"अर्ज़ियाँ -कुलदीप शर्मा": अवतरणों में अंतर
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) No edit summary |
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) No edit summary |
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पंक्ति 48: | पंक्ति 48: | ||
तो यकीनन निजात पाएँगे | तो यकीनन निजात पाएँगे | ||
वे अपने दु:ख स़े | वे अपने दु:ख स़े | ||
रूठी हुई | रूठी हुई खुशियों को पतियाकर | ||
लौटा ही लाएंगे किसी तरह | लौटा ही लाएंगे किसी तरह | ||
वे समझते हैं | वे समझते हैं | ||
पंक्ति 68: | पंक्ति 68: | ||
बड़ा अफसर | बड़ा अफसर | ||
डसी बड़े मेज़ पर से | डसी बड़े मेज़ पर से | ||
जारी करता है | जारी करता है आदेश | ||
कि दूर किये जाएँ सारे दु:ख़ | कि दूर किये जाएँ सारे दु:ख़ | ||
मुश्किल यह है | मुश्किल यह है | ||
पंक्ति 110: | पंक्ति 110: | ||
मिल गया हो सुराग़ | मिल गया हो सुराग़ | ||
उन लोगों की जेब में हैं | उन लोगों की जेब में हैं | ||
कुछ गिने चुने | कुछ गिने चुने शब्द | ||
एक निश्छल दिल | एक निश्छल दिल | ||
थोड़े से पैसे | थोड़े से पैसे |
13:32, 2 जनवरी 2012 का अवतरण
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