ प्राप्त होना। |
14- छाँह न छूने देना। |
अर्थ - पास तक न आने देना। |
15- छाती छलनी हो जाना। |
अर्थ - लगातार दु:ख आते रहना। |
16- छाती पर पत्थर रखना। |
अर्थ - चुपचाप सहना। |
17- छाती पर मूँग दलना। |
अर्थ - बहुत कष्ट देना। |
18- छाती पर साँप लोटना। |
अर्थ - ईर्ष्या होना। |
19- छूमंतर होना। |
अर्थ - गायब हो जाना। |