"गिनती ही न होना": अवतरणों में अंतर

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'''अर्थ'''- संख्या में इतना अधिक होना कि सहसा गिनती न हो सके।
'''अर्थ'''- संख्या में इतना अधिक होना कि सहसा गिनती न हो सके।


'''प्रयोग'''- उनके पास सभी [[भाषा|भाषाओं]] की पुस्तकें थीं। [[अंग्रेज़ी|अंग्रेज़ी]] [[उपन्यास|उपन्यासों]] की तो गिनती ही न थीं।
'''प्रयोग'''- उनके पास सभी [[भाषा|भाषाओं]] की पुस्तकें थीं। [[अंग्रेज़ी|अंग्रेज़ी]] [[उपन्यास|उपन्यासों]] की तो गिनती ही न थी।





14:32, 10 दिसम्बर 2015 का अवतरण

गिनती ही न होना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ- संख्या में इतना अधिक होना कि सहसा गिनती न हो सके।

प्रयोग- उनके पास सभी भाषाओं की पुस्तकें थीं। अंग्रेज़ी उपन्यासों की तो गिनती ही न थी।


टीका टिप्पणी और संदर्भ

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