"कहावत लोकोक्ति मुहावरे-ब": अवतरणों में अंतर
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अर्थ- ऐसा सेवक जिसे कुछ भी पारिश्रमिक न देना पड़ना हो। | |||
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अर्थ- बिल्कुल भूखे, बिना कुछ भी खाए। | |||
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अर्थ- ऐसा व्यक्ति जो राजा तो न हो परंतु जिसका सम्मान राजा जैसा हो। | |||
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अर्थ- अर्थहीन, निरर्थक। | |||
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अर्थ- अपने बचाव या छिपने के लिए जगह खोजने में लगे होना। | |||
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06:16, 4 नवम्बर 2015 का अवतरण
कहावत लोकोक्ति मुहावरे वर्णमाला क्रमानुसार खोजें
कहावत लोकोक्ति मुहावरे | अर्थ | |
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1- बुद्ध वृहस्पति दो भले, शुक्र न भला बखा… |
अर्थ - धान की बुवाई हेतु बुद्ध और गुरु शुभ दिन हैं। शुक्र अशुभ है। अगर रविवार और मंगल को धान बोया जाएगा तो उपज नहीं के समान होगी ऐसा लोकमत है। | |
2- बिल्ली के भागों छींका टूटा। |
अर्थ - जैसा व्यक्ति चाहे, वैसा ही हो जाये। | |
3- बिन माँगे मोती मिलें, माँगे मिले न भीख। |
अर्थ - सौभाग्य से कोई अच्छी चीज़ अपने –आप मिल जाती है और दुर्भाग्य से घटिया चीज़ प्रयत्न करने पर भी नहीं मिलती। | |
4- बंदर घुड़की / भभकी। |
अर्थ - प्रभावहीन धमकी। | |
5- बखिया उधेड़ना। |
अर्थ - भेद खोलना। | |
6- बच्चों का खेल। |
अर्थ - सरल काम । | |
7- बछिया का ताऊ। |
अर्थ - मूर्ख! कुछ समझते भी हो या नहीं। | |
8- बट्टा लगना। |
अर्थ - कलंक लगना। | |
9- बड़े घर की हवा खाना। |
अर्थ - जेल जाना। | |
10- बत्ती सी खिलना। |
अर्थ - हँसी आना। | |
11- बत्तीसी बंद होना। |
अर्थ - चुप हो जाना। | |
12- बरस पड़ना। |
अर्थ - अति क्रुद्ध होकर डाँटना। | |
13- बल्लियों / बासों उछलना। |
अर्थ - बहुत खुश होना। | |
14- बाएँ हाथ का खेल। |
अर्थ - अति सरल कार्य। | |
15- बुरे दिनन के फेर से सुमेरू होत माटी को। |
अर्थ - जब बुरे दिन आते हैं तो सोना भी मिट्टी की कीमत का हो जाता है। | |
16- बाछें खिल जाना। |
अर्थ - अत्यन्त प्रसन्न होना। | |
17- बाज़ार गर्म होना। |
अर्थ - तेजी होना। | |
18- बात का धनी होना। |
अर्थ - वचन का पक्का होना। | |
19- बात की बाम में। |
अर्थ - तुरंत बात की बात में । | |
20- बात तक न पूछना। |
अर्थ - आदर न करना। | |
21- बाल की खाल उतारना। |
अर्थ - अनावश्यक विवाद करना। | |
22- बाल बाँका न कर सकना। |
अर्थ - कुछ भी हानि न पहुँचा सकना। | |
23- बालू से तेल निकालना। |
अर्थ - असम्भव को सम्भव करना। | |
24- बासी कढी में उबाल आना। |
अर्थ - उचित समय के पश्चात इच्छा जागना। | |
25- बिल्ली के गले में घंटी बाँधना। |
अर्थ - अपने को संकट में डालना। | |
26- बेपेंदी का लोटा। |
अर्थ - ढुलमुल कोशिश / अस्थिर विचारों वाला। | |
27- बेसिर पैर की हाँकना। |
अर्थ- ऊलजलूल बातें करना | |
28- बंटाढार होना। |
अर्थ- चौपट या नष्ट होना। | |
29- बंद मुटठी खुलना/खुल जाना। |
अर्थ- छिपी बात सामने आ जाना, रहस्य प्रकट हो जाना। | |
30- बंदगी बजाना। |
अर्थ- सलान करना। | |
31- बंदर बाँट। |
अर्थ- बाँटने का वह ढंग या रीति जिसमें मध्यस्थ ही सब-कुछ खा जाता हो और संबद्ध व्यक्तियों के पल्ले कुछ न पड़ता हो। | |
32- बंदूक की नोक पर। |
अर्थ- मार डालने की धमकी देते हुए। | |
33- बंधन ढीले होना। |
अर्थ- अंग शिथिल पड़ना। | |
34- बँधा बँधाया |
अर्थ- पूर्ण रूप से निश्चित और सीमित। | |
35- बखिया उधेड़ना/उधेड़ देना। |
अर्थ- रहस्य खोलना। | |
36- बगल गरम करना। |
अर्थ- सहवास करना। | |
37- बगल में दबाए रखना। |
अर्थ- अधीन रखना। | |
38- बगल से। |
अर्थ- पड़ोसी के यहाँ से। | |
39- बगलें झाँकना। |
अर्थ- फँस जाने पर इधर-उधर से निकल भागने के लिए राह खोजना। | |
40- बगलें बजाना। |
अर्थ- बहुत प्रसन्नता प्रकट करना। | |
41- बचकर रहना। |
अर्थ- पकड़े जाने से बचने के विचार से दूर रहना अथवा सावधान रहना। | |
42- बचन डालना। |
अर्थ- याचना करना। | |
43- बच्चा/बच्चे गिराना। |
अर्थ- गर्भपात कराना। | |
44- बझा रहना। |
अर्थ- बँधा या फँसा रहना, व्यस्थ रहना। | |
45- बटन दबाना/दबा देना। |
अर्थ- कोई काम आरम्भ करना। | |
46- बिगाड़ न सकना। |
अर्थ- अहित न कर पाना। | |
47- बिजली गिरना। |
अर्थ- घोर विपत्ति आना। | |
48- बिजली की तरह कड़कना। |
अर्थ- रोष पूर्वक बिगड़ना। | |
49- बिजली दौड़ जाना। |
अर्थ- बिजली के जैसा आघात लगना। | |
50- बिदकने लगना। |
अर्थ- उपेक्षा पूर्वक पीछे हटना। | |
51- बिन आई मारा जाना। |
अर्थ- असमय ही मृत्यु होना। | |
52- बिन कौड़ी का गुलाम। |
अर्थ- ऐसा सेवक जिसे कुछ भी पारिश्रमिक न देना पड़ना हो। | |
53- बिना एक भी दाना मुँह में डाले। |
अर्थ- बिल्कुल भूखे, बिना कुछ भी खाए। | |
54- बिना तिलक का राजा। |
अर्थ- ऐसा व्यक्ति जो राजा तो न हो परंतु जिसका सम्मान राजा जैसा हो। | |
55- बिना सिर पैर का। |
अर्थ- अर्थहीन, निरर्थक। | |
56- बिल ढूँढ़ते फिरना। |
अर्थ- अपने बचाव या छिपने के लिए जगह खोजने में लगे होना। |