"वैदेही वनवास पंचदश सर्ग": अवतरणों में अंतर
कात्या सिंह (वार्ता | योगदान) ('{| style="background:transparent; float:right" |- | {{सूचना बक्सा कविता |चित्र=Ayodhya-Singh-Upad...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) छो (Text replace - "श्रृंगार" to "शृंगार") |
||
पंक्ति 387: | पंक्ति 387: | ||
दिव्य-भूतियों के अद्भुत-आगार हैं॥ | दिव्य-भूतियों के अद्भुत-आगार हैं॥ | ||
हैं रविकुल के रवि-सम वे हैं दिव्यतम। | हैं रविकुल के रवि-सम वे हैं दिव्यतम। | ||
वे वसुधातल के अनुपम- | वे वसुधातल के अनुपम-शृंगार हैं॥73॥ | ||
उनके पद का करो अनुसरण पूत हो। | उनके पद का करो अनुसरण पूत हो। |
13:21, 25 जून 2013 का अवतरण
| ||||||||||||||||||||||||
परम-सरसता से प्रवाहिता सुरसरी। |
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख