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'''राजारानी मन्दिर''' [[भुवनेश्वर]] में स्थित है। राजारानी मन्दिर को कलिंग वास्तुकला में 11वीं [[शताब्दी]] में बनवाया गया था।  
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*राजारानी मन्दिर में [[शिव]] और [[पार्वती]] की भव्‍य मूर्ति है।
*[[शिव]] और [[पार्वती]] की भव्‍य मूर्ति राजारानी मन्दिर में स्थापित हैं।
*राजारानी मन्दिर के नाम से ऐसा लगता है जैसे यह किसी राजा-रानी का मन्दिर हो, लेकिन यह माना जाता है कि यह मंदिर एक खास प्रकार के [[लाल रंग|लाल]] और [[पीला रंग|पीले]] पत्‍थर से बना है जिसे राजारानी पत्‍थर कहा जाता है इसी कारण इस मंदिर का नाम राजा-रानी मन्दिर पड़ा।  
*यह माना जाता है कि राजारानी मंदिर एक खास प्रकार के [[लाल रंग|लाल]] और [[पीला रंग|पीले]] पत्‍थर से बना है जिसे राजारानी पत्‍थर कहा जाता है इसी कारण इस मंदिर का नाम राजा-रानी मन्दिर पड़ा।  
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06:58, 24 मई 2012 का अवतरण

राजारानी मन्दिर
राजारानी मन्दिर, भुवनेश्वर
राजारानी मन्दिर, भुवनेश्वर
वर्णन राजारानी मन्दिर के दीवारों पर सुंदर कलाकृतियां बनी हुई हैं। ये कलाकृतियाँ खजुराहो मंदिर की कलाकृतियों की याद दिलाती हैं।
स्थान भुवनेश्वर, ओडिशा
देवी-देवता शिव और पार्वती
वास्तुकला कलिंग वास्तुकला
भौगोलिक स्थिति उत्तर- 20° 14' 18.00", पूर्व- 85° 50' 1.00"
संबंधित लेख हाथीगुम्फ़ा, उदयगिरि, खण्डगिरि, लिंगराज मन्दिर
मानचित्र गूगल मानचित्र
अन्य जानकारी यह मंदिर एक खास प्रकार के लाल और पीले पत्‍थर से बना है जिसे राजारानी पत्‍थर कहा जाता है, इसी कारण इस मंदिर का नाम राजा-रानी मन्दिर पड़ा।
अद्यतन‎

राजारानी मन्दिर भुवनेश्वर में स्थित है। राजारानी मन्दिर को कलिंग वास्तुकला में 11वीं शताब्दी में बनवाया गया था।

  • शिव और पार्वती की भव्‍य मूर्ति राजारानी मन्दिर में स्थापित हैं।
  • यह माना जाता है कि राजारानी मंदिर एक खास प्रकार के लाल और पीले पत्‍थर से बना है जिसे राजारानी पत्‍थर कहा जाता है इसी कारण इस मंदिर का नाम राजा-रानी मन्दिर पड़ा।
  • इस मन्दिर की दीवारों पर सुंदर कलाकृतियां बनी हुई हैं। ये कलाकृतियाँ खजुराहो मंदिर की कलाकृतियों की याद दिलाती हैं।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ


संबंधित लेख