"अंगार होना": अवतरणों में अंतर
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#जब उसने चंदा को घसीटते हुए देखा तो उसका रोम रोम अंगार हो गया। -(अजित पुष्कल) | #जब उसने चंदा को घसीटते हुए देखा तो उसका रोम रोम अंगार हो गया। -(अजित पुष्कल) | ||
#आशिष सहज ही अपना चेहरा मेरी और घुमा लेता है। मैं देखता हुँ उसकी आँखें एकदम अँगार हो रही हैं। -(श्रवणकुमार) | #आशिष सहज ही अपना चेहरा मेरी और घुमा लेता है। मैं देखता हुँ उसकी आँखें एकदम अँगार हो रही हैं। -([[श्रवणकुमार]]) | ||
10:37, 25 अक्टूबर 2015 का अवतरण
अंगार होना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- अंगारे की तरह जलना।
प्रयोग-
- जब उसने चंदा को घसीटते हुए देखा तो उसका रोम रोम अंगार हो गया। -(अजित पुष्कल)
- आशिष सहज ही अपना चेहरा मेरी और घुमा लेता है। मैं देखता हुँ उसकी आँखें एकदम अँगार हो रही हैं। -(श्रवणकुमार)