"साहित्य लहरी": अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
No edit summary
छो (साहित्य-लहरी का नाम बदलकर साहित्य-लहरी -सूरदास कर दिया गया है)
(कोई अंतर नहीं)

13:05, 14 अक्टूबर 2011 का अवतरण

सूरदास
  • यह 118 पदों की महाकवि सूरदास की एक लघु रचना है।
  • इसके अन्तिम पद में सूरदास का वंशवृक्ष दिया है, जिसके अनुसार सूरदास का नाम सूरजदास है और वे चंदबरदाई के वंशज सिद्ध होते हैं।
  • अब इसे प्रक्षिप्त अंश माना गया है ओर शेष रचना पूर्ण प्रामाणिक मानी गई है।
  • इसमें रस, अलंकार और नायिका-भेद का प्रतिपादन किया गया है।
  • इस कृति का रचना-काल स्वयं कवि ने दे दिया है जिससे यह संवत् विक्रमी में रचित सिद्ध होती है।
  • रस की दृष्टि से यह ग्रन्थ विशुद्ध श्रृंगार की कोटि में आता है।


संबंधित लेख