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रिंकू बघेल (वार्ता | योगदान) ('{| class="bharattable-green" width="100%" |- | valign="top"| {| width="100%" | <quiz display=simple> {पंच-निर्णय...' के साथ नया पृष्ठ बनाया) |
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{पंच-निर्णय के लिए स्थायी न्यायालय की स्थापना कहाँ हुई? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-908प्रश्न-271 | {पंच-निर्णय के लिए स्थायी [[न्यायालय]] की स्थापना कहाँ हुई? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-908प्रश्न-271 | ||
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- | -पेरिस | ||
-[[लंदन]] | -[[लंदन]] | ||
+हेग | +हेग | ||
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-इसमें 14 धाराएं थीं | -इसमें 14 धाराएं थीं | ||
-प्रथम में चार धाराओं में बुनियादी अधिकारों का उल्लेख और दस में राज्यों के कर्त्तव्यों का। | -प्रथम में चार धाराओं में बुनियादी अधिकारों का उल्लेख और दस में [[राज्य|राज्यों]] के कर्त्तव्यों का। | ||
+उपरोक्त दोनों | +उपरोक्त दोनों | ||
-उपर्युक्त में से कोई नहीं | -उपर्युक्त में से कोई नहीं | ||
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-उपर्युक्त में से कोई नहीं | -उपर्युक्त में से कोई नहीं | ||
{[[संविधान सभा]] के लिए प्रांतों को..... सदस्य निर्वाचित करने थे?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-735,प्रश्न-173 | {[[संविधान सभा]] के लिए प्रांतों को........ सदस्य निर्वाचित करने थे?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-735,प्रश्न-173 | ||
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{[[संविधान]] के किस अनुच्छेद में लोक कल्याणकारी | {[[संविधान]] के किस अनुच्छेद में लोक कल्याणकारी राज्य की अवधारण का प्रतिपादन किया गया है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-737,प्रश्न-205 | ||
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+अनुच्छेद 38 | +अनुच्छेद 38 | ||
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-उपर्युक्त में से कोई नहीं | -उपर्युक्त में से कोई नहीं | ||
{बुनियादी अधिकार के अंतर्गत कौन से अधिकार आते हैं? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-918प्रश्न-460 | {बुनियादी अधिकार के अंतर्गत कौन-से अधिकार आते हैं? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-918प्रश्न-460 | ||
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-प्रादेशिक अखण्डता का अधिकार | -प्रादेशिक अखण्डता का अधिकार | ||
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{सार्क में निम्न कौन-कौन से देश शामिल हैं? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-927प्रश्न-614 | {सार्क में निम्न कौन-कौन से देश शामिल हैं? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-927प्रश्न-614 | ||
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-भारत, नेपाल व श्रीलंका | -[[भारत]], [[नेपाल]] व [[श्रीलंका]] | ||
-भूटान | -[[भूटान]] व [[पाकिस्तान]] | ||
- | -[[बांग्लादेश]] व [[मालद्वीप]] | ||
+उपरोक्त सभी | +उपरोक्त सभी | ||
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-115 वाँ | -115 वाँ | ||
{"साम्यवादी [[चीन]] के प्रति [[जवाहरलाल | {"साम्यवादी [[चीन]] के प्रति [[जवाहरलाल नेहरू]] और उनके सहयोगियों का दृष्टिकोण स्पष्ट रूप से तुष्टिकारी था" यह किसका कथन है? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-941प्रश्न-884 | ||
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-जॉर्ज बुश | -जॉर्ज बुश | ||
-[[इंदिरा गांधी]] | -[[इंदिरा गांधी]] | ||
+पामर | +[[जनरल सर आर्थर पावर पामर |पामर]] | ||
-कुलदीप नैय्यर | -[[कुलदीप नैय्यर]] | ||
{1749 ई. में रूसो ने जिस प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार जीता उसका विषय क्या था? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-606प्रश्न-324 | {1749 ई. में रूसो ने जिस प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार जीता उसका विषय क्या था? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-606प्रश्न-324 | ||
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-[[राजेन्द्र प्रसाद]] | -[[राजेन्द्र प्रसाद]] | ||
-के. एम. मुंशी | -[[के. एम. मुंशी]] | ||
+[[भीमराव अम्बेडकर]] | +[[भीमराव अम्बेडकर]] | ||
-[[सर्वपल्ली राधाकृष्णन]] | -[[सर्वपल्ली राधाकृष्णन]] | ||
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-[[महात्मा गाँधी]] | -[[महात्मा गाँधी]] | ||
-के.एम. मुंशी | -[[के.एम. मुंशी]] | ||
-[[राजेन्द्र प्रसाद]] | -[[राजेन्द्र प्रसाद]] | ||
+[[जवाहरलाल नेहरू]] | +[[जवाहरलाल नेहरू]] | ||
{ | {84 वें [[संविधान संशोधन]] द्वारा किन [[राज्य|राज्यों]] का निर्माण हुआ?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-737,प्रश्न-206 | ||
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-[[छत्तीसगढ़]], [[उत्तराखण्ड]] मार्ग | -[[छत्तीसगढ़]], [[उत्तराखण्ड]] मार्ग | ||
-[[ | -[[उत्तरांचल]] और [[विदर्भ]] | ||
+[[छत्तीसगढ़]], [[ | +[[छत्तीसगढ़]], [[उत्तरांचल]] और [[झारखण्ड]] | ||
-उपर्युक्त में से कोई नहीं | -उपर्युक्त में से कोई नहीं | ||
{अंतर्राष्ट्रीय जाँच आयोग की स्थापना से | {अंतर्राष्ट्रीय जाँच आयोग की स्थापना से सम्बंधित है। (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-908प्रश्न-273 | ||
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-हेग शांति सम्मेलन ([[1899]]) | -हेग शांति सम्मेलन ([[1899]]) | ||
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+उपर्युक्त में से कोई नहीं | +उपर्युक्त में से कोई नहीं | ||
{किस विद्वान द्वारा [[1896]] में अंतर्राष्ट्रीय विधि पर अपनी पुस्तक में लिखा कि बुनियादी अधिकारों को आत्मरक्षा, आत्मसम्मान, स्वतंत्रता, पारस्परिकता अस्तित्व की रक्षा का अधिकार आदि शीर्षकों के अंतर्गत परिभाषित किया जा सकता है? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-918प्रश्न-461 | {किस विद्वान द्वारा [[1896]] में अंतर्राष्ट्रीय विधि पर अपनी पुस्तक में लिखा कि 'बुनियादी अधिकारों को आत्मरक्षा, आत्मसम्मान, स्वतंत्रता, पारस्परिकता अस्तित्व की रक्षा का अधिकार आदि शीर्षकों के अंतर्गत परिभाषित किया जा सकता है?' (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-918प्रश्न-461 | ||
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-स्ट्रार्क | -स्ट्रार्क | ||
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-उपर्युक्त में से कोई नहीं | -उपर्युक्त में से कोई नहीं | ||
{[[भारत]] ने सर्वप्रथम 'आंशिक परीक्षण प्रतिबंध संधि पर हस्ताक्षर कब किये?' (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-934प्रश्न-754 | {[[भारत]] ने सर्वप्रथम 'आंशिक परीक्षण प्रतिबंध संधि' पर हस्ताक्षर कब किये?' (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-934प्रश्न-754 | ||
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-[[1968]] | -[[1968]] | ||
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-[[1961]] | -[[1961]] | ||
{"चीनियों के साथ मैत्री पूर्ण सम्बंध कायम करने का जितना प्रयास [[जवाहरलाल | {"चीनियों के साथ मैत्री पूर्ण सम्बंध कायम करने का जितना प्रयास [[जवाहरलाल नेहरू]] ने किया सम्भवत: विश्व में उतना किसी ने भी नहीं किया।" निम्न में से किसका कथन है? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-941प्रश्न-885 | ||
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-कुलदीप नैय्यर | -[[कुलदीप नैय्यर]] | ||
+विंसैण्ड शौयव | +विंसैण्ड शौयव | ||
-सलमान रश्दी | -सलमान रश्दी | ||
-उपर्युक्त में से कोई नहीं | -उपर्युक्त में से कोई नहीं | ||
{दीजों की अकादमी में हुई एक अन्य प्रतियोगिता में रूसो ने 1754 ई. में निजी सम्पत्ति तथा तत्कालिन फ़्राँस के कृत्रिम जीवन......... किया। (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-606प्रश्न-325 | {दीजों की अकादमी में हुई एक अन्य प्रतियोगिता में रूसो ने 1754 ई. में निजी सम्पत्ति तथा तत्कालिन [[फ़्राँस]] के कृत्रिम जीवन का ......... किया। (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-606प्रश्न-325 | ||
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- | -समर्थन | ||
- | -विरोध | ||
+ | +कठिर प्रहार | ||
-उपरोक्त में से कोई नहीं | -उपरोक्त में से कोई नहीं | ||
{कैबिनेट मिशन योजना के तहत [[संविधान सभा]] के कितने सदस्यों की व्यवस्था की गई थी?155 | {कैबिनेट मिशन योजना के तहत [[संविधान सभा]] के कितने सदस्यों की व्यवस्था की गई थी? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-734,प्रश्न-155 | ||
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-400 | -400 | ||
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-397 | -397 | ||
{ परामर्श समिति ने [[संविधान]] का पहला प्रारूप कब तैयार किया? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-735,प्रश्न-165 | {परामर्श समिति ने [[संविधान]] का पहला प्रारूप कब तैयार किया? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-735,प्रश्न-165 | ||
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-[[जनवरी]] 1947 | -[[जनवरी]] 1947 | ||
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-[[अगस्त]] [[1947]] | -[[अगस्त]] [[1947]] | ||
{[[भारत]] | {[[भारत]] में '[[सर्वोच्च न्यायालय]]' को किस देश की व्यवस्था से स्वीकार किया गया?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-735,प्रश्न-175 | ||
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-[[फ़्राँस]] | -[[फ़्राँस]] | ||
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+[[अमेरिका]] | +[[अमेरिका]] | ||
{[[झारखण्ड]] निम्न में से कौन-सा राज्य है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-737,प्रश्न-207 | {[[झारखण्ड]] निम्न में से कौन-सा [[राज्य]] है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-737,प्रश्न-207 | ||
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-22वां | -22वां | ||
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{"एक ग़ैर निर्णायक शांतिपूर्ण व्यवस्था वह व्यवस्था | {"एक ग़ैर निर्णायक शांतिपूर्ण व्यवस्था वह व्यवस्था है जिसमें बंधनयुक्त निर्णय भी हो सकता है और नहीं भी, जिसकी प्रभावशीलता विचारों की एकता में अनेक योगदान पर निर्भर करती है।" यह कथन निम्न में से किसका है? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-908प्रश्न-274 | ||
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-वी.वी. ड़ाईक | -वी.वी. ड़ाईक | ||
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-श्लीचर | -श्लीचर | ||
{'अमरीकन इंस्टीटयूट ऑफ इंटरनेशनल लॉ' द्वारा राज्यों के अधिकारों की घोषणा ([[1916]]) में किन अधिकारों को सम्मिलित किया? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-918प्रश्न-462 | {'अमरीकन इंस्टीटयूट ऑफ इंटरनेशनल लॉ' द्वारा [[राज्य|राज्यों]] के अधिकारों की घोषणा ([[1916]]) में किन अधिकारों को सम्मिलित किया? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-918प्रश्न-462 | ||
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-सभी राज्यों को अपने अस्तित्व को बनाये रखने का अधिकार। | -सभी [[राज्य|राज्यों]] को अपने अस्तित्व को बनाये रखने का अधिकार। | ||
-प्रत्येक [[राज्य]] अंतर्राष्ट्रीय समाज में सार्वभौमिकता की दृष्टि से अन्य राज्यों के समान | -प्रत्येक [[राज्य]] अंतर्राष्ट्रीय समाज में सार्वभौमिकता की दृष्टि से अन्य राज्यों के समान है। | ||
-प्रत्येक राज्य को स्वतंत्र रहने एवं निर्विरोध रूप से बग़ैर किसी हस्तक्षेप के अपना विकास करने का अधिकार है | -प्रत्येक राज्य को स्वतंत्र रहने एवं निर्विरोध रूप से बग़ैर किसी हस्तक्षेप के अपना विकास करने का अधिकार है | ||
+उपरोक्त सभी | +उपरोक्त सभी | ||
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{सार्क का अध्यक्ष कितने अवधि के लिए मनोनीत किया जाता है? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-927प्रश्न-616 | {सार्क का अध्यक्ष कितने अवधि के लिए मनोनीत किया जाता है? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-927प्रश्न-616 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-एक वर्ष | -एक वर्ष | ||
-तीन वर्ष | -तीन वर्ष | ||
-चार वर्ष | -चार वर्ष | ||
+दो वर्ष | +दो वर्ष | ||
{संयुक्त राष्ट्र शांति सेना को | {संयुक्त राष्ट्र शांति सेना को [[नोबेल पुरस्कार]] प्राप्त हुआ- (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-934प्रश्न-755 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[2000]] | -[[2000]] | ||
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-[[1995]] | -[[1995]] | ||
{पाक द्वारा अधिकृत कश्मीर का लगभग कितना भाग [[चीन]] को सौंपा गया? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-941प्रश्न-886 | {[[पाक]] द्वारा अधिकृत कश्मीर का लगभग कितना भाग [[चीन]] को सौंपा गया? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-941प्रश्न-886 | ||
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-3300 वर्ग मील | -3300 वर्ग मील | ||
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+22 | +22 | ||
{[[संविधान सभा]] द्वारा अपनाई गई आपातकालीन व्यवस्था को निम्न में से किस आधार पर अपनाया गया है? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-735,प्रश्न-167 | {[[संविधान सभा]] द्वारा अपनाई गई [[भारत का संविधान- आपात उपबंध |आपातकालीन व्यवस्था]] को निम्न में से किस आधार पर अपनाया गया है? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-735,प्रश्न-167 | ||
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-आरयलैंड | -आरयलैंड | ||
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+[[1930]] | +[[1930]] | ||
{झारखण्ड राज्य की [[लोकसभा]] में कितनी | {[[झारखण्ड|झारखण्ड राज्य]] की [[लोकसभा]] में कितनी सीटें हैं? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-737,प्रश्न-208 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-20 | -20 | ||
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+साधारणत: कूटनीति को अंतर्राष्ट्रीय सम्बंधों की राजनीति कहा जाता है। | +साधारणत: कूटनीति को अंतर्राष्ट्रीय सम्बंधों की राजनीति कहा जाता है। | ||
-युद्ध से सम्बंधित नीति | -युद्ध से सम्बंधित नीति | ||
-विवादों के हल के लिए प्रयुक्त | -विवादों के हल के लिए प्रयुक्त की जाने वाली नीति। | ||
-उपर्युक्त सभी | -उपर्युक्त सभी | ||
{राज्यों के अधिकार एवं कर्त्तव्यों सम्बंधी प्रथम सरकारी सम्मेलन था- (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-918प्रश्न-463 | {[[राज्य|राज्यों]] के अधिकार एवं कर्त्तव्यों सम्बंधी प्रथम सरकारी सम्मेलन था- (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-918प्रश्न-463 | ||
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-संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन | -संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन | ||
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-[[दक्षिण अफ्रीका]] | -[[दक्षिण अफ्रीका]] | ||
-नाईजीरिया | -नाईजीरिया | ||
+घाना | +[[घाना |घाना]] | ||
- | -जिम्बाम्बे | ||
{[[चीन]] की यात्रा पर जाने वाला प्रथम भारतीय राष्ट्राध्यक्ष कौन था? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-941प्रश्न-887 | {[[चीन]] की यात्रा पर जाने वाला प्रथम भारतीय राष्ट्राध्यक्ष कौन था? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-941प्रश्न-887 | ||
पंक्ति 327: | पंक्ति 327: | ||
-[[राजेन्द्र प्रसाद]] | -[[राजेन्द्र प्रसाद]] | ||
-आर.के. नारायण | -आर.के. नारायण | ||
-शंकरदयाल शर्मा | -[[शंकरदयाल शर्मा]] | ||
{"विचारों के इतिहास में ऐसे व्यक्ति को खोज पाना कठिन है, जिसने इतने अर्द्ध-सत्यों के बावजूद मानव जाति पर इतना गहरा प्रभाव डाला हो जितना रूसो ने।" यह किसने कहा है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-606प्रश्न-327 | {"विचारों के इतिहास में ऐसे व्यक्ति को खोज पाना कठिन है, जिसने इतने अर्द्ध-सत्यों के बावजूद मानव जाति पर इतना गहरा प्रभाव डाला हो जितना रूसो ने।" यह किसने कहा है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-606प्रश्न-327 | ||
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-वाल्टेयर | -वाल्टेयर | ||
{संविधान सभा की अंतिम बैठक ..... को सम्पन्न | {[[संविधान सभा]] की अंतिम बैठक ..... को सम्पन्न हुई।(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-734,प्रश्न-157 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[1 जनवरी]] [[1951]] | -[[1 जनवरी]] [[1951]] | ||
पंक्ति 353: | पंक्ति 353: | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+[[भीमराव अम्बेडकर]] | +[[भीमराव अम्बेडकर]] | ||
-के.एम. मुंशी | -[[कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी |के.एम. मुंशी]] | ||
-सच्चिदानन्द | -[[सच्चिदानन्द सिन्हा]] | ||
-[[राजेन्द्र प्रसाद]] | -[[राजेन्द्र प्रसाद]] | ||
{[[भारतीय संविधान]] के किस भाग में मौलिक कर्तव्यों का समावेश है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-737,प्रश्न-209 | {[[भारतीय संविधान]] के किस भाग में मौलिक कर्तव्यों का समावेश है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-737,प्रश्न-209 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-भाग 3 | -[[भारत का संविधान- मूलभूत अधिकार |भाग 3]] | ||
-भाग 5A | -भाग 5A | ||
-भाग 1B | -भाग 1B | ||
+भाग 4A | +[[भारत का संविधान- मूल कर्तव्य|भाग 4A]] | ||
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-शुमाँ | -शुमाँ | ||
{"अंतर्राष्ट्रीय संधियाँ ऐसे समझौते हैं जो राज्यों अथवा राज्यों के संगठन के मध्य किये जाते हैं जो क़ानूनी अधिकारों और कर्त्तव्य उत्पन्न करते हैं।" निम्न में से किसका कथन है? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-918प्रश्न-464 | {"अंतर्राष्ट्रीय संधियाँ ऐसे समझौते हैं जो [[राज्य|राज्यों]] अथवा राज्यों के संगठन के मध्य किये जाते हैं जो क़ानूनी अधिकारों और कर्त्तव्य उत्पन्न करते हैं।" निम्न में से किसका कथन है? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-918प्रश्न-464 | ||
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-प्यूफेंण्डोर्फ | -प्यूफेंण्डोर्फ | ||
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{सार्क के उद्देश्यों व सिद्धांतों को परिभाषित किया गया है- (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-927प्रश्न-618 | {सार्क के उद्देश्यों व सिद्धांतों को परिभाषित किया गया है- (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-927प्रश्न-618 | ||
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-नई दिल्ली घोषण पत्र में | -[[नई दिल्ली]] घोषण पत्र में | ||
-काठमांठू घोषण पत्र में | -काठमांठू घोषण पत्र में | ||
+ढाका घोषण पत्र में | +[[ढाका]] घोषण पत्र में | ||
-उपर्युक्त में से कोई नहीं | -उपर्युक्त में से कोई नहीं | ||
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-युगांडा | -युगांडा | ||
+सोमालिया | +[[सोमालिया]] | ||
-कांगो | -कांगो | ||
-यूगोस्लाविया | -यूगोस्लाविया | ||
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-280 | -280 | ||
{नीति निर्देशक तत्त्वों को.... से लिया गया है? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-735,प्रश्न-168 | {नीति निर्देशक तत्त्वों को......... से लिया गया है? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-735,प्रश्न-168 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[रूस]] | -[[रूस]] | ||
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+[[भीमराव अम्बेडकर]] | +[[भीमराव अम्बेडकर]] | ||
-एम. एन. राय | -[[एम. एन. राय]] | ||
-[[जवाहरलाल नेहरू]] | -[[जवाहरलाल नेहरू]] | ||
-उपर्युक्त में से कोई नहीं | -उपर्युक्त में से कोई नहीं | ||
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{"कूटनीति अलग-अलग राजनीतिक इकाइयों-राज्यों, जिनका सम्पर्क किसी भी स्तर का हो, के सह-अस्तित्व का अनिवार्य परिणाम है।" निम्न में से किसका कथन है? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-908प्रश्न-277 | {"कूटनीति अलग-अलग राजनीतिक इकाइयों-[[राज्य|राज्यों]], जिनका सम्पर्क किसी भी स्तर का हो, के सह-अस्तित्व का अनिवार्य परिणाम है।" निम्न में से किसका कथन है? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-908प्रश्न-277 | ||
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+स्नाइडर | +स्नाइडर | ||
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-उत्तरी कोरिया | -उत्तरी कोरिया | ||
-दक्षिण अफ्रीका | -[[दक्षिण अफ्रीका]] | ||
+रोडेशिया | +रोडेशिया | ||
-उपर्युक्त में से कोई नहीं | -उपर्युक्त में से कोई नहीं | ||
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|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[श्रीलंका]] | -[[श्रीलंका]] | ||
-[[ | -[[बांग्लादेश]] | ||
+[[पाकिस्तान]] | +[[पाकिस्तान]] | ||
-[[नेपाल]] | -[[नेपाल]] | ||
{अंतर्राष्ट्रीय चिकित्सा सेवा संस्था रेड क्रॉस को कितनी बार | {अंतर्राष्ट्रीय चिकित्सा सेवा संस्था [[रेड क्रॉस]] को कितनी बार नोबेल शांति पुरस्कार प्राप्त हुआ है? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-934प्रश्न-758 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-5 बार | -5 बार | ||
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{"[[भारत]] की जनता स्वयं अपने भविष्य का निर्माण करेगी।" निम्न में से किसका कथन है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-734,प्रश्न-159 | {"[[भारत]] की जनता स्वयं अपने भविष्य का निर्माण करेगी।" निम्न में से किसका कथन है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-734,प्रश्न-159 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[जवाहरलाल | -[[जवाहरलाल नेहरू]] | ||
-[[गोपालकृष्ण गोखले]] | -[[गोपालकृष्ण गोखले]] | ||
+[[महात्मा गाँधी]] | +[[महात्मा गाँधी]] | ||
-के. एम. मुंशी | -[[के. एम. मुंशी]] | ||
{[[संविधान सभा]] की प्रारूप समिति की स्थापना.... को की गई। (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-735,प्रश्न-169 | {[[संविधान सभा]] की प्रारूप समिति की स्थापना....... को की गई। (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-735,प्रश्न-169 | ||
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-[[29 अगस्त]] [[1947]] | -[[29 अगस्त]] [[1947]] | ||
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-ओपेनहीम | -ओपेनहीम | ||
{राज्यों के अधिकारों को मुख्यत: ....भागों में बाँटा जा सकता है। (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-918प्रश्न-467 | {[[राज्य|राज्यों]] के अधिकारों को मुख्यत: ....भागों में बाँटा जा सकता है। (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-918प्रश्न-467 | ||
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-[[नेपाल]] | -[[नेपाल]] | ||
-[[ | -[[बांग्लादेश]] | ||
+[[पाकिस्तान]] | +[[पाकिस्तान]] | ||
-[[श्रीलंका]] | -[[श्रीलंका]] | ||
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{[[संविधान]] में भाषाओं का उल्लेख.... में है।(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-737,प्रश्न-203 | {[[संविधान]] में भाषाओं का उल्लेख.... में है।(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-737,प्रश्न-203 | ||
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-10वीं अनुसूची | -[[भारत का संविधान- दसवीं अनुसूची|10वीं अनुसूची]] | ||
-5वीं अनुसूची | -[[भारत का संविधान- पांचवीं अनुसूची|5वीं अनुसूची]] | ||
+8वीं अनुसूची | +[[भारत का संविधान- आठवीं अनुसूची|8वीं अनुसूची]] | ||
-तीसरी अनुसूची | -[[भारत का संविधान- तीसरी अनुसूची|तीसरी अनुसूची]] | ||
{सर आइवट जेनिग्स से उक्त शब्द, "ये तो पुण्यात्मा लोगों की महत्वाकांक्षा मात्र है।" किस उपलब्ध से सम्बन्धित है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-738,प्रश्न-213 | {सर आइवट जेनिग्स से उक्त शब्द, "ये तो पुण्यात्मा लोगों की महत्वाकांक्षा मात्र है।" किस उपलब्ध से सम्बन्धित है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-738,प्रश्न-213 |
13:36, 20 जुलाई 2016 का अवतरण
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