"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/अभ्यास": अवतरणों में अंतर
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-कीन्हेसी कोई भिखारी कोई धनी | -कीन्हेसी कोई भिखारी कोई धनी | ||
-पिऊ सो कहहु संदेसड़ा हे भौरां हे काग | -पिऊ सो कहहु संदेसड़ा हे भौरां हे काग | ||
||{{seealso|अखरावट|आखिरी कलाम|चित्ररेखा}} | |||
{'राष्ट्रभाषा प्रचार समिति' की स्थापना किस [[वर्ष]] हुई?(यूजीसी हिन्दी,पृ.सं.-10;प्रश्न-21 | {'राष्ट्रभाषा प्रचार समिति' की स्थापना किस [[वर्ष]] हुई?(यूजीसी हिन्दी,पृ.सं.-10;प्रश्न-21 | ||
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-[[संस्कृत भाषा|संस्कृत]] | -[[संस्कृत भाषा|संस्कृत]] | ||
-[[अपभ्रंश भाषा|अपभ्रंश]] | -[[अपभ्रंश भाषा|अपभ्रंश]] | ||
||{{seealso|हिंदी की उपभाषाएँ एवं बोलियाँ|देवनागरी लिपि}} | |||
{‘समालोचना’ के सम्पादक कौन थे? (यूजीसी हिन्दी,पृ.सं.-166;प्रश्न-01 | {‘समालोचना’ के सम्पादक कौन थे? (यूजीसी हिन्दी,पृ.सं.-166;प्रश्न-01 | ||
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-मेरी असफलताएँ | -मेरी असफलताएँ | ||
-जीवन चक्र | -जीवन चक्र | ||
-आत्मनिरीक्षण | -आत्मनिरीक्षण | ||
||{{seealso|कहानी|उपन्यास|नाटक|आलोचना}} | |||
{निम्न में से ‘उपादान’ का समानार्थी शब्द क्या होगा?(एस. चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिन्दी;पृ.सं.-01;प्रश्न-01 | {निम्न में से ‘उपादान’ का समानार्थी शब्द क्या होगा?(एस. चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिन्दी;पृ.सं.-01;प्रश्न-01 | ||
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-सहारा | -सहारा | ||
+साधन | +साधन | ||
||{{seealso|सार्थक शब्द (व्याकरण)|तत्सम|तद्भव|पर्यायवाची शब्द}} | |||
{निम्न में से ‘साँप’ का [[पर्यायवाची शब्द]] बताइये? (एस. चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिन्दी;पृ.सं.-25;प्रश्न-121 | {निम्न में से ‘साँप’ का [[पर्यायवाची शब्द]] बताइये? (एस. चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिन्दी;पृ.सं.-25;प्रश्न-121 | ||
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-हाटक | -हाटक | ||
-कृमि | -कृमि | ||
||{{seealso|विलोम शब्द|पुल्लिंग|कारक}} | |||
{‘अंगारों पर लोटना’ का सही अर्थ क्या है? (एस. चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिन्दी;पृ.सं.-239;प्रश्न-02 | {‘अंगारों पर लोटना’ का सही अर्थ क्या है? (एस. चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिन्दी;पृ.सं.-239;प्रश्न-02 | ||
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-[[आग]] से खेलना | -[[आग]] से खेलना | ||
-दूसरों को दु:खी करना | -दूसरों को दु:खी करना | ||
||{{seealso|कहावत लोकोक्ति मुहावरे}} | |||
{"वह स्त्री जिसका पति परदेश से आने वाला हो", इस वाक्य के लिए उचित [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] का चयन कीजिए? (ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-105;प्रश्न-81 | {"वह स्त्री जिसका पति परदेश से आने वाला हो", इस वाक्य के लिए उचित [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] का चयन कीजिए? (ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-105;प्रश्न-81 | ||
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-प्रव्रत्स्यपतिका | -प्रव्रत्स्यपतिका | ||
+आगमिस्यतपतिका | +आगमिस्यतपतिका | ||
||{{seealso|वाक्यांश के लिए एक शब्द|शब्द (व्याकरण)}} | |||
{"उसने कहा था" के मुख्य पात्र का नाम क्या है?(ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-127;प्रश्न-158 | {"उसने कहा था" के मुख्य पात्र का नाम क्या है?(ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-127;प्रश्न-158 | ||
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+अनुराग बांसुरी | +अनुराग बांसुरी | ||
-चित्रावली | -चित्रावली | ||
||{{seealso|कवित्त|सोरठा|रोला|हरिगीतिका}} | |||
{'भारतीय साहित्य परिषद' के सह-संस्थापक कौन थे?(यूजीसी हिन्दी,पृ.सं.-10;प्रश्न-22 | {'भारतीय साहित्य परिषद' के सह-संस्थापक कौन थे?(यूजीसी हिन्दी,पृ.सं.-10;प्रश्न-22 | ||
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-नन्ददुलारे वाजपेयी | -नन्ददुलारे वाजपेयी | ||
-[[महात्मा गाँधी]] | -[[महात्मा गाँधी]] | ||
||{{seealso|नागरीप्रचारिणी सभा| हिन्दी संस्थान|हिन्दी अकादमी}} | |||
{[[अवधी भाषा|अवधी]] [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] का सर्वप्रथम प्रयोग किसने किया था? (यूजीसी हिन्दी,पृ.सं.-11;प्रश्न-54 | {[[अवधी भाषा|अवधी]] [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] का सर्वप्रथम प्रयोग किसने किया था? (यूजीसी हिन्दी,पृ.सं.-11;प्रश्न-54 | ||
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+15 | +15 | ||
-10 | -10 | ||
||{{seealso|जयशंकर प्रसाद|खंडहर की लिपि -जयशंकर प्रसाद}} | |||
{‘मंटो : मेरा दुश्मन’ किस विधा की रचना है? (यूजीसी हिन्दी,पृ.सं.-177;प्रश्न-213 | {‘मंटो : मेरा दुश्मन’ किस विधा की रचना है? (यूजीसी हिन्दी,पृ.सं.-177;प्रश्न-213 | ||
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-परिणय | -परिणय | ||
-अवशिष्ट | -अवशिष्ट | ||
||{{seealso|सार्थक शब्द (व्याकरण)|तत्सम|तद्भव|पर्यायवाची शब्द}} | |||
{‘असि’ का [[पर्यायवाची शब्द|पर्यायवाची]] क्या होगा? (एस. चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिन्दी;पृ.सं.-25;प्रश्न-122 | {‘असि’ का [[पर्यायवाची शब्द|पर्यायवाची]] क्या होगा? (एस. चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिन्दी;पृ.सं.-25;प्रश्न-122 | ||
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-घट | -घट | ||
+तलवार | +तलवार | ||
||{{seealso|विलोम शब्द|पुल्लिंग|कारक}} | |||
{‘अंधे की लकड़ी’ इस मुहावरे का सही अर्थ है-(एस. चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिन्दी;पृ.सं.-239;प्रश्न-03 | {‘अंधे की लकड़ी’ इस मुहावरे का सही अर्थ है-(एस. चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिन्दी;पृ.सं.-239;प्रश्न-03 | ||
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-अनपढ़ व्यक्ति | -अनपढ़ व्यक्ति | ||
-बिल्कुल असमर्थ होना | -बिल्कुल असमर्थ होना | ||
||{{seealso|कहावत लोकोक्ति मुहावरे}} | |||
{‘जो [[पूजा]] के योग्य हो’, इस वाक्य के लिए उचित [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] का चयन कीजिए? (ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-105;प्रश्न-82 | {‘जो [[पूजा]] के योग्य हो’, इस वाक्य के लिए उचित [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] का चयन कीजिए? (ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-105;प्रश्न-82 | ||
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-पुज्यनीय | -पुज्यनीय | ||
-पुजनीय | -पुजनीय | ||
||{{seealso|वाक्यांश के लिए एक शब्द|शब्द (व्याकरण)}} | |||
{निम्नलिखित में से कौन-सा [[नाटक]] [[जयशंकर प्रसाद]] का नहीं है? ?(ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-127;प्रश्न-159 | {निम्नलिखित में से कौन-सा [[नाटक]] [[जयशंकर प्रसाद]] का नहीं है? ?(ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-127;प्रश्न-159 | ||
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-[[1919]] | -[[1919]] | ||
-[[1921]] | -[[1921]] | ||
||{{seealso|नागरीप्रचारिणी सभा| हिन्दी संस्थान|हिन्दी अकादमी}} | |||
{[[उर्दू]] को पहले पुकारा जाता था-(यूजीसी हिन्दी,पृ.सं.-11;प्रश्न-55 | {[[उर्दू]] को पहले पुकारा जाता था-(यूजीसी हिन्दी,पृ.सं.-11;प्रश्न-55 | ||
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-मिथ्या | -मिथ्या | ||
-मर्त्य | -मर्त्य | ||
||{{seealso|सार्थक शब्द (व्याकरण)|तत्सम|तद्भव|पर्यायवाची शब्द}} | |||
{निम्न में से ‘[[देवता]]’ का [[पर्यायवाची शब्द]] कौन-सा है? (एस. चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिन्दी;पृ.सं.-25;प्रश्न-123 | {निम्न में से ‘[[देवता]]’ का [[पर्यायवाची शब्द]] कौन-सा है? (एस. चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिन्दी;पृ.सं.-25;प्रश्न-123 | ||
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+विबुध | +विबुध | ||
-किन्नर | -किन्नर | ||
||{{seealso|विलोम शब्द|पुल्लिंग|कारक}} | |||
{‘अंग-अंग फूले न समाना’ इस मुहावरे का सही अर्थ क्या है? (एस. चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिन्दी;पृ.सं.-239;प्रश्न-04 | {‘अंग-अंग फूले न समाना’ इस मुहावरे का सही अर्थ क्या है? (एस. चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिन्दी;पृ.सं.-239;प्रश्न-04 | ||
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+आनन्दविभोर होना | +आनन्दविभोर होना | ||
-बहुत थक जाना | -बहुत थक जाना | ||
||{{seealso|कहावत लोकोक्ति मुहावरे}} | |||
{‘[[जल]]/[[समुद्र]] में लगने वाली [[आग]]’, इस वाक्य के लिए उचित [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] का चयन कीजिए? (ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-105;प्रश्न-84 | {‘[[जल]]/[[समुद्र]] में लगने वाली [[आग]]’, इस वाक्य के लिए उचित [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] का चयन कीजिए? (ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-105;प्रश्न-84 | ||
पंक्ति 207: | पंक्ति 225: | ||
+बड़वाग्नि | +बड़वाग्नि | ||
-जलप्रपात | -जलप्रपात | ||
||{{seealso|वाक्यांश के लिए एक शब्द|शब्द (व्याकरण)}} | |||
{'[[हिन्दी साहित्य]]' के आधुनिक काल को इस नाम से भी अभिहीत किया जाता है? ?(ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-127;प्रश्न-160 | {'[[हिन्दी साहित्य]]' के आधुनिक काल को इस नाम से भी अभिहीत किया जाता है? ?(ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-127;प्रश्न-160 | ||
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-संस्मरण काल | -संस्मरण काल | ||
+गद्य काल | +गद्य काल | ||
||{{seealso|हिंदी की उपभाषाएँ एवं बोलियाँ|देवनागरी लिपि|हिन्दी का मानकीकरण}} | |||
{"'[[रामचरितमानस]]' में [[तुलसीदास]] की करुणा समाजोन्मुख है, '[[विनयपत्रिका]]' में यह आत्मोन्मुख है।" यह कथन किसका है?(यूजीसी हिन्दी,पृ.सं.-59;प्रश्न-20 | {"'[[रामचरितमानस]]' में [[तुलसीदास]] की करुणा समाजोन्मुख है, '[[विनयपत्रिका]]' में यह आत्मोन्मुख है।" यह कथन किसका है?(यूजीसी हिन्दी,पृ.सं.-59;प्रश्न-20 | ||
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-[[महात्मा गाँधी]] | -[[महात्मा गाँधी]] | ||
-[[रामविलास शर्मा]] | -[[रामविलास शर्मा]] | ||
-[[प्रेमचन्द|धनपत राय]] | -[[प्रेमचन्द|धनपत राय]] | ||
||{{seealso|नागरीप्रचारिणी सभा| हिन्दी संस्थान|हिन्दी अकादमी}} | |||
{[[अमीर ख़ुसरो]] ने [[हिन्दी]] के लिए कौन-सा [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] प्रयुक्त किया? (यूजीसी हिन्दी,पृ.सं.-11;प्रश्न-56 | {[[अमीर ख़ुसरो]] ने [[हिन्दी]] के लिए कौन-सा [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] प्रयुक्त किया? (यूजीसी हिन्दी,पृ.सं.-11;प्रश्न-56 | ||
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-गद्यकाव्य | -गद्यकाव्य | ||
-[[रेखाचित्र]] | -[[रेखाचित्र]] | ||
-[[रिपोर्ताज]] | -[[रिपोर्ताज]] | ||
||{{seealso|निबन्ध|एकांकी|संस्मरण|जीवनी}} | |||
{‘सन्ताप’ का समानार्थी शब्द बताइये? (एस. चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिन्दी;पृ.सं.-01;प्रश्न-04 | {‘सन्ताप’ का समानार्थी शब्द बताइये? (एस. चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिन्दी;पृ.सं.-01;प्रश्न-04 | ||
पंक्ति 256: | पंक्ति 278: | ||
-कष्ट | -कष्ट | ||
-बोझ | -बोझ | ||
||{{seealso|सार्थक शब्द (व्याकरण)|तत्सम|तद्भव|पर्यायवाची शब्द}} | |||
{‘द्विज’ का [[पर्यायवाची शब्द]] बताइये? (एस. चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिन्दी;पृ.सं.-25;प्रश्न-124 | {‘द्विज’ का [[पर्यायवाची शब्द]] बताइये? (एस. चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिन्दी;पृ.सं.-25;प्रश्न-124 | ||
पंक्ति 263: | पंक्ति 286: | ||
-[[चन्द्रमा]] | -[[चन्द्रमा]] | ||
+इनमें से कोई नहीं | +इनमें से कोई नहीं | ||
||{{seealso|विलोम शब्द|पुल्लिंग|कारक}} | |||
{‘अपना रंग जमाना’ इस मुहावरे का सही अर्थ क्या होगा? (एस. चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिन्दी;पृ.सं.-239;प्रश्न-06 | {‘अपना रंग जमाना’ इस मुहावरे का सही अर्थ क्या होगा? (एस. चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिन्दी;पृ.सं.-239;प्रश्न-06 | ||
पंक्ति 270: | पंक्ति 294: | ||
-शेखी बघारना | -शेखी बघारना | ||
-किसी की बात न सुनना | -किसी की बात न सुनना | ||
||{{seealso|कहावत लोकोक्ति मुहावरे}} | |||
{‘पेट की आग’, इस वाक्य के लिए उचित [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] का चयन कीजिए? (ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-105;प्रश्न-85 | {‘पेट की आग’, इस वाक्य के लिए उचित [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] का चयन कीजिए? (ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-105;प्रश्न-85 | ||
पंक्ति 277: | पंक्ति 302: | ||
-बड़वाग्नि | -बड़वाग्नि | ||
-बड़वानल | -बड़वानल | ||
||{{seealso|वाक्यांश के लिए एक शब्द|शब्द (व्याकरण)}} | |||
{[[हिन्दी साहित्य]] में ‘प्रयोगवाद के प्रवर्तक’ का नाम है-?(ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-127;प्रश्न-161 | {[[हिन्दी साहित्य]] में ‘प्रयोगवाद के प्रवर्तक’ का नाम है-?(ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-127;प्रश्न-161 | ||
पंक्ति 298: | पंक्ति 324: | ||
-ख् द् ठ् म् | -ख् द् ठ् म् | ||
-ण् ज् थ् द् | -ण् ज् थ् द् | ||
||{{seealso|सार्थक शब्द (व्याकरण)|तत्सम|तद्भव|पर्यायवाची शब्द}} | |||
{प्राचीन भारतीय आर्य भाषा के कितने रूप हैं?(यूजीसी हिन्दी,पृ.सं.-11;प्रश्न-57 | {प्राचीन भारतीय आर्य भाषा के कितने रूप हैं?(यूजीसी हिन्दी,पृ.सं.-11;प्रश्न-57 | ||
पंक्ति 305: | पंक्ति 332: | ||
-पाँच | -पाँच | ||
-सात | -सात | ||
||{{seealso|भारोपीय भाषा परिवार|संस्कृत|खरोष्ठी|प्राकृत}} | |||
{‘वाग्विलास’ किसकी रचना है? (यूजीसी हिन्दी,पृ.सं.-166;प्रश्न-05 | {‘वाग्विलास’ किसकी रचना है? (यूजीसी हिन्दी,पृ.सं.-166;प्रश्न-05 | ||
पंक्ति 326: | पंक्ति 354: | ||
+महल | +महल | ||
-उपर्युक्त सभी | -उपर्युक्त सभी | ||
||{{seealso|सार्थक शब्द (व्याकरण)|तत्सम|तद्भव|पर्यायवाची शब्द}} | |||
{‘गेह’ निम्न में से किसका [[पर्यायवाची शब्द|पर्यायवाची]] है? (एस. चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिन्दी;पृ.सं.-25;प्रश्न-125 | {‘गेह’ निम्न में से किसका [[पर्यायवाची शब्द|पर्यायवाची]] है? (एस. चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिन्दी;पृ.सं.-25;प्रश्न-125 | ||
पंक्ति 333: | पंक्ति 362: | ||
-[[पर्वत]] | -[[पर्वत]] | ||
-सरोवर | -सरोवर | ||
||{{seealso|विलोम शब्द|पुल्लिंग|कारक}} | |||
{मुहावरा ‘अंगार उगलना’ का सही अर्थ बताइये? (एस. चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिन्दी;पृ.सं.-239;प्रश्न-07 | {मुहावरा ‘अंगार उगलना’ का सही अर्थ बताइये? (एस. चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिन्दी;पृ.सं.-239;प्रश्न-07 | ||
पंक्ति 340: | पंक्ति 370: | ||
-गाली देना | -गाली देना | ||
+कठोर वचन कहना | +कठोर वचन कहना | ||
||{{seealso|कहावत लोकोक्ति मुहावरे}} | |||
{“विशिष्ट अवसर पर विशिष्ट लोगों के समक्ष दिया गया विद्वतापूर्ण भाषण”, इस वाक्य के लिए उचित [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] का चयन कीजिए? (ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-105;प्रश्न-86 | {“विशिष्ट अवसर पर विशिष्ट लोगों के समक्ष दिया गया विद्वतापूर्ण भाषण”, इस वाक्य के लिए उचित [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] का चयन कीजिए? (ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-105;प्रश्न-86 | ||
पंक्ति 347: | पंक्ति 378: | ||
-अपभाषण | -अपभाषण | ||
-अनुभाषण | -अनुभाषण | ||
||{{seealso|वाक्यांश के लिए एक शब्द|शब्द (व्याकरण)}} | |||
{‘मृगनयनी’ [[उपन्यास]] के रचनाकार कौन थे? ?(ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-127;प्रश्न-162 | {‘मृगनयनी’ [[उपन्यास]] के रचनाकार कौन थे? ?(ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-127;प्रश्न-162 | ||
पंक्ति 368: | पंक्ति 400: | ||
+स्थानीय भाषा | +स्थानीय भाषा | ||
-राष्ट्रभाषा | -राष्ट्रभाषा | ||
||{{seealso|हिंदी की उपभाषाएँ एवं बोलियाँ|देवनागरी लिपि|हिन्दी का मानकीकरण}} | |||
{गधे के ओंठ वाली [[लिपि]] क्या कहलाती है? (यूजीसी हिन्दी,पृ.सं.-11;प्रश्न-58 | {गधे के ओंठ वाली [[लिपि]] क्या कहलाती है? (यूजीसी हिन्दी,पृ.सं.-11;प्रश्न-58 | ||
पंक्ति 396: | पंक्ति 429: | ||
+[[चाल]] | +[[चाल]] | ||
-[[क्रिया]] | -[[क्रिया]] | ||
||{{seealso|सार्थक शब्द (व्याकरण)|तत्सम|तद्भव|पर्यायवाची शब्द}} | |||
{‘सविता’ का [[पर्यायवाची शब्द|पर्यायवाची]] क्या होगा? (एस. चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिन्दी;पृ.सं.-25;प्रश्न-126 | {‘सविता’ का [[पर्यायवाची शब्द|पर्यायवाची]] क्या होगा? (एस. चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिन्दी;पृ.सं.-25;प्रश्न-126 | ||
पंक्ति 403: | पंक्ति 437: | ||
-स्त्री | -स्त्री | ||
-पत्नी | -पत्नी | ||
||{{seealso|विलोम शब्द|पुल्लिंग|कारक}} | |||
{‘अन्तर-पट खुलना’ इस मुहावरे का सही अर्थ क्या होगा? (एस. चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिन्दी;पृ.सं.-239;प्रश्न-08 | {‘अन्तर-पट खुलना’ इस मुहावरे का सही अर्थ क्या होगा? (एस. चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिन्दी;पृ.सं.-239;प्रश्न-08 | ||
पंक्ति 410: | पंक्ति 445: | ||
-भेद खुलना | -भेद खुलना | ||
-स्वागत करना | -स्वागत करना | ||
||{{seealso|कहावत लोकोक्ति मुहावरे}} | |||
{“किसी साहित्यिक कृति की समालोचना करने वाला”, इस वाक्य के लिए उचित [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] का चयन कीजिए? (ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-105;प्रश्न-87 | {“किसी साहित्यिक कृति की समालोचना करने वाला”, इस वाक्य के लिए उचित [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] का चयन कीजिए? (ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-105;प्रश्न-87 | ||
पंक्ति 417: | पंक्ति 453: | ||
-उपेक्षक | -उपेक्षक | ||
-परीक्षक | -परीक्षक | ||
||{{seealso|वाक्यांश के लिए एक शब्द|शब्द (व्याकरण)}} | |||
{[[जायसी]] किस धारा के [[कवि]] थे | {[[जायसी]] किस धारा के [[कवि]] थे?(ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-127;प्रश्न-163 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-ज्ञानमार्गी काव्य धारा | -ज्ञानमार्गी काव्य धारा | ||
पंक्ति 438: | पंक्ति 475: | ||
-मुर्दाघर | -मुर्दाघर | ||
-तमस | -तमस | ||
||{{seealso|ज्ञानपीठ पुरस्कार|सरस्वती सम्मान|शलाका सम्मान}} | |||
{'विभाषा' किसे कहते हैं? (यूजीसी हिन्दी,पृ.सं.-11;प्रश्न-59 | {'विभाषा' किसे कहते हैं? (यूजीसी हिन्दी,पृ.सं.-11;प्रश्न-59 | ||
पंक्ति 466: | पंक्ति 504: | ||
-चोरी | -चोरी | ||
-[[क्रिया]] | -[[क्रिया]] | ||
||{{seealso|सार्थक शब्द (व्याकरण)|तत्सम|तद्भव|पर्यायवाची शब्द}} | |||
{‘भागीरथी’ निम्न में से किसका [[पर्यायवाची शब्द|पर्यायवाची]] है? (एस. चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिन्दी;पृ.सं.-25;प्रश्न-127 | {‘भागीरथी’ निम्न में से किसका [[पर्यायवाची शब्द|पर्यायवाची]] है? (एस. चंद, वस्तुनिष्ठ सा.हिन्दी;पृ.सं.-25;प्रश्न-127 | ||
पंक्ति 473: | पंक्ति 512: | ||
-[[यमुना]] | -[[यमुना]] | ||
-निर्झरिणी | -निर्झरिणी | ||
||{{seealso|विलोम शब्द|पुल्लिंग|कारक}} | |||
{‘[[सत्याग्रह]]’ का सही संधि विच्छेद क्या होगा?(ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-46;प्रश्न-75 | {‘[[सत्याग्रह]]’ का सही संधि विच्छेद क्या होगा?(ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-46;प्रश्न-75 | ||
पंक्ति 480: | पंक्ति 520: | ||
-सत्य + ग्रह | -सत्य + ग्रह | ||
+सत्य + आग्रह | +सत्य + आग्रह | ||
||{{seealso|संधि|समास|अलंकार|रस}} | |||
{“किसी के पास रखी दूसरे की वस्तु”, इस वाक्य के लिए उचित [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] का चयन कीजिए? (ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-105;प्रश्न-88 | {“किसी के पास रखी दूसरे की वस्तु”, इस वाक्य के लिए उचित [[शब्द (व्याकरण)|शब्द]] का चयन कीजिए? (ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-105;प्रश्न-88 | ||
पंक्ति 487: | पंक्ति 528: | ||
+थाती | +थाती | ||
-वर्तिका | -वर्तिका | ||
||{{seealso|वाक्यांश के लिए एक शब्द|शब्द (व्याकरण)}} | |||
{निम्नलिखित में से कौन-सी पुस्तक [[प्रेमचंद]] द्वारा लिखित नहीं है? ?(ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-127;प्रश्न-164 | {निम्नलिखित में से कौन-सी पुस्तक [[प्रेमचंद]] द्वारा लिखित नहीं है? ?(ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-127;प्रश्न-164 | ||
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-रंगभूमि | -रंगभूमि | ||
-[[प्रेमाश्रम -प्रेमचंद|प्रेमाश्रम]] | -[[प्रेमाश्रम -प्रेमचंद|प्रेमाश्रम]] | ||
||{{seealso|प्रेमचंद की कहानियाँ|प्रेमचंद की कृतियाँ}} | |||
{"ताही छन उडुराज उदित रस-रास-सहायक<br /> | {"ताही छन उडुराज उदित रस-रास-सहायक<br /> | ||
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+देवराज | +देवराज | ||
-इन्द्रनाथ मदान | -इन्द्रनाथ मदान | ||
||{{seealso|छायावाद|छायावादी युग}} | |||
{‘नूतन ब्रह्मचारी’ [[उपन्यास]] के रचनाकार कौन थे?(ल्युसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-260;प्रश्न-95 | {‘नूतन ब्रह्मचारी’ [[उपन्यास]] के रचनाकार कौन थे?(ल्युसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-260;प्रश्न-95 | ||
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-नासमझी दिखाना | -नासमझी दिखाना | ||
+खुशामद करना | +खुशामद करना | ||
||{{seealso|कहावत लोकोक्ति मुहावरे}} | |||
{‘[[श्रावण]]’ का सही संधि विच्छेद बताइये?(ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-46;प्रश्न-74 | {‘[[श्रावण]]’ का सही संधि विच्छेद बताइये?(ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-46;प्रश्न-74 | ||
पंक्ति 552: | पंक्ति 597: | ||
-श्राव + अण् | -श्राव + अण् | ||
+श्रौ + अन | +श्रौ + अन | ||
||{{seealso|संधि|समास|अलंकार|रस}} | |||
{“अरे ! उसने तो कमाल कर दिया”, यह किस प्रकार का वाक्य है?(ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-122;प्रश्न-28 | {“अरे ! उसने तो कमाल कर दिया”, यह किस प्रकार का वाक्य है?(ल्येसेंट सामान्य हिन्दी,पृ.सं.-122;प्रश्न-28 |
10:37, 12 फ़रवरी 2014 का अवतरण
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