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'''प्रयोग'''-  
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#[[मामा]] ने जो आग लगा दी है वह मेरे बुझाए नहीं बुझ सकती। - ([[प्रेमचंद]])
#[[मामा]] ने जो आग लगा दी है वह मेरे बुझाए नहीं बुझ सकती। - ([[प्रेमचंद]])
#एक तो ऐसे ही दिमाग [[गरम होना|गरम]] है, ऊपर से तू उलटा-सीधा बोलकर और भी [[आग]] लगा देती है। - ([[सरोजिनी नायडू|सरोजिनी वर्मा]])
#एक तो ऐसे ही दिमाग गरम है, ऊपर से तू उलटा-सीधा बोलकर और भी [[आग]] लगा देती है। - (सरोजिनी वर्मा)


==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==

11:30, 24 अक्टूबर 2015 का अवतरण

आग लगाना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ-

  1. दो घरों, पक्षों, दलों आदि में बहुत बड़ा झगड़ा खड़ा करना जिससे वे परस्पर शत्रुवत् व्यवहार करने लगें।
  2. ऐसी बात कहना या काम करना जिससे कोई क्रोध से भड़क उठे।


प्रयोग-

  1. मामा ने जो आग लगा दी है वह मेरे बुझाए नहीं बुझ सकती। - (प्रेमचंद)
  2. एक तो ऐसे ही दिमाग गरम है, ऊपर से तू उलटा-सीधा बोलकर और भी आग लगा देती है। - (सरोजिनी वर्मा)

टीका टिप्पणी और संदर्भ

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