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'''किसी अर्थ का न होना''' एक प्रचलित [[कहावत लोकोक्ति मुहावरे|लोकोक्ति]] अथवा [[हिन्दी]] मुहावरा है।
'''किसी अर्थ का न होना''' एक प्रचलित [[कहावत लोकोक्ति मुहावरे|लोकोक्ति]] अथवा [[हिन्दी]] मुहावरा है।


'''अर्थ'''- परम लज्जित समझते हुए, अपने हीनता का विचार करके।
'''अर्थ'''- बेकार या व्यर्थ होना।


'''प्रयोग'''-  
'''प्रयोग'''- पढ़-लिखकर भी यह लड़का किसी अर्थ का न हुआ।
#हम किस मुँह से उनसे अब कुछ माँग सकते हैं।
#बहू से अब यह कहती भी तो किस मुँह से। ([[शिवानी]])
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==

09:50, 4 दिसम्बर 2015 का अवतरण

किसी अर्थ का न होना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ- बेकार या व्यर्थ होना।

प्रयोग- पढ़-लिखकर भी यह लड़का किसी अर्थ का न हुआ।

टीका टिप्पणी और संदर्भ

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