"सदस्य:रविन्द्र प्रसाद/4": अवतरणों में अंतर
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{[[हिन्दू धर्म|हिन्दू]] [[विवाह संस्कार|विवाह]] में वर और कन्या की उम्र कितनी होनी चाहिए? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-115;प्रश्न-35 | {[[हिन्दू धर्म|हिन्दू]] [[विवाह संस्कार|विवाह]] में वर और कन्या की उम्र कितनी होनी चाहिए? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-115;प्रश्न-35 | ||
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+21 व 18 [[वर्ष]] | +21 व 18 [[वर्ष]] | ||
-22 व 20 वर्ष | -22 व 20 वर्ष | ||
||{{seealso|सात फेरे और सात वचन|सप्तपदी}} | |||
{‘जनसंख्या सिद्धांत पर निबंध’ नामक लेख सर्वप्रथम किसका और कब प्रकाशित हुआ था? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-793;प्रश्न-01 | {‘जनसंख्या सिद्धांत पर निबंध’ नामक लेख सर्वप्रथम किसका और कब प्रकाशित हुआ था? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-793;प्रश्न-01 | ||
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-रेमंड फर्थ | -रेमंड फर्थ | ||
-क्रोबर | -क्रोबर | ||
||{{seealso|भारत की जन जातियाँ}} | |||
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-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
{'पोटलैच' (Potlach) वह आदिम प्रथा है जिसके द्वारा-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-115;प्रश्न-29 | {'पोटलैच' (Potlach) वह आदिम प्रथा है, जिसके द्वारा-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-115;प्रश्न-29 | ||
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-लड़की का [[विवाह संस्कार|विवाह]] सम्पन्न किया जाता है। | -लड़की का [[विवाह संस्कार|विवाह]] सम्पन्न किया जाता है। | ||
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-निर्धनता | -निर्धनता | ||
+उपरोक्त सभी | +उपरोक्त सभी | ||
||{{seealso|अंतर्विवाह|बहिर्विवाह|बहुभर्तृता विवाह|एकपत्नीत्व विवाह|प्रतिलोम विवाह}} | |||
{‘अनुकूलन जनसंख्या सिद्धांत’ का समर्थक | {निम्न में से कौन ‘अनुकूलन जनसंख्या सिद्धांत’ का समर्थक है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-793;प्रश्न-05 | ||
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-आसर्ने ड्यूमा | -आसर्ने ड्यूमा | ||
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+[[श्रीरंगपट्टनम|श्रीरंगपटनम]] | +[[श्रीरंगपट्टनम|श्रीरंगपटनम]] | ||
-[[पुरी]] | -[[पुरी]] | ||
||{{seealso|कर्नाटक|कर्नाटक पर्यटन|मैसूर}} | |||
{फैलते हुए उद्योगों और भवनों के कारण नगरों का जो प्रसारण होता है, उससे बनने वाले नगरीय क्षेत्रों को क्या कहा जाता है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-750;प्रश्न-05 | {फैलते हुए उद्योगों और भवनों के कारण नगरों का जो प्रसारण होता है, उससे बनने वाले नगरीय क्षेत्रों को क्या कहा जाता है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-750;प्रश्न-05 | ||
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{जिस स्थान की दो तिहाई जनसंख्या [[कृषि]] कार्य करती है तथा एक तिहाई जनसंख्या द्वैतीयक व्यवसायों में लगी रहती है, उसे कहा जाता है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-709;प्रश्न-17 | {जिस स्थान की दो तिहाई जनसंख्या [[कृषि]] कार्य करती है तथा एक तिहाई जनसंख्या द्वैतीयक व्यवसायों में लगी रहती है, उसे कहा जाता है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-709;प्रश्न-17 | ||
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-क़स्बा | -[[क़स्बा]] | ||
-नगर | -नगर | ||
-ग्रामीण क़स्बा | -ग्रामीण क़स्बा | ||
+ग्रामीण बाज़ार | +ग्रामीण बाज़ार | ||
||{{seealso|मानव बस्ती|ग्रामीण बस्ती|ग्राम}} | |||
{निम्नलिखित में से किसने कर्म को [[वर्ण व्यवस्था|वर्ण]] का अधार माना है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-570;प्रश्न-39 | {निम्नलिखित में से किसने कर्म को [[वर्ण व्यवस्था|वर्ण]] का अधार माना है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-570;प्रश्न-39 | ||
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+सोरोलल बहुविवाह | +सोरोलल बहुविवाह | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
||{{seealso|अंतर्विवाह|बहुभार्यता विवाह|बहुभर्तृता विवाह|प्रतिलोम विवाह}} | |||
{निम्न में से किस विद्वान ने यह कहा है कि “जनसंख्या वृद्धि के साथ उत्पादन में भी वृद्धि होती है?” (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-793;प्रश्न-09 | {निम्न में से किस विद्वान ने यह कहा है कि “जनसंख्या वृद्धि के साथ उत्पादन में भी वृद्धि होती है?” (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-793;प्रश्न-09 | ||
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-[[वाराणसी]] | -[[वाराणसी]] | ||
{शहरी और ग्रामीण बस्तियों के उस बड़े जमावड़े को जिसकी सारी बस्तियाँ उस क्षेत्र के प्रमुख महानगर के सम्बंधों से परस्पर जुड़ी रहती हैं, उन्हें कहा जाता है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-750;प्रश्न-11 | {शहरी और [[ग्रामीण बस्ती|ग्रामीण बस्तियों]] के उस बड़े जमावड़े को जिसकी सारी बस्तियाँ उस क्षेत्र के प्रमुख महानगर के सम्बंधों से परस्पर जुड़ी रहती हैं, उन्हें कहा जाता है-(यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-750;प्रश्न-11 | ||
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-सिटी प्रोपर | -सिटी प्रोपर | ||
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-मेट्रोपोलिटन एरिया | -मेट्रोपोलिटन एरिया | ||
+मेट्रोपोलिटन रीजन | +मेट्रोपोलिटन रीजन | ||
||{{seealso|प्रकीर्ण बस्ती|संहत बस्ती|क़स्बा|गंज}} | |||
{ग्रामीण समुदाय को नगरीय समुदाय से भिन्न करने के लिए निम्नलिखित में से कौन-सा आचार सही है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-709;प्रश्न-21 | {ग्रामीण समुदाय को नगरीय समुदाय से भिन्न करने के लिए निम्नलिखित में से कौन-सा आचार सही है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-709;प्रश्न-21 | ||
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+श्रम विभाजन | +श्रम विभाजन | ||
-सामाजिक सम्बंधों के प्रकार | -सामाजिक सम्बंधों के प्रकार | ||
{किस प्रकार का [[विवाह संस्कार|विवाह]] उत्तम माना जाता है, जिसके परिणाम स्वरूप सुंदर, रूपवान और बुद्धिमान संतान की प्रबल सम्भावना रहती है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-116;प्रश्न-46 | |||
|type="()"} | |||
+[[बहिर्विवाह]] | |||
-[[अन्तर्विवाह]] | |||
-एकपक्षीय [[बहुभार्यता विवाह|बहुपत्नी विवाह]] | |||
-[[बहुभर्तृता विवाह|बहुपति विवाह]] | |||
{[[जाति]] एक बंद वर्ग है। यह कथन किसका है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-570;प्रश्न-41 | {[[जाति]] एक बंद वर्ग है। यह कथन किसका है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-570;प्रश्न-41 | ||
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-जिहर | -जिहर | ||
+मुताह | +मुताह | ||
||{{seealso|इस्लाम धर्म}} | |||
{जैविकीय कार्यों का सम्बंध किससे है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-116;प्रश्न-47 | {जैविकीय कार्यों का सम्बंध किससे है? (यूजीसी समाजशास्त्र,पृ.सं.-116;प्रश्न-47 |
09:39, 1 जनवरी 2015 का अवतरण
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