"पंकज पचौरी": अवतरणों में अंतर
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04:56, 29 मई 2015 का अवतरण
पंकज पचौरी
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पूरा नाम | पंकज पचौरी |
जन्म | 24 सितम्बर, 1963 |
जन्म भूमि | मथुरा, उत्तर प्रदेश |
अभिभावक | भगवान सहाय पचौरी (पिता) |
विद्यालय | 'सेंट जॉन्स कॉलिज', आगरा; 'लालबहादुर शास्त्री इंस्टिट्यूट ऑफ कम्यूनिकेशन', लखनऊ |
शिक्षा | कॉमर्स स्नातक और 'पत्रकारिता' |
पुरस्कार-उपाधि | 'द स्टेटस मैन अवार्ड फ़ॉर रूरल रिपोर्टिंग' (1989), 'श्रीकांत वर्मा पुरस्कार' (1990), 'गौरव श्री सम्मान' और 'गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार' |
प्रसिद्धि | पत्रकार |
विशेष योगदान | हिन्दी को जनसंचार की सुगम और सुव्यवस्थित भाषा बनाने में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है। |
नागरिकता | भारतीय |
इन्हें भी देखें | कवि सूची, साहित्यकार सूची |
पंकज पचौरी का जन्म 24 सितम्बर, 1963 ई. में मथुरा, उत्तर प्रदेश में हुआ था। कुल इक्कीस वर्ष की उम्र में 'द पैट्रियट' समाचार पत्र से अपना पत्रकार जीवन प्रारम्भ करने वाले पंकज पचौरी आज जनसंचार माध्यमों का एक जाना-माना और प्रतिष्ठित नाम है। पिछले पच्चीस वर्षों से पत्रकारिता और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में निरंतर सक्रिय इन्होंने राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर के अनेक समाचार-पत्रों एवं संस्थानों, जैसे- 'एन.डी.टी.वी.', 'द संडे ऑब्ज़र्वर', 'इंडिया टुडे', 'बी.बी.सी.' तथा 'अमेरीकन पब्लिक ब्रॉडकास्टिंग सर्विस' को अपनी विशिष्ट सेवाएँ प्रदान की हैं।
जीवन परिचय एवं शिक्षा
इनके पिता का नाम 'भगवान सहाय पचौरी' है। यह कॉमर्स स्नातक 'सेंट जॉन्स कॉलिज', आगरा से हैं और इन्होंने पत्रकारिता की शिक्षा 'लालबहादुर शास्त्री इंस्टिट्यूट ऑफ कम्यूनिकेशन' लखनऊ से प्राप्त की है। एन.डी.टी.वी. के सीनियर एडिटर पंकज पचौरी को 'आगरा विश्वविद्यालय' ने गौरव श्री सम्मान से सम्मानित किया है। [1]
सक्रियता
'एन.डी.टी.वी. इंडिया' के 'हम लोग' जैसे कार्यक्रम के द्वारा ख़ास लोगों से लेकर आम आदमी तक के ज्वलंत मुद्दों को इन्होंने उठाया है। इसके साथ ही वे 'एन.डी.टी.वी. प्रॉफ़िट' पर 'मनीमंत्र' कार्यक्रम के जरिए हमारी अर्थगत क्रियाओं को राजनीति व समाज सहित व्यापक परिप्रेक्ष्य में देखने-दिखलाने की सार्थक कोशिश भी कर रहे हैं।
योगदान
इन्होंने हिंदी को जनसंचार की सुगम और सुव्यवस्थित भाषा बनाने में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है। इसके लिए मीडिया के मंच के सार्थक इस्तेमाल के साथ-साथ उन्होंने बौद्धिक विमर्श के अन्य महत्त्वपूर्ण मंचों का भी भरपूर उपयोग किया है। वरिष्ठ टेलीविज़न पत्रकार पंकज पचौरी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार के रूप में भी कार्य किया है। ।[2]
पुरस्कार
- 1989 में 'राजस्थान में कन्या भ्रूण हत्या' को बेनक़ाब करने के लिए 'द स्टेटस मैन अवार्ड फ़ॉर रूरल रिपोर्टिंग' सहित अनेक पुरस्कार मिले हैं।
- 1990 में पत्रकारिता के लिए 'श्रीकांत वर्मा पुरस्कार' दिया गया।
- हिंदी पत्रकारिता के क्षेत्र में नए प्रतिमान स्थापित करने वाले पंकज पचौरी को 'केंद्रीय हिंदी संस्थान' ने 'गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार' प्रदान किया है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पंकज पचौरी को गौरव श्री (हिंदी)। । अभिगमन तिथि: 30 अगस्त, 2012।
- ↑ पंकज पचौरी बने प्रधानमंत्री के मीडिया सलाहकार (हिंदी)। । अभिगमन तिथि: 30 अगस्त, 2012।
बाहरी कड़ियाँ
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