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||मनुष्य के खोपड़ी में कुल अस्थियों की संख्या 28 होती है जिनमें से 8 मस्तिष्क के चारों ओर का मस्तिष्क खोल अर्थात कपाल बनाती हैं। शेष हड्डियों में 14 हड्डी चेहरे का कंकाल बनाती हैं, शेष 6 कर्ण अस्थियां होती हैं जो सुनने में सहायक होती हैं। | ||मनुष्य के [[खोपड़ी]] में कुल अस्थियों की संख्या 28 होती है जिनमें से 8 [[मस्तिष्क]] के चारों ओर का मस्तिष्क खोल अर्थात कपाल बनाती हैं। शेष हड्डियों में 14 हड्डी चेहरे का [[कंकाल]] बनाती हैं, शेष 6 कर्ण अस्थियां होती हैं जो सुनने में सहायक होती हैं। | ||
{गामन कौशल (Motor Skills) सीखने का उत्तम ढंग क्या है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-110 प्रश्न-11 | {गामन कौशल (Motor Skills) सीखने का उत्तम ढंग क्या है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-110 प्रश्न-11 | ||
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-उपर्युक्त में से कोई नहीं | -उपर्युक्त में से कोई नहीं | ||
{स्वास्थ्य के लिए अच्छा पोषण क्यों जरूरी है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-112 प्रश्न-2 | {स्वास्थ्य के लिए अच्छा [[पोषण]] क्यों जरूरी है? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-112 प्रश्न-2 | ||
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-भंगिमा | -भंगिमा | ||
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-हाजिर जवाबी | -हाजिर जवाबी | ||
-अच्छी आदत | -अच्छी आदत | ||
||स्वास्थ्य के लिए अच्छा पोषण संतुलित आहार के माध्यम से प्राप्त होता है तथा यह शरीर के समुचित विकास में सहायता होता है। संतुलित आहार से तात्पर्य है सही किस्म के भोजन एवं तरल पदार्थों के माध्यम से शरीर को पौष्टिक तत्त्व व ऊर्जा प्रदान करना ताकि शरीर अपनी कोशिकाओं, ऊतकों व अंगों का रख-रखाव कर सके और सामान्य वृद्धि एवं विकास को सुनिश्चित बना सके। संतुलित भोजन से अभिप्राय है ऐसा भोजन जिसमें हर पौष्टिक तत्त्व सही मात्रा में हों। | ||स्वास्थ्य के लिए अच्छा पोषण संतुलित आहार के माध्यम से प्राप्त होता है तथा यह शरीर के समुचित विकास में सहायता होता है। संतुलित आहार से तात्पर्य है सही किस्म के भोजन एवं तरल पदार्थों के माध्यम से शरीर को पौष्टिक तत्त्व व ऊर्जा प्रदान करना ताकि शरीर अपनी [[कोशिका|कोशिकाओं]], [[ऊतक|ऊतकों]] व अंगों का रख-रखाव कर सके और सामान्य वृद्धि एवं विकास को सुनिश्चित बना सके। संतुलित भोजन से अभिप्राय है ऐसा भोजन जिसमें हर पौष्टिक तत्त्व सही मात्रा में हों। | ||
{संतोष ट्रॉफी जुड़ा हुआ है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-129 प्रश्न-1 | {संतोष ट्रॉफी जुड़ा हुआ है- (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-129 प्रश्न-1 | ||
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{स्थायी दांत कितने प्रकार के होते हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-23 प्रश्न-12 | {स्थायी [[दांत]] कितने प्रकार के होते हैं? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-23 प्रश्न-12 | ||
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+इनमें से सभी के द्वारा | +इनमें से सभी के द्वारा | ||
||संक्रामण रोग का तात्पर्य फैलने वाले रोग से है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक या एक जंतु एक प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप पर फैलते हैं। संक्रामण रोगों के कारण जैसे वाइरस, बैक्टीरिया एवं अन्य सूक्ष्मजीव वातावरण के माध्यम जैसे- हवा, धूल, मिट्टी, पानी, भोजन या सीधे संपर्क आदि के कारण फैलते हैं। | ||संक्रामण रोग का तात्पर्य फैलने वाले रोग से है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक या एक जंतु एक प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप पर फैलते हैं। संक्रामण रोगों के कारण जैसे वाइरस, [[बैक्टीरिया]] एवं अन्य सूक्ष्मजीव वातावरण के माध्यम जैसे- हवा, धूल, मिट्टी, पानी, भोजन या सीधे संपर्क आदि के कारण फैलते हैं। | ||
{अभ्यास के नियम का आविष्कार किसने किया था? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-64 प्रश्न-2 | {अभ्यास के नियम का आविष्कार किसने किया था? (शारीरिक शिक्षा,पृ.सं-64 प्रश्न-2 |
12:17, 15 नवम्बर 2016 का अवतरण
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