"कुंथलगिरि": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
('{{पुनरीक्षण}} '''कुंथलगिरि''' महाराष्ट्र में वार्सी से ...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
No edit summary |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
'''कुंथलगिरि''' [[महाराष्ट्र]] में वार्सी से 22 मील दूर प्राचीन [[जैन धर्म]] का तीर्थ स्थल है। | '''कुंथलगिरि''' [[महाराष्ट्र]] में वार्सी से 22 मील दूर प्राचीन [[जैन धर्म]] का तीर्थ स्थल है। | ||
जैनग्रंथ निर्वाण-कांड में निम्न गाथा है- | जैनग्रंथ निर्वाण-कांड में निम्न गाथा है- | ||
<blockquote>'वंसस्थ लवणणियरे पच्छिम भायंभि कुंथुगिरिसिहरे। कुलदेश भूषण मुणीणिब्बाणगयाणमो तेसि।'</blockquote> | <blockquote>'वंसस्थ लवणणियरे पच्छिम भायंभि कुंथुगिरिसिहरे। कुलदेश भूषण मुणीणिब्बाणगयाणमो तेसि।'</blockquote> | ||
*कुंथलगिरि की पहाड़ी पर मूलनायक का विशाल मंदिर है। जिसमें आदिनाथ की प्राचीन प्रतिमा प्रतिष्ठित है। | *कुंथलगिरि की पहाड़ी पर मूलनायक का विशाल मंदिर है। जिसमें आदिनाथ की प्राचीन प्रतिमा प्रतिष्ठित है। | ||
पंक्ति 19: | पंक्ति 16: | ||
[[Category:महाराष्ट्र के ऐतिहासिक स्थान]] | [[Category:महाराष्ट्र के ऐतिहासिक स्थान]] | ||
[[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]] | [[Category:ऐतिहासिक स्थान कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
10:49, 30 अक्टूबर 2011 का अवतरण
कुंथलगिरि महाराष्ट्र में वार्सी से 22 मील दूर प्राचीन जैन धर्म का तीर्थ स्थल है। जैनग्रंथ निर्वाण-कांड में निम्न गाथा है-
'वंसस्थ लवणणियरे पच्छिम भायंभि कुंथुगिरिसिहरे। कुलदेश भूषण मुणीणिब्बाणगयाणमो तेसि।'
- कुंथलगिरि की पहाड़ी पर मूलनायक का विशाल मंदिर है। जिसमें आदिनाथ की प्राचीन प्रतिमा प्रतिष्ठित है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख