"गांधारी से संवाद (2) -कुलदीप शर्मा": अवतरणों में अंतर
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - " जिन्दा" to " ज़िन्दा") |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "कब्र" to "क़ब्र") |
||
पंक्ति 161: | पंक्ति 161: | ||
गवाह और अपराधी के बीच | गवाह और अपराधी के बीच | ||
एक अदालती रिश्ता है | एक अदालती रिश्ता है | ||
जो सच की | जो सच की क़ब्र पर | ||
फूल की तरह खिलता है़। | फूल की तरह खिलता है़। | ||
</poem> | </poem> |
13:23, 14 मई 2013 के समय का अवतरण
| ||||||||||||||
|
|