"प्रयोग:रिंकू3": अवतरणों में अंतर
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-[[प्रोटीन]] | -[[प्रोटीन]] | ||
+कार्बोहाइड्रेट्स | +[[कार्बोहाइड्रेट|कार्बोहाइड्रेट्स]] | ||
-[[विटामिन]] | -[[विटामिन]] | ||
-[[जल]] | -[[जल]] | ||
||स्वस्थ शरीर के लिए शरीर में संतुलित पोषक तत्त्वों की आवश्यकता होती है। प्रमुख पोषक तत्त्वों का विवरण निम्न है- कार्बोहाइड्रेट्स- यह शरीर में ताकत (ऊर्जा) उत्पन्न करने का प्रमुख स्त्रोत है। यह शरीर को शक्ति तथा गर्मी प्रदान करने के लिए चर्बी (वसा) की भांति कार्य करता है। यह चर्बी की अपेक्षा शरीर में जल्दी पच जाती है। प्रोटीन- पेशियों व अन्य शारीरिक ऊतकों के विकास व मरम्मत के लिए बहुत आवश्यक है। वसा- यह संचित ऊर्जा का मुख्य स्त्रोत है एवं चर्बी (वसा) में घुलने वाले [[विटामिन|विटामिनों]] के संबंध में महत्त्वपूर्ण है। विटामिन- पानी व वसा में घुलने वाले कई विटामिन-समूह शरीर के अंदर कई रासायनिक प्रक्रियाओं के महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। खनिज- ये शरीर के सामान्य उपापचयी क्रियाओं के लिए आवश्यक तत्त्व होते हैं। | ||स्वस्थ [[मानव शरीर|शरीर]] के लिए शरीर में संतुलित पोषक तत्त्वों की आवश्यकता होती है। प्रमुख पोषक तत्त्वों का विवरण निम्न है- [[कार्बोहाइड्रेट|कार्बोहाइड्रेट्स]]- यह शरीर में ताकत ([[ऊर्जा]]) उत्पन्न करने का प्रमुख स्त्रोत है। यह शरीर को शक्ति तथा गर्मी प्रदान करने के लिए चर्बी ([[वसा]]) की भांति कार्य करता है। यह चर्बी की अपेक्षा शरीर में जल्दी पच जाती है। प्रोटीन- पेशियों व अन्य शारीरिक [[ऊतक|ऊतकों]] के विकास व मरम्मत के लिए बहुत आवश्यक है। वसा- यह संचित ऊर्जा का मुख्य स्त्रोत है एवं चर्बी (वसा) में घुलने वाले [[विटामिन|विटामिनों]] के संबंध में महत्त्वपूर्ण है। विटामिन- पानी व वसा में घुलने वाले कई विटामिन-समूह शरीर के अंदर कई रासायनिक प्रक्रियाओं के महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। खनिज- ये शरीर के सामान्य उपापचयी क्रियाओं के लिए आवश्यक तत्त्व होते हैं। | ||
{बास्केटबॉल रिंग का व्यास क्या है। (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-64 प्रश्न-4 | {बास्केटबॉल रिंग का व्यास क्या है। (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-64 प्रश्न-4 | ||
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{'[[आयरन]]' किस खाद्य सामग्री में उपलब्ध है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-49 प्रश्न-5 | {'[[आयरन]]' किस खाद्य सामग्री में उपलब्ध है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-49 प्रश्न-5 | ||
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-अंडे एवं मांस | -[[अंडा|अंडे]] एवं मांस | ||
-पनीर | -पनीर | ||
-हरी सब्जियां | -हरी सब्जियां | ||
+इनमें से सभी | +इनमें से सभी | ||
||आयरन (हीमोग्लोबिन) लाल | ||[[आयरन]] ([[हीमोग्लोबिन]]) [[लाल रक्त कोशिका|लाल रक्त कोशिकाओं]] में [[ऑक्सीजन]] युक्त [[यौगिक]] पैदा करने में सहायक होता है। यह खनिज, मांस, [[मछली]], जिगर, [[अंडा|अंडों]], हरी सब्जियों, शलजम, पनीर, गेहूं व खमीर से मिलता है। शरीर को प्रतिदिन लगभग 10 मिलीग्राम आयरन की आवश्यकता होती है। | ||
{'मैराथन दौड़' की दूरी क्या है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-64 प्रश्न-5 | {'मैराथन दौड़' की दूरी क्या है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-64 प्रश्न-5 | ||
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-अग्न्याशयी रस में | -अग्न्याशयी रस में | ||
-आंत्रीय रस में | -आंत्रीय रस में | ||
||टायलिन नामक एंजाइम [[लार]] में पाया जाता है जो मंड (Starch) को माल्टोज तथा डेक्सट्रिन (Dextrin) में तोड़ने का कार्य करता है। | ||टायलिन नामक एंजाइम [[लार]] में पाया जाता है जो [[मंड]] (Starch) को माल्टोज तथा डेक्सट्रिन (Dextrin) में तोड़ने का कार्य करता है। | ||
{[[लैक्टिक अम्ल]] निम्न में से किसका उपोत्पाद है। (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-160 प्रश्न-106 | {[[लैक्टिक अम्ल]] निम्न में से किसका उपोत्पाद है। (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-160 प्रश्न-106 | ||
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{हमारे शरीर में ऊर्जा का मुख्य स्त्रोत है | {हमारे [[मानव शरीर|शरीर]] में [[ऊर्जा]] का मुख्य स्त्रोत क्या है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-23 प्रश्न-20 | ||
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-प्रोटीन | -[[प्रोटीन]] | ||
-विटामिन | -[[विटामिन]] | ||
+कार्बोहाइड्रेट्स | +[[कार्बोहाइड्रेट|कार्बोहाइड्रेट्स]] | ||
-खनिज | -[[खनिज]] | ||
||कार्बोहाइड्रेट्स, ऊर्जा के सबसे महत्त्वपूर्ण स्त्रोत होते हैं। कार्बोहाइड्रेट्स मुख्यता दो प्रकार के होते हैं- साधारण एवं जटिल। ग्लूकोज, फ्रक्टोज, गैलेक्टोज, सुक्रोज, माल्टोज आदि को साधारण कार्बोहाइड्रेट्स कहा जाता है। स्टार्च, ग्लाइकोजन व सेलुलोज को जटिल कार्बोहाइड्रेट्स कहा जाता है। | ||[[कार्बोहाइड्रेट|कार्बोहाइड्रेट्स]], [[ऊर्जा]] के सबसे महत्त्वपूर्ण स्त्रोत होते हैं। कार्बोहाइड्रेट्स मुख्यता दो प्रकार के होते हैं- साधारण एवं जटिल। [[ग्लूकोज]], फ्रक्टोज, गैलेक्टोज, सुक्रोज, माल्टोज आदि को साधारण कार्बोहाइड्रेट्स कहा जाता है। स्टार्च, ग्लाइकोजन व सेलुलोज को जटिल कार्बोहाइड्रेट्स कहा जाता है। | ||
{'हॉप, स्टेप एवं जंप' इवेंट अन्य किस नाम से जाना जाता है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-50 प्रश्न-11 | {'हॉप, स्टेप एवं जंप' इवेंट अन्य किस नाम से जाना जाता है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-50 प्रश्न-11 | ||
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-लंबी कूद | -लंबी कूद | ||
-ऊंची कूद | -ऊंची कूद | ||
||त्रिपद कूद में अभिगमन पथ 30 से 40 मी. के मध्य होता है। इसमें निम्न कौशल होते हैं- उछाल लेना- हाप की अवस्था में शरीर को आगे की ओर नहीं झुकाना चाहिए। कदम लेना-जिस पैर से उछाल लिया जाता है उसी पैर पर लैंडिंग होती है तथा दूसरे पैर को ऊपर की तरफ उठाते हुए अधिक से अधिक दूरी तक कदम लेने की कोशिश करनी चाहिए। लंबी कूद लगाना | ||त्रिपद कूद में अभिगमन पथ 30 से 40 मी. के मध्य होता है। इसमें निम्न कौशल होते हैं- उछाल लेना- हाप की अवस्था में शरीर को आगे की ओर नहीं झुकाना चाहिए। कदम लेना-जिस पैर से उछाल लिया जाता है उसी पैर पर लैंडिंग होती है तथा दूसरे पैर को ऊपर की तरफ उठाते हुए अधिक से अधिक दूरी तक कदम लेने की कोशिश करनी चाहिए। लंबी कूद लगाना, इस चरण में पैरों की गतिविधियों से पहले हाथों की क्रिया शुरू हो जाती है। अवतरण- ट्रिपल जंप अवतरण उसी प्रकार होते हैं जैसे लंबी कूद में होता है। | ||
{फेफड़े हिस्सा हैं- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-64 प्रश्न-10 | {[[फेफड़ा|फेफड़े]] हिस्सा हैं- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-64 प्रश्न-10 | ||
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-तंत्रिका तंत्र के | -[[तंत्रिका तंत्र]] के | ||
- | -[[पाचन तंत्र]] के | ||
+श्वसन तंत्र के | +श्वसन तंत्र के | ||
-इनमें से कोई नहीं | -इनमें से कोई नहीं | ||
||फेफड़े श्वसन तंत्र का हिस्सा हैं। अन्य स्थल पर रहने वाले जानवरों की भांति मनुष्य भी नथुनों एवं फेफड़ों से सांस लेता है। हवा रोधक वक्ष गुहा में एक जोड़ी फेफड़े स्थित होते हैं। इसके आस-पास कॉन्वेक्स, मांसपेशीय तथा इलास्टिक शीट होती है जिसे डायाफ्राम कहते हैं। फेफड़ों द्वारा श्वसन प्रक्रिया को पल्मोनरी श्वसन कहते हैं। | ||[[फेफड़ा|फेफड़े]] श्वसन तंत्र का हिस्सा हैं। अन्य स्थल पर रहने वाले जानवरों की भांति मनुष्य भी नथुनों एवं फेफड़ों से सांस लेता है। हवा रोधक वक्ष गुहा में एक जोड़ी फेफड़े स्थित होते हैं। इसके आस-पास कॉन्वेक्स, मांसपेशीय तथा इलास्टिक शीट होती है जिसे डायाफ्राम कहते हैं। फेफड़ों द्वारा श्वसन प्रक्रिया को पल्मोनरी श्वसन कहते हैं। | ||
{लंबी दूरी की दौड़ में | {लंबी दूरी की दौड़ में धावकों द्वारा पूरे किए गए चक्रों का रिकॉर्ड कौन रखता है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-79 प्रश्न-10 | ||
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-उद्घोषक | -उद्घोषक | ||
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-जज | -जज | ||
+लैप स्कोरर | +लैप स्कोरर | ||
{वर्ष 2002 में आयोजित 14 वें एशियाई खेलों में भारत ने कौन-सा स्थान अर्जित किया? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-95 प्रश्न-10 | {वर्ष [[2002]] में आयोजित 14 वें [[एशियाई खेल|एशियाई खेलों]] में [[भारत]] ने कौन-सा स्थान अर्जित किया? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-95 प्रश्न-10 | ||
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-सातवां | -सातवां | ||
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-दसवां | -दसवां | ||
{'अर्जुन पुरस्कार' प्राप्त करने वाली प्रथम महिला खिलाड़ी है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-111 प्रश्न-121 | {'[[अर्जुन पुरस्कार]]' प्राप्त करने वाली प्रथम महिला खिलाड़ी है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-111 प्रश्न-121 | ||
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-मेरी डीसूजा | -मेरी डीसूजा | ||
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+संस्थान के भीतर आयोजित प्रतियोगिता | +संस्थान के भीतर आयोजित प्रतियोगिता | ||
-संस्थापन के बाहर आयोजित प्रतियोगिता | -संस्थापन के बाहर आयोजित प्रतियोगिता | ||
- | -ज़िला स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता | ||
-राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता | -राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता | ||
||इंट्राम्यूरल (किसी संस्थान की चाहरदीवारी के अंदर) किसी एक ही संस्थान के खिलाड़ियों में आयोजित की जाने वाली प्रतियोगिता है। इंट्राम्यूरल प्रतियोगिताओं का लाभ यह है कि एक ही संस्थान के लगभग सभी छात्रों को इस प्रतियोगिता में सम्मिलित कर शिक्षा के उद्देश्य- 'बालक का संपूर्ण विकास' के लक्ष्य की प्राप्ति की जाती है। एक्ट्राम्यूरल प्रतियोगिताएं विभिन्न संस्थापनों के खिलाड़ियों के मध्य आयोजित की जाती है। ऐसी प्रतियोगिताओं में संस्थान के चुने हुए खिलाड़ी अपने कौशल का खेल-कूद में प्रदर्शन कर अपने संस्थान के लिए सम्मान दिलाने का प्रयत्न करते हैं। | ||इंट्राम्यूरल (किसी संस्थान की चाहरदीवारी के अंदर) किसी एक ही संस्थान के खिलाड़ियों में आयोजित की जाने वाली प्रतियोगिता है। इंट्राम्यूरल प्रतियोगिताओं का लाभ यह है कि एक ही संस्थान के लगभग सभी छात्रों को इस प्रतियोगिता में सम्मिलित कर शिक्षा के उद्देश्य- 'बालक का संपूर्ण विकास' के लक्ष्य की प्राप्ति की जाती है। एक्ट्राम्यूरल प्रतियोगिताएं विभिन्न संस्थापनों के खिलाड़ियों के मध्य आयोजित की जाती है। ऐसी प्रतियोगिताओं में संस्थान के चुने हुए खिलाड़ी अपने कौशल का खेल-कूद में प्रदर्शन कर अपने संस्थान के लिए सम्मान दिलाने का प्रयत्न करते हैं। | ||
{खिलाड़ियों को नमक अधिक लेना चाहिए, क्योंकि- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-129 प्रश्न-10 | {खिलाड़ियों को [[नमक]] अधिक लेना चाहिए, क्योंकि- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-129 प्रश्न-10 | ||
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-नमक शक्ति का एक स्त्रोत है। | -[[नमक]] शक्ति का एक स्त्रोत है। | ||
+पसीना निकलने की वजह से शरीर में नमक की मात्रा कम हो जाती है। | +पसीना निकलने की वजह से [[मानव शरीर|शरीर]] में नमक की मात्रा कम हो जाती है। | ||
-नमक रक्त | -नमक [[रक्त]] परिसंचरण को तेज़ कर देता है। | ||
-नमक भोजन के पोषण गुण को बढ़ा देता है। | -[[नमक]] भोजन के पोषण गुण को बढ़ा देता है। | ||
||खिलाड़ियों को नमक अधिक लेना चाहिए क्योंकि खेलते समय शरीर से पसीना निकलने के कारण शरीर में नमक की मात्रा कम हो जाती है। शरीर में नमक की मात्रा अन्य लवणों की अपेक्षा अधिक होती है, यह शरीर के प्रत्येक ऊतक में रहकर इनकी क्रियाओं को सुचारू बनाता है। | ||खिलाड़ियों को [[नमक]] अधिक लेना चाहिए क्योंकि खेलते समय [[मानव शरीर|शरीर]] से पसीना निकलने के कारण शरीर में नमक की मात्रा कम हो जाती है। शरीर में नमक की मात्रा अन्य [[लवण|लवणों]] की अपेक्षा अधिक होती है, यह शरीर के प्रत्येक [[ऊतक]] में रहकर इनकी क्रियाओं को सुचारू बनाता है। | ||
{गर्भ निरोधक गोलियों का आविष्कार किसने किया था? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-150 प्रश्न-11 | {गर्भ निरोधक गोलियों का आविष्कार किसने किया था? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-150 प्रश्न-11 | ||
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+पिनकस | +पिनकस | ||
-डग्गर | -डग्गर | ||
||गर्भ निरोधक गोलियों का आविष्कार अमेरिकी जीवविज्ञानी एवं शोधकर्ता ग्रेगरी पिनकस द्वारा दिए गए विशेष योगदान से संभव हो पाया। पिनकस ने मार्गरेट सेंगर, कैथरीन मैककॉरमिक तथा जॉन रॉक की सहायता से कई वर्षों के प्रयासों के बाद गर्भ निरोधक गोली का आविष्कार किया। इनके इसी योगदान के कारण ही इन्हें गर्भ निरोधक गोलियों का आविष्कारक कहा जाता है। 9 मई, 1960 को फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा इस गोली को बनाने एवं उपयोग हेतु मंजूरी दे दी गई। | ||गर्भ निरोधक गोलियों का आविष्कार अमेरिकी जीवविज्ञानी एवं शोधकर्ता ग्रेगरी पिनकस द्वारा दिए गए विशेष योगदान से संभव हो पाया। पिनकस ने मार्गरेट सेंगर, कैथरीन मैककॉरमिक तथा जॉन रॉक की सहायता से कई वर्षों के प्रयासों के बाद गर्भ निरोधक गोली का आविष्कार किया। इनके इसी योगदान के कारण ही इन्हें गर्भ निरोधक गोलियों का आविष्कारक कहा जाता है। [[9 मई]], [[1960]] को फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा इस गोली को बनाने एवं उपयोग हेतु मंजूरी दे दी गई। | ||
{नेतृत्व एक आचरण संबंधी प्रक्रिया है जो | {नेतृत्व एक आचरण संबंधी प्रक्रिया है जो.......... पर फोकस करता है। (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-161 प्रश्न-110 | ||
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-अच्छे संबंध विकसित करने और बनाए रखने | -अच्छे संबंध विकसित करने और बनाए रखने | ||
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-समूह को परिस्थितिगत अभिलक्षणों | -समूह को परिस्थितिगत अभिलक्षणों | ||
-लक्ष्य निर्धारित करने और कार्य पूरा कराने | -लक्ष्य निर्धारित करने और कार्य पूरा कराने | ||
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10:56, 9 नवम्बर 2016 का अवतरण
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