"धर्मयुग": अवतरणों में अंतर

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सांस्कृतिक, सामाजिक, आर्थिक, वैज्ञानिक, खेलकूद, साहित्यिक सभी पक्षों को समेटते हुए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विषयों पर हर अंक में सामग्री दी जाती थी। बच्चों और महिलाओं के लिये भी रोचक और ज्ञानप्रद सामग्री 'धर्मयुग' की अतिरिक्त विशेषता थी। उच्चतम स्तर का निर्वाह करते हुए असाधारण लोकप्रियता के साथ लाखों की संख्या में सर्वाधिक बिक्री के आँकड़े किसी चमत्कार से कम नहीं थे।<ref>{{cite web |url=http://dharamvirbharati.com/dharmyug.html|title=धर्मयुग संपादन व बम्बई प्रवास |accessmonthday=20 दिसम्बर |accessyear=2012 |last= |first= |authorlink= |format= |publisher= |language=हिंदी }}</ref>
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==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
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[[Category:समाचार पत्र और पत्रिकाएँ]]
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धर्मयुग का पुराना आवरण पृष्ठ

धर्मयुग (अंग्रेज़ी: Dharmyug) हिन्दी की एक लोकप्रिय साप्ताहिक पत्रिका थी जो टाइम्स ऑफ़ इण्डिया समूह द्वारा मुंबई से प्रकाशित होती थी।

सम्पादक

धर्मयुग के सम्पादक हिन्दी के जाने-माने साहित्यकार धर्मवीर भारती थे। धर्मवीर भारती के द्वारा संपादित 'धर्मयुग' पत्रकारिता की कसौटी बन चुका है। आज के पत्रकारिता के विद्यार्थी उनकी शैली को 'धर्मवीर भारती स्कूल ऑफ़ जर्नलिज़्म' के नाम से जानते हैं।

विशेषता

सांस्कृतिक, सामाजिक, आर्थिक, वैज्ञानिक, खेलकूद, साहित्यिक सभी पक्षों को समेटते हुए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विषयों पर हर अंक में सामग्री दी जाती थी। बच्चों और महिलाओं के लिये भी रोचक और ज्ञानप्रद सामग्री 'धर्मयुग' की अतिरिक्त विशेषता थी। उच्चतम स्तर का निर्वाह करते हुए असाधारण लोकप्रियता के साथ लाखों की संख्या में सर्वाधिक बिक्री के आँकड़े किसी चमत्कार से कम नहीं थे।[1]

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. धर्मयुग संपादन व बम्बई प्रवास (हिंदी)। । अभिगमन तिथि: 20 दिसम्बर, 2012।

बाहरी कड़ियाँ

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