"कहावत लोकोक्ति मुहावरे-ए": अवतरणों में अंतर
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! style="width:70%"| अर्थ | ! style="width:70%"| अर्थ | ||
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| | | 1-एक पंथ दो काज | ||
1-एक पंथ दो काज | | अर्थ - एक काम के प्रयत्न से दो काम पूरे होना। | ||
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अर्थ - एक काम के प्रयत्न से दो काम पूरे होना। | |||
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|2- एक करेला/गिलोय, दूसरे नीम चढ़ा। | |2- एक करेला/गिलोय, दूसरे नीम चढ़ा। | ||
| | |अर्थ - एक दोष होने के साथ ही साथ दूसरा दोष भी होना। | ||
अर्थ - एक दोष होने के साथ ही साथ दूसरा दोष भी होना। | |||
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|3- एक अंडा वह भी गंदा। | |3- एक अंडा वह भी गंदा। | ||
| | |अर्थ - चीज़ भी थोड़ी है और जितनी है वह भी बेकार है। | ||
अर्थ - चीज़ भी थोड़ी है और जितनी है वह भी बेकार है। | |||
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|4- एक आँख से रोवे, एक आँख से हँसे। | |4- एक आँख से रोवे, एक आँख से हँसे। | ||
| | |अर्थ - दिखावटी रोना या दिखावटी काम करना। | ||
अर्थ - दिखावटी रोना या दिखावटी काम करना। | |||
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|5- एक अनार सौ बीमार। | |5- एक अनार सौ बीमार। | ||
| | |अर्थ - चीज़ का कम होना और चाहने वाले ज़्यादा होना। | ||
अर्थ - चीज़ का कम होना और चाहने वाले ज़्यादा होना। | |||
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|6- एक आवे (आवाँ) के बर्तन। | |6- एक आवे (आवाँ) के बर्तन। | ||
| | |अर्थ - सब का एक जैसा होना जैसे कुम्हार के आवे (आवाँ) में सभी बर्तन एक जैसे ही पकते हैं। | ||
अर्थ - सब का एक जैसा होना जैसे कुम्हार के आवे (आवाँ) में सभी बर्तन एक जैसे ही पकते हैं। | |||
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|7- एक और एक ग्यारह होते हैं। | |7- एक और एक ग्यारह होते हैं। | ||
| | |अर्थ - एकता में बल होता है। | ||
अर्थ - एकता में बल होता है। | |||
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|8- एक के दूने से सौ के सवाये भले। | |8- एक के दूने से सौ के सवाये भले। | ||
| | |अर्थ - अधिक लाभ पर कम माल बेचने की अपेक्षा कम लाभ पर अधिक माल बेचना अधिक फ़ायदेमंद होता है। | ||
अर्थ - अधिक लाभ पर कम माल बेचने की अपेक्षा कम लाभ पर अधिक माल बेचना अधिक फ़ायदेमंद होता है। | |||
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|9- एक गंदी मछली सारे तालाब को गंदा कर देती है। | |9- एक गंदी मछली सारे तालाब को गंदा कर देती है। | ||
| | |अर्थ - एक बुरा आदमी सारी बिरादरी की बदनामी कराता है। | ||
अर्थ - एक बुरा आदमी सारी बिरादरी की बदनामी कराता है। | |||
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|10- एक टकसाल के ढले। | |10- एक टकसाल के ढले। | ||
| | |अर्थ - सबका एक जैसा होना। | ||
अर्थ - सबका एक जैसा होना। | |||
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|11- एक तवे की रोटी, क्या छोटी क्या मोटी। | |11- एक तवे की रोटी, क्या छोटी क्या मोटी। | ||
| | |अर्थ - कोई भी भेदभाव नहीं होना अर्थात समानता का होना। | ||
अर्थ - कोई भी भेदभाव नहीं होना अर्थात समानता का होना। | |||
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|12- एक तो चोरी दूसरे सीना-जोरी। | |12- एक तो चोरी दूसरे सीना-जोरी। | ||
| | |अर्थ - कोई अपराध करके अपराध न मानना और उल्टे रौब गाँठना। | ||
अर्थ - कोई अपराध करके अपराध न मानना और उल्टे रौब गाँठना। | |||
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|13- एक (ही) थैली के चट्टे-बट्टे होना। | |13- एक (ही) थैली के चट्टे-बट्टे होना। | ||
| | |अर्थ - एक ही जैसे दुर्गुण वाले होना। | ||
अर्थ - एक ही जैसे दुर्गुण वाले होना। | |||
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|14- एक मुँह दो बातें। | |14- एक मुँह दो बातें। | ||
| | |अर्थ - अपनी बात से पलट जाना। | ||
अर्थ - अपनी बात से पलट जाना। | |||
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|15- एक म्यान में दो तलवारें नहीं समा सकती। | |15- एक म्यान में दो तलवारें नहीं समा सकती। | ||
| | |अर्थ - समान अधिकार वाले दो व्यक्ति एक ही क्षेत्र में नहीं रह सकते हैं। | ||
अर्थ - समान अधिकार वाले दो व्यक्ति एक ही क्षेत्र में नहीं रह सकते हैं। | |||
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|16- एक हाथ से ताली नहीं बजती। | |16- एक हाथ से ताली नहीं बजती। | ||
| | |अर्थ - झगड़े के लिए दोनों पक्ष ज़िम्मेदार होते हैं, एक के झगड़ा करने से झगड़ा नहीं होता है। | ||
अर्थ - झगड़े के लिए दोनों पक्ष ज़िम्मेदार होते हैं, एक के झगड़ा करने से झगड़ा नहीं होता है। | |||
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|17- एक ही लकड़ी से सबको हाँकना। | |17- एक ही लकड़ी से सबको हाँकना। | ||
| | |अर्थ - छोटे- बड़े का ध्यान न रखकर सबके साथ एक जैसा ही व्यवहार करना। | ||
अर्थ - छोटे- बड़े का ध्यान न रखकर सबके साथ एक जैसा ही व्यवहार करना। | |||
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|18- एकै साधे सब सधे, सब साधे सब जाय। | |18- एकै साधे सब सधे, सब साधे सब जाय। | ||
| | |अर्थ - एक समय में एक ही काम हाथ में लेना चाहिए, कई काम एक साथ करने से कोई काम सही नहीं होता है। | ||
अर्थ - एक समय में एक ही काम हाथ में लेना चाहिए, कई काम एक साथ करने से कोई काम सही नहीं होता है। | |||
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|19- एक आँख से देखना। | |19- एक आँख से देखना। | ||
| | |अर्थ - सबको बराबर समझना। | ||
अर्थ - सबको बराबर समझना। | |||
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|20- एक-एक नस पहचानना। | |20- एक-एक नस पहचानना। | ||
| | |अर्थ - सब कुछ समझना। | ||
अर्थ - सब कुछ समझना। | |||
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|21- एक घाट का पानी पीना। | |21- एक घाट का पानी पीना। | ||
| | |अर्थ - एकता और सहनशील होना। | ||
अर्थ - एकता और सहनशील होना। | |||
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|22- एक लकड़ी से सबको हाँकना। | |22- एक लकड़ी से सबको हाँकना। | ||
| | |अर्थ - यथायोग्य व्यवहार न करना। | ||
अर्थ - यथायोग्य व्यवहार न करना। | |||
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|23- एक ही थैली के चट्टे-बट्टे। | |23- एक ही थैली के चट्टे-बट्टे। | ||
| | |अर्थ - एक जैसे चरित्र और विचार के लोग। | ||
अर्थ - एक जैसे चरित्र और विचार के लोग। | |||
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|24- एडि़याँ रगड़ना। | |24- एडि़याँ रगड़ना। | ||
| | |अर्थ - बहुत दौड़-धूप करना। | ||
अर्थ - बहुत दौड़-धूप करना। | |||
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|25- एड़ी-चोटी का पसीना एक करना। | |25- एड़ी-चोटी का पसीना एक करना। |
13:17, 28 फ़रवरी 2017 का अवतरण
कहावत लोकोक्ति मुहावरे वर्णमाला क्रमानुसार खोजें
कहावत लोकोक्ति मुहावरे | अर्थ |
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1-एक पंथ दो काज | अर्थ - एक काम के प्रयत्न से दो काम पूरे होना। |
2- एक करेला/गिलोय, दूसरे नीम चढ़ा। | अर्थ - एक दोष होने के साथ ही साथ दूसरा दोष भी होना। |
3- एक अंडा वह भी गंदा। | अर्थ - चीज़ भी थोड़ी है और जितनी है वह भी बेकार है। |
4- एक आँख से रोवे, एक आँख से हँसे। | अर्थ - दिखावटी रोना या दिखावटी काम करना। |
5- एक अनार सौ बीमार। | अर्थ - चीज़ का कम होना और चाहने वाले ज़्यादा होना। |
6- एक आवे (आवाँ) के बर्तन। | अर्थ - सब का एक जैसा होना जैसे कुम्हार के आवे (आवाँ) में सभी बर्तन एक जैसे ही पकते हैं। |
7- एक और एक ग्यारह होते हैं। | अर्थ - एकता में बल होता है। |
8- एक के दूने से सौ के सवाये भले। | अर्थ - अधिक लाभ पर कम माल बेचने की अपेक्षा कम लाभ पर अधिक माल बेचना अधिक फ़ायदेमंद होता है। |
9- एक गंदी मछली सारे तालाब को गंदा कर देती है। | अर्थ - एक बुरा आदमी सारी बिरादरी की बदनामी कराता है। |
10- एक टकसाल के ढले। | अर्थ - सबका एक जैसा होना। |
11- एक तवे की रोटी, क्या छोटी क्या मोटी। | अर्थ - कोई भी भेदभाव नहीं होना अर्थात समानता का होना। |
12- एक तो चोरी दूसरे सीना-जोरी। | अर्थ - कोई अपराध करके अपराध न मानना और उल्टे रौब गाँठना। |
13- एक (ही) थैली के चट्टे-बट्टे होना। | अर्थ - एक ही जैसे दुर्गुण वाले होना। |
14- एक मुँह दो बातें। | अर्थ - अपनी बात से पलट जाना। |
15- एक म्यान में दो तलवारें नहीं समा सकती। | अर्थ - समान अधिकार वाले दो व्यक्ति एक ही क्षेत्र में नहीं रह सकते हैं। |
16- एक हाथ से ताली नहीं बजती। | अर्थ - झगड़े के लिए दोनों पक्ष ज़िम्मेदार होते हैं, एक के झगड़ा करने से झगड़ा नहीं होता है। |
17- एक ही लकड़ी से सबको हाँकना। | अर्थ - छोटे- बड़े का ध्यान न रखकर सबके साथ एक जैसा ही व्यवहार करना। |
18- एकै साधे सब सधे, सब साधे सब जाय। | अर्थ - एक समय में एक ही काम हाथ में लेना चाहिए, कई काम एक साथ करने से कोई काम सही नहीं होता है। |
19- एक आँख से देखना। | अर्थ - सबको बराबर समझना। |
20- एक-एक नस पहचानना। | अर्थ - सब कुछ समझना। |
21- एक घाट का पानी पीना। | अर्थ - एकता और सहनशील होना। |
22- एक लकड़ी से सबको हाँकना। | अर्थ - यथायोग्य व्यवहार न करना। |
23- एक ही थैली के चट्टे-बट्टे। | अर्थ - एक जैसे चरित्र और विचार के लोग। |
24- एडि़याँ रगड़ना। | अर्थ - बहुत दौड़-धूप करना। |
25- एड़ी-चोटी का पसीना एक करना। |
अर्थ - घोर परिश्रम करना। |