"अदालत -अवतार एनगिल": अवतरणों में अंतर
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) No edit summary |
कात्या सिंह (वार्ता | योगदान) No edit summary |
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साक्षी देता है | साक्षी देता है | ||
और कहता है | और कहता है | ||
हवा को आग | हवा को आग - आग को हवा | ||
कितना झूठा है 'आंखों देखा सच्च | कितना झूठा है 'आंखों देखा सच्च | ||
कितना सच्चा है कविता का झूठ । | कितना सच्चा है कविता का झूठ । | ||
पंक्ति 53: | पंक्ति 53: | ||
काले लबादे वाला भील | काले लबादे वाला भील | ||
क़ानून का भाला लिए | क़ानून का भाला लिए | ||
किताबों का हवाला लिए | |||
देखता है सिर्फ | देखता है सिर्फ | ||
अभियुक्त का गला | अभियुक्त का गला | ||
पंक्ति 59: | पंक्ति 59: | ||
दनदनाता है टाईपराईटर | दनदनाता है टाईपराईटर | ||
ठीक करते हैं आप | ठीक करते हैं आप | ||
गले बंधे झूठ की | गले बंधे झूठ की गांठ। | ||
'''<big>न्यायाधीश | '''<big>न्यायाधीश</big>''' | ||
</big>''' | |||
एक अदद | एक अदद न्यायाधीश | ||
लंच के बाद | लंच के बाद | ||
निकालते हैं | निकालते हैं | ||
टूथ | टूथ पिक से | ||
जाने किसका | जाने किसका | ||
दांतों फंसा मांस | दांतों फंसा मांस | ||
पंक्ति 75: | पंक्ति 75: | ||
जानते हैं खूब | जानते हैं खूब | ||
कि वकील की दलील ने | कि वकील की दलील ने | ||
पेशियों की | पेशियों की तारीख़ें ही बदलनी हैं | ||
जस्टिस डिलेड इज़ | जस्टिस डिलेड इज़ द जस्टिस अवार्डिड । | ||
'''<big>अभियुक्त</big>''' | |||
एक अदद अभियुक्त | |||
एक अदद | |||
कटघरे में नियम बंधा | कटघरे में नियम बंधा | ||
चौंधिया गया था | चौंधिया गया था | ||
पंक्ति 94: | पंक्ति 94: | ||
'''<big>अदालत</big>''' | '''<big>अदालत</big>''' | ||
एक अदद चश्मदीद गवाह | एक अदद चश्मदीद गवाह - गंगा राम | ||
एक अदद वकील | एक अदद वकील - काले लबादे वाला भील | ||
एक मांसाहारी | एक मांसाहारी न्यायाधीश | ||
देते हैं निर्णय : | देते हैं निर्णय : | ||
एक अदद शाकाहारी अभियुक्त निश्चय ही दोषी है।</poem> | एक अदद शाकाहारी अभियुक्त निश्चय ही दोषी है।</poem> |
05:37, 14 दिसम्बर 2011 का अवतरण
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साक्षी |