"प्रयोग:रिंकू1": अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रिंकू बघेल (वार्ता | योगदान) No edit summary |
रिंकू बघेल (वार्ता | योगदान) No edit summary |
||
पंक्ति 18: | पंक्ति 18: | ||
-संघीय शासन व्यवस्था | -संघीय शासन व्यवस्था | ||
-[[सर्वोच्च न्यायालय]] | -[[सर्वोच्च न्यायालय]] | ||
+भारतीय राष्ट्रपति के अधिकार | +[[भारत का संविधान- राष्ट्रपति के विधायी अधिकार|भारतीय राष्ट्रपति के अधिकार]] | ||
{52वां संविधान संशोधन निम्न में से किससे सम्बन्धित है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-746,प्रश्न-337 | {52वां संविधान संशोधन निम्न में से किससे सम्बन्धित है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-746,प्रश्न-337 | ||
पंक्ति 25: | पंक्ति 25: | ||
-शिक्षा | -शिक्षा | ||
+दल-बदल पर क़ानूनी रोक | +दल-बदल पर क़ानूनी रोक | ||
-राज्यों के निर्माण | -[[राज्य|राज्यों]] के निर्माण | ||
{किस [[संविधान संशोधन]] में यह प्रावधान किया गया कि '[[अरुणाचल प्रदेश]] की पंचायतों में अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षण की आवश्यकता नहीं?'(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-746,प्रश्न-347 | {किस [[संविधान संशोधन]] में यह प्रावधान किया गया कि '[[अरुणाचल प्रदेश]] की पंचायतों में अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षण की आवश्यकता नहीं?'(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-746,प्रश्न-347 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+83वाँ संशोधन | +[[संविधान संशोधन- 83वाँ|83वाँ संशोधन]] | ||
-93वाँ संशोधन | -[[संविधान संशोधन- 93वाँ|93वाँ संशोधन]] | ||
-42वाँ संशोधन | -[[संविधान संशोधन- 42वाँ|42वाँ संशोधन]] | ||
-44वें संशोधन | -[[संविधान संशोधन- 44वाँ|44वें संशोधन]] | ||
{कोई विधेयक धन विधेयक है या नहीं इसका निर्णय कौन करता है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-754,प्रश्न-476 | {कोई विधेयक धन विधेयक है या नहीं इसका निर्णय कौन करता है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-754,प्रश्न-476 | ||
पंक्ति 48: | पंक्ति 48: | ||
+शिक्षा | +शिक्षा | ||
{[[उच्च न्यायालय]] के सेवा प्राप्त न्यायधीशों पर [[भारत]] के किस न्यायालय में वकालत पर रोक लगाई है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-778,प्रश्न-870 | {[[उच्च न्यायालय]] के सेवा प्राप्त न्यायधीशों पर [[भारत]] के किस [[न्यायालय]] में वकालत पर रोक लगाई है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-778,प्रश्न-870 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-अनुच्छेद 210 | -अनुच्छेद 210 | ||
पंक्ति 71: | पंक्ति 71: | ||
{राजनीतिक सिद्धांत में मध्यम वर्ग का सिद्धांत किसने दिया?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-595,प्रश्न-129 | {राजनीतिक सिद्धांत में मध्यम वर्ग का सिद्धांत किसने दिया?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-595,प्रश्न-129 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-प्लेटो | -[[प्लेटो]] | ||
+[[अरस्तू]] | +[[अरस्तू]] | ||
-हाब्स | -हाब्स | ||
पंक्ति 88: | पंक्ति 88: | ||
{[[भारतीय संविधान]] की प्रस्तावना में 'अखण्डता' शब्द को किस [[संविधान संशोधन]] द्वारा जोड़ा गया?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-738,प्रश्न-226 | {[[भारतीय संविधान]] की प्रस्तावना में 'अखण्डता' शब्द को किस [[संविधान संशोधन]] द्वारा जोड़ा गया?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-738,प्रश्न-226 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+42वें संशोधन | +[[संविधान संशोधन- 42वाँ|42वें संशोधन]] | ||
-44वें संशोधन | -[[संविधान संशोधन- 44वाँ|44वें संशोधन]] | ||
-46वें संशोधन | -[[संविधान संशोधन- 46वाँ|46वें संशोधन]] | ||
-उपर्युक्त सभी | -उपर्युक्त सभी | ||
{किस [[संविधान संशोधन]] द्वारा यह प्रावधान किया गया कि विधायकों के चुनाव सम्बंधी विवादों को [[उच्च न्यायालय]] द्वारा निपटाया जा सकता है? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-746,प्रश्न-338 | {किस [[संविधान संशोधन]] द्वारा यह प्रावधान किया गया कि विधायकों के चुनाव सम्बंधी विवादों को [[उच्च न्यायालय]] द्वारा निपटाया जा सकता है? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-746,प्रश्न-338 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-10वें संशोधन | -[[संविधान संशोधन- दसवाँ|10वें संशोधन]] | ||
+19वें संशोधन | +[[संविधान संशोधन- 19वाँ|19वें संशोधन]] | ||
-26वें संशोधन | -[[संविधान संशोधन- 26वाँ|26वें संशोधन]] | ||
-42वें संशोधन | -[[संविधान संशोधन- 42वाँ|42वें संशोधन]] | ||
{प्रत्येक दो वर्ष पश्चात [[राज्य सभा]] के कितने सदस्य पदनिवृत हो जाते हैं?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-754,प्रश्न-467 | {प्रत्येक दो वर्ष पश्चात [[राज्य सभा]] के कितने सदस्य पदनिवृत हो जाते हैं?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-754,प्रश्न-467 | ||
पंक्ति 107: | पंक्ति 107: | ||
-निश्चित नहीं | -निश्चित नहीं | ||
{ | {राज्य विधान सभा की अधिकतम अवधि कितनी होती है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-762,प्रश्न-610 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-6 वर्ष | -6 वर्ष | ||
पंक्ति 114: | पंक्ति 114: | ||
-निश्चित नहीं | -निश्चित नहीं | ||
{प्रत्यायोजित विधान क्या | {प्रत्यायोजित विधान क्या हैं?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-770,प्रश्न-746 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+[[विधान मण्डल]] द्वारा प्रत्यायोजित शक्ति के अधीन व्यक्ति का निकायों द्वारा बनाये गये नियम, परिनियम ओदश व उपलब्धियां। | +[[विधान मण्डल]] द्वारा प्रत्यायोजित शक्ति के अधीन व्यक्ति का निकायों द्वारा बनाये गये नियम, परिनियम ओदश व उपलब्धियां। | ||
पंक्ति 131: | पंक्ति 131: | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-विलोबी | -विलोबी | ||
-एल. डी. | -एल. डी. व्हाइट | ||
+नीग्रो | +नीग्रो | ||
-मैक्स वेबर | -मैक्स वेबर | ||
{'पेपर ऑन द साइंस ऑफ़ एडमिनिस्ट्रेशन' ( | {'पेपर ऑन द साइंस ऑफ़ एडमिनिस्ट्रेशन' (Paper on The Science of Administration) किस वर्ष प्रकाशित हुई? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-819,प्रश्न-152 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[1910]] | -[[1910]] | ||
पंक्ति 142: | पंक्ति 142: | ||
-[[1987]] | -[[1987]] | ||
{अरस्तू के अनुसार आदर्श राज्य की जनसंख्या कितनी होनी चाहिए?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-595,प्रश्न-130 | {[[अरस्तू]] के अनुसार आदर्श राज्य की जनसंख्या कितनी होनी चाहिए?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-595,प्रश्न-130 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-5040 | -5040 | ||
पंक्ति 151: | पंक्ति 151: | ||
{[[संविधान]] के अनुच्छेद 270, 273, 275 तथा 280 किससे सम्बंधित | {[[संविधान]] के अनुच्छेद 270, 273, 275 तथा 280 किससे सम्बंधित हैं? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-738,प्रश्न-217 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[राष्ट्रपति]] | -[[राष्ट्रपति]] | ||
-वित्त आयोग | -वित्त आयोग | ||
+[[राज्यपाल]] | +[[राज्यपाल]] | ||
-चुनाव आयोग | -[[चुनाव आयोग]] | ||
{कनाडा के संविधान से निम्न में से क्या लिया गया है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-739,प्रश्न-227 | {कनाडा के संविधान से निम्न में से क्या लिया गया है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-739,प्रश्न-227 | ||
पंक्ति 193: | पंक्ति 193: | ||
+एस.पी. अय्यर | +एस.पी. अय्यर | ||
{उच्च न्यायालयों के अधिकार क्षेत्र वर्णित | {[[उच्च न्यायालय|उच्च न्यायालयों]] के अधिकार क्षेत्र वर्णित हैं-(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-778,प्रश्न-872 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-अनुच्छेद 220 | -अनुच्छेद 220 | ||
पंक्ति 207: | पंक्ति 207: | ||
-पाल एच. एपलबी | -पाल एच. एपलबी | ||
{"लोक प्रशासन का सम्बंध ' | {"लोक प्रशासन का सम्बंध 'कार्यपालिका' से है।" किसका विचार है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-819,प्रश्न-153 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+लूथर गुलिक | +लूथर गुलिक | ||
पंक्ति 214: | पंक्ति 214: | ||
-विल्सन | -विल्सन | ||
{अरस्तू के अनुसार आदर्श राज्य में कितने वर्ग होंगे?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-595,प्रश्न-131 | {[[अरस्तू]] के अनुसार आदर्श राज्य में कितने वर्ग होंगे?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-595,प्रश्न-131 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-चार | -चार | ||
पंक्ति 225: | पंक्ति 225: | ||
{निम्न में से कौन-सा प्रावधान [[संविधान]] के अनुच्छेद 360 में है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-738,प्रश्न-218 | {निम्न में से कौन-सा प्रावधान [[संविधान]] के अनुच्छेद 360 में है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-738,प्रश्न-218 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-राज्यों में आपात काल | -[[राज्य|राज्यों]] में आपात काल | ||
+संघ में आपात काल | +संघ में आपात काल | ||
-वित्तिय आपात काल | -वित्तिय आपात काल | ||
-उपरोक्त सभी | -उपरोक्त सभी | ||
{[[ | {[[सर्वोच्च न्यायालय]] ने सबसे पहले यह किस वाद में स्वीकार किया था की प्रस्तावना [[संविधान]] का भाग है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-739,प्रश्न-228 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-केशवानन्द केस | -केशवानन्द केस | ||
+बेरूबारी के वाद में | +बेरूबारी के वाद में | ||
-गोलकनाथ केस | -गोलकनाथ केस | ||
- | -शाहबानो केस | ||
{[[राष्ट्रपति]] के निर्वाचक मण्डल में [[दिल्ली]] तथा [[पांडिचेरी]] की विधानसभाओं के सदस्यों को......द्वारा शामिल किया गया?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-746,प्रश्न-341 | {[[राष्ट्रपति]] के निर्वाचक मण्डल में [[दिल्ली]] तथा [[पांडिचेरी]] की विधानसभाओं के सदस्यों को......द्वारा शामिल किया गया?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-746,प्रश्न-341 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-69वें संशोधन | -[[संविधान संशोधन- 69वाँ|69वें संशोधन]] | ||
-42वें संशोधन | -[[संविधान संशोधन- 42वाँ|42वें संशोधन]] | ||
-44वें संशोधन | -[[संविधान संशोधन- 44वाँ|44वें संशोधन]] | ||
+70वें संशोधन | +[[संविधान संशोधन- 70वाँ|70वें संशोधन]] | ||
{एक वित्त विधेयक के पेश करने के पश्चात कितने दिनों के अन्दर [[संसद]] को स्वीकारना पड़ता है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-754,प्रश्न-469 | {एक वित्त विधेयक के पेश करने के पश्चात कितने दिनों के अन्दर [[संसद]] को स्वीकारना पड़ता है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-754,प्रश्न-469 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-14 | -14 | ||
-30 | -30 | ||
+75 | +75 | ||
-15 | -15 | ||
{ | {मुख्यमंत्री की नियुक्ति कौन करता है-(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-763,प्रश्न-624 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+[[ | +[[राज्यपाल]] | ||
-[[ | -[[प्रधानमंत्री]] | ||
- | -[[राष्ट्रपति]] | ||
- | -मुख्य न्यायाधीश | ||
{किस विद्वान ने भारतीय संघ व्यवस्था का व्यावहारिक अध्ययन विशेषतर नियोजन के परिपेक्ष्य में किया है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-770,प्रश्न-748 | {किस विद्वान ने भारतीय संघ व्यवस्था का व्यावहारिक अध्ययन विशेषतर नियोजन के परिपेक्ष्य में किया है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-770,प्रश्न-748 | ||
पंक्ति 277: | पंक्ति 277: | ||
+पाल एच. एपलबी | +पाल एच. एपलबी | ||
-टेलर | -टेलर | ||
- | -फेयोल | ||
{लोक प्रशासन में 4 P's का विचार किसकी देन है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-819,प्रश्न-154 | {लोक प्रशासन में 4 P's का विचार किसकी देन है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-819,प्रश्न-154 | ||
पंक्ति 286: | पंक्ति 286: | ||
-फेयोल | -फेयोल | ||
{अरस्तू के आदर्श राज्य में वृद्धावस्था में नगरिक किस प्रकार का कार्य करेंगे?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-595,प्रश्न-132 | {[[अरस्तू]] के आदर्श राज्य में वृद्धावस्था में नगरिक किस प्रकार का कार्य करेंगे?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-595,प्रश्न-132 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-सैनिक कार्य | -सैनिक कार्य | ||
+पुरोहित कार्य | +पुरोहित कार्य | ||
-शासन कार्य | |||
-उपर्युक्त सभी | -उपर्युक्त सभी | ||
{संघ तथा राज्यों की विधायी शक्तियों का उल्लेख........ में है।(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-738,प्रश्न-219 | {संघ तथा [[राज्य|राज्यों]] की विधायी शक्तियों का उल्लेख........ में है।(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-738,प्रश्न-219 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+अनुच्छेद 246 | +अनुच्छेद 246 | ||
पंक्ति 311: | पंक्ति 311: | ||
{निम्न में से किस [[प्रधानमंत्री]] के काल में सर्वाधिक [[संविधान संशोधन]] हुए?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-746,प्रश्न-342 | {निम्न में से किस [[प्रधानमंत्री]] के काल में सर्वाधिक [[संविधान संशोधन]] हुए?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-746,प्रश्न-342 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+श्रीमती इंदिरा गांधी | +[[इंदिरा गांधी|श्रीमती इंदिरा गांधी]] | ||
- | -[[जवाहर लाल नेहरू]] | ||
-अटल बिहारी वाजपेयी | -[[अटल बिहारी वाजपेयी]] | ||
-उपर्युक्त में से कोई नहीं | -उपर्युक्त में से कोई नहीं | ||
पंक्ति 323: | पंक्ति 323: | ||
-85 | -85 | ||
{विधान परिषद के कितने सदस्य नगर पालिकाओं व ज़िला बोर्ड द्वारा चुने जाते हैं?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-762,प्रश्न-613 | {[[विधान परिषद]] के कितने सदस्य नगर पालिकाओं व ज़िला बोर्ड द्वारा चुने जाते हैं?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-762,प्रश्न-613 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-1/2 | -1/2 | ||
पंक्ति 330: | पंक्ति 330: | ||
-2/3 | -2/3 | ||
{"भारतीय संघ अधिक-से-अधिक | {"भारतीय संघ अधिक-से-अधिक अर्द्धसंघ है" किसका कथन है? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-770,प्रश्न-749 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-के.टी. शाह | -के.टी. शाह | ||
+डी.डी. बसु | +डी. डी. बसु | ||
-लॉस्की | -लॉस्की | ||
-के.सी. व्हीयर | -के.सी. व्हीयर | ||
पंक्ति 351: | पंक्ति 351: | ||
-फाइनर | -फाइनर | ||
{'मॉडर्न मैनेजमेंट फॉर द सिटी ऑफ़ न्यू यॉर्क' ( | {'मॉडर्न मैनेजमेंट फॉर द सिटी ऑफ़ न्यू यॉर्क' (Modern Management For The City of New York) किसकी रचना है? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-819,प्रश्न-155 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-फ्रैंक गुडनाऊ | -फ्रैंक गुडनाऊ | ||
पंक्ति 358: | पंक्ति 358: | ||
+लूथर गुलिक | +लूथर गुलिक | ||
{अरस्तू का आदर्श राज्य प्लेटो के आदर्श राज्य से इस रूप से भिन्न है कि:(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-595,प्रश्न-133 | {[[अरस्तू]] का आदर्श राज्य [[प्लेटो]] के आदर्श राज्य से इस रूप से भिन्न है कि:(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-595,प्रश्न-133 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
- | -[[अरस्तू]] का आदर्श राज्य एक आदर्श मात्र ही होगा | ||
-अरस्तू का आदर्श राज्य परिवर्तनकारी होगा | -अरस्तू का आदर्श राज्य परिवर्तनकारी होगा | ||
-अरस्तू का आदर्श राज्य अव्यवहारिक होगा | -अरस्तू का आदर्श राज्य अव्यवहारिक होगा | ||
+अरस्तू का आदर्श राज्य व्यवहारिक होगा | +[[अरस्तू]] का आदर्श राज्य व्यवहारिक होगा | ||
पंक्ति 369: | पंक्ति 369: | ||
{[[भारतीय संविधान]] की प्रस्तावना का विचार निम्न में से किस देश से लिया है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-738,प्रश्न-220 | {[[भारतीय संविधान]] की प्रस्तावना का विचार निम्न में से किस देश से लिया है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-738,प्रश्न-220 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[ | -[[ब्रिटेन]] | ||
+[[अमरीका]] | +[[अमरीका]] | ||
-[[फ़्राँस]] | -[[फ़्राँस]] | ||
-कनाडा | -कनाडा | ||
{[[1976]] में जो 42वाँ संविधान संशोधन हुआ था उसे कब लागू किया गया?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-738,प्रश्न-230 | {[[1976]] में जो [[संविधान संशोधन- 42वाँ|42वाँ संविधान संशोधन]] हुआ था उसे कब लागू किया गया?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-738,प्रश्न-230 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[10 अप्रैल]] [[1976]] | -[[10 अप्रैल]] [[1976]] | ||
पंक्ति 381: | पंक्ति 381: | ||
-उपर्युक्त कोई नहीं | -उपर्युक्त कोई नहीं | ||
{73वां संविधान संशोधन सम्बंधित है-(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-746,प्रश्न-343 | {[[संविधान संशोधन- 73वाँ|73वां संविधान संशोधन]] सम्बंधित है-(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-746,प्रश्न-343 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+पंचायती राज्य व्यवस्था से | +पंचायती राज्य व्यवस्था से | ||
पंक्ति 409: | पंक्ति 409: | ||
-उपर्युक्त कोई नहीं | -उपर्युक्त कोई नहीं | ||
{[[उच्च न्यायालय]] की स्वाधिकृत राज्यक्षेत्रों में आदर्श (रिट) जारी करने की | {[[उच्च न्यायालय]] की स्वाधिकृत राज्यक्षेत्रों में आदर्श (रिट) जारी करने की शक्ति संबंधित है।(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-778,प्रश्न-875 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-अनुच्छेद 220 | -अनुच्छेद 220 | ||
पंक्ति 420: | पंक्ति 420: | ||
-टेलर | -टेलर | ||
+सिजविक | +सिजविक | ||
-मार्क्स | -[[कार्ल मार्क्स]] | ||
-फेयोल | -फेयोल | ||
{'द एलिमेंट ऑफ़ एडमिनिस्ट्रेशन' ( | {'द एलिमेंट ऑफ़ एडमिनिस्ट्रेशन' (The Element of Administration) किसकी रचना है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-819,प्रश्न-156 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-लूथर गुलिक | -लूथर गुलिक | ||
पंक्ति 430: | पंक्ति 430: | ||
-साइमन | -साइमन | ||
{[[अरस्तू]] के आदर्श राज्य में प्रभुसत्ता | {[[अरस्तू]] के आदर्श राज्य में प्रभुसत्ता किसमें निहित होगी?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-595,प्रश्न-134 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-न्याय | -न्याय | ||
पंक्ति 439: | पंक्ति 439: | ||
{[[सर्वोच्च न्यायालय]] ने निम्न में किस केस में यह व्यवस्था की थी प्रस्तावना [[संविधान]] का मुख्य आधार है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-738,प्रश्न-221 | {[[सर्वोच्च न्यायालय]] ने निम्न में किस केस में यह व्यवस्था की थी कि प्रस्तावना [[संविधान]] का मुख्य आधार है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-738,प्रश्न-221 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-गोलक नाथ केस | -गोलक नाथ केस | ||
पंक्ति 446: | पंक्ति 446: | ||
-उपर्युक्त कोई नही | -उपर्युक्त कोई नही | ||
{[[भारतीय संविधान]] की प्रस्तावना में [[भारत]] को एक | {[[भारतीय संविधान]] की प्रस्तावना में [[भारत]] को एक........ घोषित किया गया है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-738,प्रश्न-231 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-पूर्ण प्रभुक्त धर्म निरपेक्ष समाजवादी | -पूर्ण प्रभुक्त धर्म निरपेक्ष समाजवादी | ||
पंक्ति 453: | पंक्ति 453: | ||
-उपर्युक्त सभी | -उपर्युक्त सभी | ||
{74वां संविधान संशोधन सम्बंधित है-(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-746,प्रश्न-344 | {[[संविधान संशोधन- 74वाँ|74वां संविधान संशोधन]] सम्बंधित है-(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-746,प्रश्न-344 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-पंचायत राज्य | -पंचायत राज्य | ||
-शिक्षा से | -शिक्षा से | ||
-राज्यों के निर्माण से | -[[राज्य|राज्यों]] के निर्माण से | ||
+नागरपालिकाओं से | +नागरपालिकाओं से | ||
पंक्ति 472: | पंक्ति 472: | ||
+[[विधान सभा]] | +[[विधान सभा]] | ||
-उपर्युक्त दोनों की | -उपर्युक्त दोनों की | ||
-उपर्युक्त कोई नहीं | -उपर्युक्त में से कोई नहीं | ||
{"भारतीय गणतंत्र एक संघ है तथा उसकी विशेषताएं हैं जिन्होंने संघीय स्वरूप को अपने ढंग से ढाला है।" निम्न में से किसका कथन है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-770,प्रश्न-751 | {"भारतीय गणतंत्र एक संघ है तथा उसकी विशेषताएं हैं जिन्होंने संघीय स्वरूप को अपने ढंग से ढाला है।" निम्न में से किसका कथन है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-770,प्रश्न-751 | ||
पंक्ति 481: | पंक्ति 481: | ||
+नारमन डी. पामर | +नारमन डी. पामर | ||
{दो राज्यों या | {दो [[राज्य|राज्यों]] या [[केंद्रशासित प्रदेश|केंद्रशासित प्रदेशों]] के लिए संयुक्त उच्च न्यायालय की व्यवस्था की जाती है-(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-778,प्रश्न-876 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[राष्ट्रपति]] द्वारा | -[[राष्ट्रपति]] द्वारा | ||
पंक्ति 502: | पंक्ति 502: | ||
-मेरी पार्कर फालेट | -मेरी पार्कर फालेट | ||
{"अरस्तू आदर्श राज्य पर नहीं बल्कि राज्यों के आदर्शों पर पुस्तक लिखता है।" यह कथन निम्न में से किसका है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-595,प्रश्न-135 | {"[[अरस्तू]] आदर्श राज्य पर नहीं बल्कि [[राज्य|राज्यों]] के आदर्शों पर पुस्तक लिखता है।" यह कथन निम्न में से किसका है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-595,प्रश्न-135 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+सेबाईन | +सेबाईन | ||
पंक्ति 516: | पंक्ति 516: | ||
-के. सी. व्हीयर | -के. सी. व्हीयर | ||
-के. टी. शाह | -के. टी. शाह | ||
-उपर्युक्त कोई नहीं | -उपर्युक्त में से कोई नहीं | ||
{किस देश के संविधान से [[भारतीय संविधान]] का कोई सम्बंध नहीं है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-738,प्रश्न-232 | {किस देश के संविधान से [[भारतीय संविधान]] का कोई सम्बंध नहीं है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-738,प्रश्न-232 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[अमेरिका]] | -[[अमेरिका]] | ||
-[[ | -[[ब्रिटेन]] | ||
-कनाडा | -कनाडा | ||
+[[चीन]] | +[[चीन]] | ||
{93वाँ संविधान संशोधन सम्बंधित है-(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-746,प्रश्न-345 | {[[संविधान संशोधन- 93वाँ|93वाँ संविधान संशोधन]] सम्बंधित है-(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-746,प्रश्न-345 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+प्राथमिक शिक्षा के मौलिक अधिकारों से | +प्राथमिक शिक्षा के मौलिक अधिकारों से शामिल किया गया | ||
-[[राज्यपाल]] की नियुक्ति | -[[राज्यपाल]] की नियुक्ति से | ||
-[[राष्ट्रपति]] की शक्तियों से | -[[राष्ट्रपति]] की शक्तियों से | ||
-उपर्युक्त में से कोई नहीं | -उपर्युक्त में से कोई नहीं | ||
पंक्ति 539: | पंक्ति 539: | ||
-83 | -83 | ||
{किस अनुच्छेद के तहत राज्य | {किस अनुच्छेद के तहत राज्य विधान परिषदों के गठन व विघटन का वर्णन है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-762,प्रश्न-616 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-170 | -170 | ||
पंक्ति 546: | पंक्ति 546: | ||
-175 | -175 | ||
{"यह एक संघीय संविधान है क्योंकि यह एक दुहरे शासन-तंत्र की स्थापना करता है, जिसमें केन्द्र में संघीय सरकार तथा उसके | {"यह एक संघीय संविधान है क्योंकि यह एक दुहरे शासन-तंत्र की स्थापना करता है, जिसमें केन्द्र में संघीय सरकार तथा उसके चारों ओर परिधि में राज्य सरकार है जो [[संविधान]] द्वारा निर्धारित निश्चित क्षेत्रों में सर्वोच्च सत्ता का प्रयोग करती है।" यह किस विद्धान का कथन है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-770,प्रश्न-752 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-डी. डी. बसु | -डी. डी. बसु | ||
-अशोक चन्द्रा | -अशोक चन्द्रा | ||
+ | +[[भीमराव अम्बेडकर]] | ||
-नारमन डी. पामर | -नारमन डी. पामर | ||
पंक्ति 574: | पंक्ति 574: | ||
-फालेट | -फालेट | ||
{अरस्तू के मत में क्रांति का क्या अर्थ है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-595,प्रश्न-136 | {[[अरस्तू]] के मत में क्रांति का क्या अर्थ है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-595,प्रश्न-136 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-आर्थिक व्यवस्था में परिवर्तन | -आर्थिक व्यवस्था में परिवर्तन | ||
-धार्मिक व्यवस्था में परिवर्तन | -धार्मिक व्यवस्था में परिवर्तन | ||
+संविधान में परिवर्तन | +[[संविधान]] में परिवर्तन | ||
-उपर्युक्त में से कोई नहीं | -उपर्युक्त में से कोई नहीं | ||
पंक्ति 592: | पंक्ति 592: | ||
{[[भारतीय संविधान]] में प्रस्तावना को [[संविधान सभा]] द्वारा कब ग्रहण किया गया था? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-738,प्रश्न-333 | {[[भारतीय संविधान]] में प्रस्तावना को [[संविधान सभा]] द्वारा कब ग्रहण किया गया था? (यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-738,प्रश्न-333 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-42वें संशोधन द्वारा | -[[संविधान संशोधन- 42वाँ|42वें संशोधन द्वारा]] | ||
+जब [[संविधान]] के सम्पूर्ण मसविदे को मंजूरी दी गई | +जब [[संविधान]] के सम्पूर्ण मसविदे को मंजूरी दी गई | ||
-46वें संशोधन | -[[संविधान संशोधन- 46वाँ|46वें संशोधन]] | ||
-उपर्युक्त कोई नहीं | -उपर्युक्त में से कोई नहीं | ||
{किस [[संविधान संशोधन]] में [[दिल्ली]] का नाम 'राष्ट्रपति राजधानी क्षेत्र' किया गया?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-746,प्रश्न-346 | {किस [[संविधान संशोधन]] में [[दिल्ली]] का नाम 'राष्ट्रपति राजधानी क्षेत्र' किया गया?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-746,प्रश्न-346 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-68वें संशोधन | -[[संविधान संशोधन- 68वाँ|68वें संशोधन]] | ||
+69वें संशोधन | +[[संविधान संशोधन- 69वाँ|69वें संशोधन]] | ||
-42वें संशोधन | -[[संविधान संशोधन- 42वाँ|42वें संशोधन]] | ||
-44वें संशोधन | -[[संविधान संशोधन- 44वाँ|44वें संशोधन]] | ||
{किस अनुच्छेद में यह वर्णन है कि [[राष्ट्रपति]], [[संसद]] के किसी एक सदन में या एक साथ समवेत दोनों सदनों में अभिभाषण कर सकेगा?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-754,प्रश्न-474 | {किस अनुच्छेद में यह वर्णन है कि [[राष्ट्रपति]], [[संसद]] के किसी एक सदन में या एक साथ समवेत दोनों सदनों में अभिभाषण कर सकेगा?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-754,प्रश्न-474 | ||
पंक्ति 616: | पंक्ति 616: | ||
+उसे पारित समझा जाता है | +उसे पारित समझा जाता है | ||
-सोचने के लिए और समय दिया जाता है | -सोचने के लिए और समय दिया जाता है | ||
-उपर्युक्त में से कोई | -उपर्युक्त में से कोई नहीं | ||
{किस आयोग कि यह राय थी कि, "[[संविधान]] के मूल स्वरूप में कोई प्रबल परिवर्तन न तो उचित है और न ही आवश्यक है।"(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-770,प्रश्न-753 | {किस आयोग कि यह राय थी कि, "[[संविधान]] के मूल स्वरूप में कोई प्रबल परिवर्तन न तो उचित है और न ही आवश्यक है।"(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-770,प्रश्न-753 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-अंतर्राज्यीय परिषद | -अंतर्राज्यीय परिषद | ||
+सरकारिया आयोग | +[[सरकारिया आयोग]] | ||
-राजमन्नार समिति | -[[राजमन्नार समिति]] | ||
-उपर्युक्त में से कोई नहीं | -उपर्युक्त में से कोई नहीं | ||
{दो या दो से अधिक राज्यों के लिए एक ही [[उच्च न्यायालय]] की स्थापना से सम्बंधित अनुच्छेद है-(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-778,प्रश्न-878 | {दो या दो से अधिक [[राज्य|राज्यों]] के लिए एक ही [[उच्च न्यायालय]] की स्थापना से सम्बंधित अनुच्छेद है-(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-778,प्रश्न-878 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-अनुच्छेद 240 | -अनुच्छेद 240 | ||
पंक्ति 639: | पंक्ति 639: | ||
-लास्की | -लास्की | ||
{'ह्यूमन प्रोब्लम ऑफ़ इंडस्ट्रियल | {'ह्यूमन प्रोब्लम ऑफ़ इंडस्ट्रियल सिविलाइजेशन (Human Problem of Industrial Civilization) (1946)' किसकी रचना है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-819,प्रश्न-159 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-टेलर | -टेलर | ||
पंक्ति 650: | पंक्ति 650: | ||
-राजनेताओं की त्रुटि के कारण | -राजनेताओं की त्रुटि के कारण | ||
-जनताओं की इच्छा के कारण | -जनताओं की इच्छा के कारण | ||
+ | +लोक नेताओं की अधिकता के कारण | ||
-उपर्युक्त में से कोई नहीं | -उपर्युक्त में से कोई नहीं | ||
{निम्न में किस [[संविधान संशोधन]] द्वारा [[सर्वोच्च न्यायालय]] में यह अभिनिर्धारित किया है कि समाजवाद का मूल | {निम्न में किस [[संविधान संशोधन]] द्वारा [[सर्वोच्च न्यायालय]] में यह अभिनिर्धारित किया है कि समाजवाद का मूल तत्त्व कमजोर वर्ग और कर्मकारों के जीवन स्तर को ऊँचा करना है और उनको जन्म से [[मृत्यु]] तक सामाजिक सुरक्षा की गारन्टी देना है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-738,प्रश्न-224 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-46वें संशोधन द्वारा | -[[संविधान संशोधन- 46वाँ|46वें संशोधन]] द्वारा | ||
-44वें संशोधन द्वारा | -[[संविधान संशोधन- 44वाँ|44वें संशोधन]] द्वारा | ||
+42वें संशोधन द्वारा | +[[संविधान संशोधन- 42वाँ|42वें संशोधन]] द्वारा | ||
-उपर्युक्त में से कोई नहीं | -उपर्युक्त में से कोई नहीं | ||
पंक्ति 679: | पंक्ति 679: | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-[[राज्यपाल]] द्वारा | -[[राज्यपाल]] द्वारा | ||
+ | +सभापति द्वारा | ||
-[[मुख्यमंत्री]] द्वारा | -[[मुख्यमंत्री]] द्वारा | ||
-उपर्युक्त में से कोई नहीं | -उपर्युक्त में से कोई नहीं | ||
{राजमन्नार समिति ने राज्य स्वायतता के संदर्भ में कौन-सा सुझाव दिया?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-770,प्रश्न-754 | {[[राजमन्नार समिति]] ने राज्य स्वायतता के संदर्भ में कौन-सा सुझाव दिया?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-770,प्रश्न-754 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-केन्द्रीय मंत्रिमंडल में राज्यों का पर्याप्त प्रतिनिधित्व होना चाहिए | -केन्द्रीय मंत्रिमंडल में [[राज्य|राज्यों]] का पर्याप्त प्रतिनिधित्व होना चाहिए | ||
-योजना आयोग को समाप्त कर दिया जाए | -[[योजना आयोग]] को समाप्त कर दिया जाए | ||
-एक अंतर्राज्यीय परिषद स्थापित की जाए | -एक अंतर्राज्यीय परिषद स्थापित की जाए | ||
+उपरोक्त सभी | +उपरोक्त सभी | ||
पंक्ति 692: | पंक्ति 692: | ||
{न्यायधीशों की नियुक्ति से सम्बंधित अनुच्छेद 233 (क) जोड़ा गया-(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-778,प्रश्न-879 | {न्यायधीशों की नियुक्ति से सम्बंधित अनुच्छेद 233 (क) जोड़ा गया-(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-778,प्रश्न-879 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-42वें संशोधन द्वारा ([[1976]]) | -[[संविधान संशोधन- 42वाँ|42वें संशोधन]] द्वारा ([[1976]]) | ||
-44वें संशोधन द्वारा ([[1978]]) | -[[संविधान संशोधन- 44वाँ|44वें संशोधन]] द्वारा ([[1978]]) | ||
+20वें संशोधन अधिनियम | +[[संविधान संशोधन- 20वाँ|20वें संशोधन]] अधिनियम | ||
-उपर्युक्त में से कोई नहीं | -उपर्युक्त में से कोई नहीं | ||
{'इंट्रोडक्शन टू द स्टडी ऑफ़ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन' ( | {'इंट्रोडक्शन टू द स्टडी ऑफ़ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन' (Introduction to The Study of Public Administration) किसकी रचना है?(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-811,प्रश्न-15 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-विल्सन | -विल्सन | ||
पंक्ति 711: | पंक्ति 711: | ||
-21,600 | -21,600 | ||
{क्रांतियों से बचने के उपाय के रूप में [[अरस्तू]] का मानना है कि | {क्रांतियों से बचने के उपाय के रूप में [[अरस्तू]] का मानना है कि-(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-595,प्रश्न-138 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
-सुरक्षा व्यवस्था करना | -सुरक्षा व्यवस्था करना | ||
पंक्ति 718: | पंक्ति 718: | ||
-उपर्युक्त में से कोई नहीं | -उपर्युक्त में से कोई नहीं | ||
{संविधान संशोधन की कितनी प्रक्रिया होती हैं?"(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-739,पृ.सं.-239 | {[[संविधान संशोधन]] की कितनी प्रक्रिया होती हैं?"(यूजीसी राजनीतिशास्त्र,पृ.सं.-739,पृ.सं.-239 | ||
|type="()"} | |type="()"} | ||
+3 | +3 |
13:28, 22 जुलाई 2016 का अवतरण
|