"उँगली उठाना": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
कविता भाटिया (वार्ता | योगदान) (''''उँगली उठाना''' एक प्रचलित कहावत लोकोक्ति मुहावरे|...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
कविता भाटिया (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 4: | पंक्ति 4: | ||
'''प्रयोग''' - | '''प्रयोग''' - | ||
#अगर पसीने की मजूरी करता तो खानदान का रुतबा रसातल में चला जाता दुनिया उनके ऊपर उँगली उठाती वे दुनिया के सामने आँख न उठा पाते। | #अगर पसीने की मजूरी करता तो खानदान का रुतबा रसातल में चला जाता दुनिया उनके ऊपर [[उँगली]] उठाती वे दुनिया के सामने [[आँख]] न उठा पाते। | ||
#आज जो लोग तुम्हारा उदाहरण देते है ऐसा न हो कि कल वे ही तुम पर उँगली उठाने लग जाएँ। (गुलशन नंदा) | #आज जो लोग तुम्हारा उदाहरण देते है ऐसा न हो कि कल वे ही तुम पर उँगली उठाने लग जाएँ। (गुलशन नंदा) | ||
08:08, 25 अक्टूबर 2015 का अवतरण
उँगली उठाना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है ।
अर्थ -दोषारोप करना।
प्रयोग -
- अगर पसीने की मजूरी करता तो खानदान का रुतबा रसातल में चला जाता दुनिया उनके ऊपर उँगली उठाती वे दुनिया के सामने आँख न उठा पाते।
- आज जो लोग तुम्हारा उदाहरण देते है ऐसा न हो कि कल वे ही तुम पर उँगली उठाने लग जाएँ। (गुलशन नंदा)