"अर्द्ध कथानक -बनारसी दास": अवतरणों में अंतर
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गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) |
कात्या सिंह (वार्ता | योगदान) छो (अर्द्ध कथानक का नाम बदलकर अर्द्ध कथानक -बनारसी दास कर दिया गया है) |
(कोई अंतर नहीं)
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12:54, 14 अक्टूबर 2011 के समय का अवतरण
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- अर्द्ध कथानक (1641 ई.) जैन कवि 'बनारसी दास' का ब्रजभाषा में पद्यबद्ध आत्मचरित है।
- अर्द्ध कथानक में तत्कालीन परिस्थितियों का उल्लेख है।
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