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*उपरोक्त सखियों में से 'चित्रा', 'सुदेवी', 'तुंगविद्या' और 'इन्दुलेखा' के स्थान पर 'सुमित्रा', 'सुन्दरी', 'तुंगदेवी' और 'इन्दुरेखा' नाम भी मिलते हैं।
*उपरोक्त सखियों में से 'चित्रा', 'सुदेवी', 'तुंगविद्या' और 'इन्दुलेखा' के स्थान पर 'सुमित्रा', 'सुन्दरी', 'तुंगदेवी' और 'इन्दुरेखा' नाम भी मिलते हैं।


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11:35, 6 अप्रैल 2016 का अवतरण

अष्टसखी श्रीराधा जी की वे आठ श्रेष्ठ सखियाँ थीं, जिन्हें राधा जी सबसे अधिक मानती और महत्त्व देती थीं।

  • राधा जी की परम श्रेष्ठ सखियाँ आठ मानी गयी हैं, जिनके नाम निम्नलिखित हैं-
  1. ललिता
  2. विशाखा
  3. चम्पकलता
  4. चित्रा
  5. सुदेवी
  6. तुंगविद्या
  7. इन्दुलेखा
  8. रंगदेवी
  9. सुदेवी
  • उपरोक्त सखियों में से 'चित्रा', 'सुदेवी', 'तुंगविद्या' और 'इन्दुलेखा' के स्थान पर 'सुमित्रा', 'सुन्दरी', 'तुंगदेवी' और 'इन्दुरेखा' नाम भी मिलते हैं।


इन्हें भी देखें: राधा एवं कृष्ण

टीका टिप्पणी और संदर्भ

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