"आँसू पीना": अवतरणों में अंतर

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'''आँसू पीना''' एक प्रचलित [[कहावत लोकोक्ति मुहावरे|लोकोक्ति]] अथवा [[हिन्दी]] मुहावरा है।
'''आँसू पीना''' एक प्रचलित [[कहावत लोकोक्ति मुहावरे|लोकोक्ति]] अथवा [[हिन्दी]] मुहावरा है।


'''अर्थ'''- घोर दुख होने पर भी [[शान्ती पंचमी|शांत]] रहना और आँखों में आँसू तक न आने देना।
'''अर्थ'''- घोर दुख होने पर भी शांत रहना और आँखों में आँसू तक न आने देना।


'''प्रयोग'''- गाँठ में पैसे भी न थे कि सूखे [[गले लगना|गले]] को सींचता आँसू पीने के सिवा आज पीने को था ही क्या? - ([[राधिका |राजा राधिका प्रसाद सिंह]])
'''प्रयोग'''- गाँठ में पैसे भी न थे कि सूखे गले को सींचता आँसू पीने के सिवा आज पीने को था ही क्या? - (राजा राधिका प्रसाद सिंह)





11:31, 24 अक्टूबर 2015 का अवतरण

आँसू पीना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ- घोर दुख होने पर भी शांत रहना और आँखों में आँसू तक न आने देना।

प्रयोग- गाँठ में पैसे भी न थे कि सूखे गले को सींचता आँसू पीने के सिवा आज पीने को था ही क्या? - (राजा राधिका प्रसाद सिंह)


टीका टिप्पणी और संदर्भ

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