"रावन फाड़ी": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
No edit summary |
|||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{सूचना बक्सा संक्षिप्त परिचय | |||
|चित्र=Ravana-Phadi-Cave-Temple.jpg | |||
|चित्र का नाम=रावन फाड़ी गुफ़ा मंदिर | |||
|विवरण='रावन फाड़ी' [[कर्नाटक]] स्थित ऐतिहासिक गुफ़ा मंदिर है। यह मंदिर [[शिव|भगवान शिव]] को समर्पित है। | |||
|शीर्षक 1=राज्य | |||
|पाठ 1=[[कर्नाटक]] | |||
|शीर्षक 2=स्थान | |||
|पाठ 2=[[ऐहोल]], [[बीजापुर]] | |||
|शीर्षक 3=निर्माणकाल | |||
|पाठ 3=छठी सदी लगभग | |||
|शीर्षक 4= | |||
|पाठ 4= | |||
|शीर्षक 5= | |||
|पाठ 5= | |||
|शीर्षक 6= | |||
|पाठ 6= | |||
|शीर्षक 7= | |||
|पाठ 7= | |||
|शीर्षक 8= | |||
|पाठ 8= | |||
|शीर्षक 9= | |||
|पाठ 9= | |||
|शीर्षक 10= | |||
|पाठ 10= | |||
|संबंधित लेख= | |||
|अन्य जानकारी=यहाँ मंदिर के दो भाग हैं- 'मंतपस' और '[[शिवलिंग]]'। मंदिर में कई खंभे बने हुए हैं। यहाँ आने के लिए तीन प्रवेश द्वार हैं। | |||
|बाहरी कड़ियाँ= | |||
|अद्यतन= | |||
}} | |||
'''रावन फाड़ी''' [[ऐहोल]], [[कर्नाटक]] में स्थित ऐतिहासिक गुफ़ा मंदिर है। यह पूरे ऐहोल में सबसे पुराना गुफ़ा मंदिर है। यह स्थान कर्नाटक के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। | '''रावन फाड़ी''' [[ऐहोल]], [[कर्नाटक]] में स्थित ऐतिहासिक गुफ़ा मंदिर है। यह पूरे ऐहोल में सबसे पुराना गुफ़ा मंदिर है। यह स्थान कर्नाटक के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। | ||
07:12, 19 दिसम्बर 2014 के समय का अवतरण
रावन फाड़ी
| |
विवरण | 'रावन फाड़ी' कर्नाटक स्थित ऐतिहासिक गुफ़ा मंदिर है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। |
राज्य | कर्नाटक |
स्थान | ऐहोल, बीजापुर |
निर्माणकाल | छठी सदी लगभग |
अन्य जानकारी | यहाँ मंदिर के दो भाग हैं- 'मंतपस' और 'शिवलिंग'। मंदिर में कई खंभे बने हुए हैं। यहाँ आने के लिए तीन प्रवेश द्वार हैं। |
रावन फाड़ी ऐहोल, कर्नाटक में स्थित ऐतिहासिक गुफ़ा मंदिर है। यह पूरे ऐहोल में सबसे पुराना गुफ़ा मंदिर है। यह स्थान कर्नाटक के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है।
- इस स्थान पर भगवान शिव को समर्पित ऐहोल की सबसे बड़ी गुफ़ा है।
- गुफ़ा के अंदर दो बड़े-बड़े मंदिर हैं। यहां भगवान शिव के नृत्य करते हुए कई चित्र लगे हुए हैं।
- रावन फाड़ी की गुफ़ा को लगभग 6वीं सदी में बनाया गया था।
- यहाँ मंदिर के दो भाग हैं- 'मंतपस' और 'शिवलिंग'। मंदिर में कई खंभे बने हुए हैं। यहाँ आने के लिए तीन प्रवेश द्वार हैं।
- मंदिर की दीवारों पर नटराज भगवान के नृत्य करते हुए चित्र लगे हैं। गुफ़ा के दोनों ओर एक-एक खुले मंदिर स्थित हैं, जिनमें भगवान नटराज की नृत्य करती हुई मूर्ति लगी है।[1]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ रावन फाड़ी, ऐहोल (हिन्दी) नेटिव प्लेनेट। अभिगमन तिथि: 19 दिसम्बर, 2014।