"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/4": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
No edit summary |
||
पंक्ति 293: | पंक्ति 293: | ||
{‘माध्यमिक सम्बोधन’ नामक अवधारणा किसने प्रस्तुत की? (समाजशास्त्र बी.ए. प्रथम वर्ष,पृ.सं.-296;प्रश्न-05 | {‘माध्यमिक सम्बोधन’ नामक अवधारणा किसने प्रस्तुत की थी? (समाजशास्त्र बी.ए. प्रथम वर्ष,पृ.सं.-296;प्रश्न-05 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+टॉयलर | +टॉयलर | ||
पंक्ति 300: | पंक्ति 300: | ||
-मार्गन | -मार्गन | ||
{धर्म आध्यात्मिक शक्ति में विश्वास है। यह किसका कथन है? (समाजशास्त्र बी.ए. प्रथम वर्ष,पृ.सं.-297;प्रश्न-01 | {"धर्म आध्यात्मिक शक्ति में विश्वास है।" यह किसका कथन है? (समाजशास्त्र बी.ए. प्रथम वर्ष,पृ.सं.-297;प्रश्न-01 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+टॉयलर | +टॉयलर | ||
पंक्ति 311: | पंक्ति 311: | ||
+विद्यार्थी | +विद्यार्थी | ||
-महिला | -महिला | ||
-शूद्र | -[[शूद्र]] | ||
-ब्राह्मण | -[[ब्राह्मण]] | ||
{अपनी ही जाति में विवाह को कौन-सा विवाह कहा जाता है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-115;प्रश्न-30 | {अपनी ही [[जाति]] में [[विवाह संस्कार|विवाह]] को कौन-सा विवाह कहा जाता है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-115;प्रश्न-30 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-बहिर्विवाह (Exogamy) | -[[बहिर्विवाह]] (Exogamy) | ||
-अनुलोम विवाह (Hypergamy) | -[[अनुलोम विवाह]] (Hypergamy) | ||
-सगोत्र विवाह (Sagotra Marriage) | -सगोत्र विवाह (Sagotra Marriage) | ||
+अन्तर्विवाह (Endogamy) | +[[अंतर्विवाह|अन्तर्विवाह]] (Endogamy) | ||
{हिन्दू परिवार सामान्यत: है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-116;प्रश्न-39 | {[[हिन्दू]] [[परिवार]] सामान्यत: है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-116;प्रश्न-39 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-एक विवाही परिवार | -[[एकपत्नीत्व विवाह|एक विवाही]] परिवार | ||
-बहुविवाही परिवार | -[[बहुभार्यता विवाह|बहुविवाही]] परिवार | ||
-केंद्रीय परिवार | -केंद्रीय परिवार | ||
+संयुक्त परिवार | +[[संयुक्त परिवार]] | ||
{माल्थस द्वारा प्रस्तुत प्राकृतिक अवरोध में निम्नलिखित में से कौन शामिल नहीं है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-793;प्रश्न-07 | {माल्थस द्वारा प्रस्तुत प्राकृतिक अवरोध में निम्नलिखित में से कौन शामिल नहीं है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-793;प्रश्न-07 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-संक्रामक महामारी और प्लेग | -संक्रामक महामारी और [[प्लेग]] | ||
+दरिद्रता | +दरिद्रता | ||
-दुर्घटना और युद्ध | -दुर्घटना और युद्ध | ||
पंक्ति 337: | पंक्ति 337: | ||
{निम्न में से कौन-सा मंदिरों का नगर नहीं है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-777;प्रश्न-19 | {निम्न में से कौन-सा मंदिरों का नगर नहीं है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-777;प्रश्न-19 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-गया | -[[गया]] | ||
-तिरुपति | -[[तिरुपति]] | ||
+श्रीरंगपटनम | +[[श्रीरंगपट्टनम|श्रीरंगपटनम]] | ||
-पुरी | -[[पुरी]] | ||
{फैलते हुए उद्योगों और भवनों के कारण नगरों का जो प्रसारण होता है, उससे बनने वाले नगरीय क्षेत्रों को क्या कहा जाता है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-750;प्रश्न-05 | {फैलते हुए उद्योगों और भवनों के कारण नगरों का जो प्रसारण होता है, उससे बनने वाले नगरीय क्षेत्रों को क्या कहा जाता है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-750;प्रश्न-05 | ||
पंक्ति 349: | पंक्ति 349: | ||
-सवर्विय | -सवर्विय | ||
{जिस स्थान की दो तिहाई जनसंख्या कृषि कार्य करती है तथा एक तिहाई जनसंख्या द्वैतीयक व्यवसायों में लगी रहती है, उसे कहा जाता है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-709;प्रश्न-17 | {जिस स्थान की दो तिहाई जनसंख्या [[कृषि]] कार्य करती है तथा एक तिहाई जनसंख्या द्वैतीयक व्यवसायों में लगी रहती है, उसे कहा जाता है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-709;प्रश्न-17 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-क़स्बा | -क़स्बा | ||
पंक्ति 356: | पंक्ति 356: | ||
+ग्रामीण बाज़ार | +ग्रामीण बाज़ार | ||
{निम्नलिखित में से किसने कर्म को वर्ण का अधार माना है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-570;प्रश्न-39 | {निम्नलिखित में से किसने कर्म को [[वर्ण व्यवस्था|वर्ण]] का अधार माना है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-570;प्रश्न-39 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-आई. पी. देसाई | -आई. पी. देसाई | ||
+सर्वपल्ली राधाकृष्णन | +[[सर्वपल्ली राधाकृष्णन]] | ||
-घुरिए | -घुरिए | ||
-श्रीनिवास | -श्रीनिवास | ||
पंक्ति 365: | पंक्ति 365: | ||
{आत्मवाद या जीववाद का सिद्धांत किसने दिया था? (समाजशास्त्र बी.ए. प्रथम वर्ष,पृ.सं.-297;प्रश्न-05 | {'आत्मवाद' या 'जीववाद' का सिद्धांत किसने दिया था? (समाजशास्त्र बी.ए. प्रथम वर्ष,पृ.सं.-297;प्रश्न-05 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-टॉयलर | -टॉयलर | ||
पंक्ति 372: | पंक्ति 372: | ||
-हॉबल | -हॉबल | ||
{धर्म का सम्बंध पवित्र वस्तु से है। यह किसने कहा है? (समाजशास्त्र बी.ए. प्रथम वर्ष,पृ.सं.-297;प्रश्न-02 | {"धर्म का सम्बंध पवित्र वस्तु से है।" यह किसने कहा है? (समाजशास्त्र बी.ए. प्रथम वर्ष,पृ.सं.-297;प्रश्न-02 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-टॉयलर | -टॉयलर | ||
-सोरोकिन | -सोरोकिन | ||
-वेबर | -वेबर | ||
+दुर्खीम | +दुर्खीम | ||
{सामाजिक संरचना का मुख्य आधार क्या है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-04;प्रश्न-38 | {सामाजिक संरचना का मुख्य आधार क्या है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-04;प्रश्न-38 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-धर्म | -[[धर्म]] | ||
+सामाजिक सम्बंध | +सामाजिक सम्बंध | ||
-संस्कृति | -[[संस्कृति]] | ||
-शिक्षा | -शिक्षा | ||
{निम्नलिखित में से सही कथन कौन-सा है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-115;प्रश्न-31 | {निम्नलिखित में से सही कथन कौन-सा है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-115;प्रश्न-31 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-निकट सम्बंधियों के साथ मैथुन अवरोध परिवार संरचना के निर्माण में सहयोग नहीं | -निकट सम्बंधियों के साथ मैथुन अवरोध [[परिवार]] संरचना के निर्माण में सहयोग नहीं देते। | ||
+निकट सम्बंधियों के साथ मैथुन अवरोध एक समाज से दूसरे समाज तक प्राय: भिन्न नहीं | +निकट सम्बंधियों के साथ मैथुन अवरोध एक समाज से दूसरे समाज तक प्राय: भिन्न नहीं है। | ||
-निकट सम्बंधियों के साथ मैथुन अवरोध परिवार की स्थिति के सम्बंध में भ्रम निर्यात करते | -निकट सम्बंधियों के साथ मैथुन अवरोध परिवार की स्थिति के सम्बंध में भ्रम निर्यात करते हैं। | ||
-निकट सम्बंधियों के साथ मैथुन अवरोध परिवार में यौन प्रतिद्वंद्विता पैदा करता | -निकट सम्बंधियों के साथ मैथुन अवरोध [[परिवार]] में यौन प्रतिद्वंद्विता पैदा करता है। | ||
{यदि उच्च सामाजिक प्रस्थिति समूह की कन्या का विवाह निम्न सामाजिक प्रस्थिति समूह के व्यक्ति से होता है तो यह किस प्रकार का विवाह कहलाएगा? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-08;प्रश्न-37 | {यदि उच्च सामाजिक प्रस्थिति समूह की कन्या का [[विवाह संस्कार|विवाह]] निम्न सामाजिक प्रस्थिति समूह के व्यक्ति से होता है तो यह किस प्रकार का विवाह कहलाएगा? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-08;प्रश्न-37 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-अन्तर्विवाह | -[[अन्तर्विवाह]] | ||
-अधिमान्य विवाह | -अधिमान्य विवाह | ||
-अनुलोम विवाह | -[[अनुलोम विवाह]] | ||
+प्रतिलोम विवाह | +[[प्रतिलोम विवाह]] | ||
{प्रतिबंधात्मक अवरोधों में | {प्रतिबंधात्मक अवरोधों में निम्नलिखित में से कौन शामिल नहीं है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-793;प्रश्न-08 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-विवाह न करना | -[[विवाह संस्कार|विवाह]] न करना | ||
-संयमित वैवाहिक जीवन | -संयमित वैवाहिक जीवन | ||
+दुर्घटना | +दुर्घटना | ||
पंक्ति 416: | पंक्ति 416: | ||
{एक मेगालोपोलिस-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-750;प्रश्न-06 | {एक मेगालोपोलिस-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-750;प्रश्न-06 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-नगरों के आपस में मिल जाने के फलस्वरूप निर्मित एक प्राइमेर नगर | -नगरों के आपस में मिल जाने के फलस्वरूप निर्मित एक प्राइमेर नगर है। | ||
-एक करोड़ की आबादी वाला नगर | -एक करोड़ की आबादी वाला नगर है। | ||
+दो या दो से अधिक मेट्रोपोलिटन क्षेत्रों के मिल जाने के फलस्वरूप फैलता हुआ एक वृहद नगरीकृत क्षेत्र | +दो या दो से अधिक मेट्रोपोलिटन क्षेत्रों के मिल जाने के फलस्वरूप फैलता हुआ एक वृहद नगरीकृत क्षेत्र है। | ||
-महामार्ग के किनारे की एक शृंखला | -महामार्ग के किनारे की एक शृंखला है। | ||
{निम्नलिखित में से कौन वर्ण है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-709;प्रश्न-20 | {निम्नलिखित में से कौन-सा [[वर्ण व्यवस्था|वर्ण]] है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-709;प्रश्न-20 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+क्षत्रिय | +[[क्षत्रिय]] | ||
-यादव | -यादव | ||
-शर्मा | -शर्मा | ||
-साहू | -साहू | ||
{सर्वप्रथम जाति का वर्णन किस वेद में मिलता है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-570;प्रश्न-40 | {सर्वप्रथम [[जाति]] का वर्णन किस [[वेद]] में मिलता है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-570;प्रश्न-40 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+ऋग्वेद | +[[ऋग्वेद]] | ||
-यजुर्वेद | -[[यजुर्वेद]] | ||
-अथर्ववेद | -[[अथर्ववेद]] | ||
-सामवेद | -[[सामवेद]] | ||
{धर्म एक प्रवृत्ति है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-03;प्रश्न-31 | {[[धर्म]] एक प्रवृत्ति है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-03;प्रश्न-31 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-सांसारिक शक्ति के प्रति | -सांसारिक शक्ति के प्रति | ||
पंक्ति 444: | पंक्ति 444: | ||
-राजनीतिक शक्ति के प्रति | -राजनीतिक शक्ति के प्रति | ||
{धर्म लोगों के लिए अफीम है। यह किसका कथन है? (समाजशास्त्र बी.ए. प्रथम वर्ष,पृ.सं.-297;प्रश्न-03 | {"धर्म लोगों के लिए अफीम है।" यह किसका कथन है? (समाजशास्त्र बी.ए. प्रथम वर्ष,पृ.सं.-297;प्रश्न-03 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-वेबर | -वेबर | ||
पंक्ति 458: | पंक्ति 458: | ||
-समुदायात्मक समाज को | -समुदायात्मक समाज को | ||
{एक पुरुष का एक स्त्री तथा उसकी बहनों के साथ विवाह को क्या कहते हैं? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-115;प्रश्न-33 | {एक पुरुष का एक स्त्री तथा उसकी बहनों के साथ [[विवाह संस्कार|विवाह]] को क्या कहते हैं? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-115;प्रश्न-33 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-वेश्यावृत्ति | -वेश्यावृत्ति | ||
-अनुलोम विवाह | -[[अनुलोम विवाह]] | ||
+सोरोलल बहुविवाह | +सोरोलल बहुविवाह | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
{किस प्रकार का विवाह उत्तम माना जाता है, जिसके परिणाम स्वरूप सुंदर, रूपवान और बुद्धिमान संतान की प्रबल सम्भावना रहती है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-116;प्रश्न-46 | {किस प्रकार का [[विवाह संस्कार|विवाह]] उत्तम माना जाता है, जिसके परिणाम स्वरूप सुंदर, रूपवान और बुद्धिमान संतान की प्रबल सम्भावना रहती है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-116;प्रश्न-46 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+बहिर्विवाह | +[[बहिर्विवाह]] | ||
-अन्तर्विवाह | -[[अन्तर्विवाह]] | ||
-एकपक्षीय बहुपत्नी विवाह | -एकपक्षीय [[बहुभार्यता विवाह|बहुपत्नी विवाह]] | ||
-बहुपति विवाह | -[[बहुभर्तृता विवाह|बहुपति विवाह]] | ||
{निम्न में से किस विद्वान ने यह कहा है कि “जनसंख्या वृद्धि के साथ उत्पादन में भी वृद्धि होती है?” (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-793;प्रश्न-09 | {निम्न में से किस विद्वान ने यह कहा है कि “जनसंख्या वृद्धि के साथ उत्पादन में भी वृद्धि होती है?” (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-793;प्रश्न-09 | ||
पंक्ति 479: | पंक्ति 479: | ||
-एडविन केनन | -एडविन केनन | ||
{निम्नलिखित में से कौन-सा सांस्कृतिक केंद्र नहीं है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-777;प्रश्न-21 | {निम्नलिखित में से कौन-सा सांस्कृतिक केंद्र नहीं है?(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-777;प्रश्न-21 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+चण्डीगढ़ | +[[चण्डीगढ़]] | ||
-मक्का | -[[मक्का (अरब)|मक्का]] | ||
-तिरुपति | -[[तिरुपति]] | ||
-वाराणसी | -[[वाराणसी]] | ||
{शहरी और ग्रामीण | {शहरी और ग्रामीण बस्तियों के उस बड़े जमावड़े को जिसकी सारी बस्तियाँ उस क्षेत्र के प्रमुख महानगर के सम्बंधों से परस्पर जुड़ी रहती हैं, उन्हें कहा जाता है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-750;प्रश्न-11 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-सिटी प्रोपर | -सिटी प्रोपर | ||
पंक्ति 500: | पंक्ति 500: | ||
-सामाजिक सम्बंधों के प्रकार | -सामाजिक सम्बंधों के प्रकार | ||
{जाति एक बंद वर्ग है। यह कथन किसका है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-570;प्रश्न-41 | {[[जाति]] एक बंद वर्ग है। यह कथन किसका है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-570;प्रश्न-41 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-नेसफ़ील्ड | -नेसफ़ील्ड | ||
पंक्ति 509: | पंक्ति 509: | ||
{निम्नलिखित में से कौन- | {निम्नलिखित में से कौन-सा समिति नहीं है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-03;प्रश्न-32 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+गाँव | +[[ग्राम|गाँव]] | ||
-कॉलेज | -कॉलेज | ||
-समाज सुधारक संगठन | -समाज सुधारक संगठन | ||
-राजनीतिक दल | -[[भारत के राजनीतिक दल|राजनीतिक दल]] | ||
{धर्म का सम्बंध किस शक्ति में विश्वास से है? (समाजशास्त्र बी.ए. प्रथम वर्ष,पृ.सं.-296;प्रश्न-04 | {[[धर्म]] का सम्बंध किस शक्ति में विश्वास से है? (समाजशास्त्र बी.ए. प्रथम वर्ष,पृ.सं.-296;प्रश्न-04 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-लौकिक शक्ति | -लौकिक शक्ति | ||
पंक्ति 523: | पंक्ति 523: | ||
-कल्पित शक्ति | -कल्पित शक्ति | ||
{हिन्दू सोशल | {'हिन्दू सोशल ऑर्गेनाइजेशन' नामक पुस्तक किसने लिखी थी? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-04;प्रश्न-41 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-एम. एन. श्रीनिवासन | -एम. एन. श्रीनिवासन | ||
पंक्ति 530: | पंक्ति 530: | ||
+पी. एन. प्रभु | +पी. एन. प्रभु | ||
{मुसलमानों के स्थायी विवाह को क्या कहते हैं? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-115;प्रश्न-34 | {[[मुसलमान|मुसलमानों]] के स्थायी विवाह को क्या कहते हैं? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-115;प्रश्न-34 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-निकाह | -निकाह | ||
पंक्ति 544: | पंक्ति 544: | ||
-इनमें से किसी से नहीं | -इनमें से किसी से नहीं | ||
{नगर एक ऐसी संस्था है, जहाँ के अधिकतर निवासी कृषि कार्य के अतिरिक्त अन्य उद्योगों में व्यस्त हों। यह परिभाषा किसने दी है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-777;प्रश्न-14 | {"नगर एक ऐसी संस्था है, जहाँ के अधिकतर निवासी [[कृषि]] कार्य के अतिरिक्त अन्य उद्योगों में व्यस्त हों।" यह परिभाषा किसने दी है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-777;प्रश्न-14 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-डेविस | -डेविस | ||
पंक्ति 560: | पंक्ति 560: | ||
{निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही नहीं है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-750;प्रश्न-10 | {निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही नहीं है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-750;प्रश्न-10 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+एक क्षेत्र की औपचारिक सीमाएँ होनी | +एक क्षेत्र की औपचारिक सीमाएँ होनी चाहिए। | ||
-एक क्षेत्र की एक विशिष्ट भौगोलिक विशेषता नहीं होनी | -एक क्षेत्र की एक विशिष्ट भौगोलिक विशेषता नहीं होनी चाहिए। | ||
-एक क्षेत्र आमतौर पर ग्रामीण तथा नगरीय समुदायों को मिलाकर एक कर देता | -एक क्षेत्र आमतौर पर ग्रामीण तथा नगरीय समुदायों को मिलाकर एक कर देता है। | ||
-एक क्षेत्र अनेक प्रकार के हितों तथा क्रियाकलापों को अपने में निहित करता | -एक क्षेत्र अनेक प्रकार के हितों तथा क्रियाकलापों को अपने में निहित करता है। | ||
{जनजातीय समाज एक असाक्षर समाज होता है, जिसकी प्रमुख विशेषता है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-709;प्रश्न-22 | {जनजातीय समाज एक असाक्षर समाज होता है, जिसकी प्रमुख विशेषता है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-709;प्रश्न-22 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+सरल यांत्रिकी | +सरल यांत्रिकी | ||
-जजमानी व्यवस्था | -[[जजमानी प्रथा|जजमानी व्यवस्था]] | ||
-सांस्कृतिक विविधता | -सांस्कृतिक विविधता | ||
-छोटी जनसंख्या | -छोटी जनसंख्या |
09:57, 7 दिसम्बर 2014 का अवतरण
|