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{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}
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!कहावत लोकोक्ति मुहावरे
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| 1- नौ नक़द ना तेरह उधार।
1- नौ नक़द ना तेरह उधार।
| अर्थ - किसी का भी कर्जदार ना होना, नक़द का काम उधार के काम से अच्छा होता है।
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अर्थ - किसी का भी कर्जदार ना होना, नक़द का काम उधार के काम से अच्छा होता है।
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|2- नौ सौ चूहे खा कर बिल्ली हज को चली।
|2- नौ सौ चूहे खा कर बिल्ली हज को चली।
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|अर्थ - सौ अपराध करके  ईश्वर का ध्यान आता है। ।
अर्थ - सौ अपराध करके  ईश्वर का ध्यान आता है। ।
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|3- नंगा बड़ा परमेश्वर से।  
|3- नंगा बड़ा परमेश्वर से।  
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|अर्थ - निर्लज्ज से सभी डरते हैं।
अर्थ - निर्लज्ज से सभी डरते हैं।
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|4- नंगा क्या  नहाएगा क्या निचोड़ेगा।
|4- नंगा क्या  नहाएगा क्या निचोड़ेगा।
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|अर्थ - निर्धन के पास  खोने के लिए कुछ भी नहीं होता।
अर्थ - निर्धन के पास  खोने के लिए कुछ भी नहीं होता।
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|5- न अंधे को न्योता देते न दो जने आते।  
|5- न अंधे को न्योता देते न दो जने आते।  
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|अर्थ - ग़लत आदमी को बुलावा देना, एक के बदले दो का आना।
अर्थ - ग़लत आदमी को बुलावा देना, एक के बदले दो का आना।
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|6- न इधर के रहे, न उधर के रहे।
|6- न इधर के रहे, न उधर के रहे।
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|अर्थ - दुविधा में  हमेशा हानि हो जाती है।
अर्थ - दुविधा में  हमेशा हानि हो जाती है।
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|7- नकटा बूचा सबसे ऊँचा।
|7- नकटा बूचा सबसे ऊँचा।
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|अर्थ - निर्लज्ज आदमी सब से बड़ा है (व्यंग)।
अर्थ - निर्लज्ज आदमी सब से बड़ा है (व्यंग)।
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|8- नक्कारखाने में तूती की आवाज़ कौन सुने।
|8- नक्कारखाने में तूती की आवाज़ कौन सुने।
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|अर्थ - बड़ों के रहते छोटों की बात नहीं मानी जाती।
अर्थ - बड़ों के रहते छोटों की बात नहीं मानी जाती।
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|9- नटनी जब बाँस पर चढ़ी तो घूँघट क्या।
|9- नटनी जब बाँस पर चढ़ी तो घूँघट क्या।
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|अर्थ - नीच कर्म करने वाले को शर्म नहीं होती।
अर्थ - नीच कर्म करने वाले को शर्म नहीं होती।
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|10- नदी किनारे रूखड़ा जब–तब होय विनाश।
|10- नदी किनारे रूखड़ा जब–तब होय विनाश।
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|अर्थ - बूढ़ा आदमी बहुत दिन नहीं जियेगा।
अर्थ - बूढ़ा आदमी बहुत दिन नहीं जियेगा।
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|11- नदी नाव संयोग।
|11- नदी नाव संयोग।
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|अर्थ - संयोग से मिलाप हो जाना।
अर्थ - संयोग से मिलाप हो जाना।
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|12- नदी में रहकर, मगर से बैर।
|12- नदी में रहकर, मगर से बैर।
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|अर्थ - जहाँ रहना हो वहाँ के मुखिया से बैर ठीक नहीं होता।
अर्थ - जहाँ रहना हो वहाँ के मुखिया से बैर ठीक नहीं होता।
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|13- [[ना नौ मन तेल होगा ना राधा नाचेगी]]
|13- [[ना नौ मन तेल होगा ना राधा नाचेगी]]
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|अर्थ - न पूरी होने वाली शर्त।
अर्थ - न पूरी होने वाली शर्त।
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|14- नमाज़ छुड़ाने गए थे, रोज़े गले पड़े।
|14- नमाज़ छुड़ाने गए थे, रोज़े गले पड़े।
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|अर्थ - एक मुसीबत से छुटकारा पाना चाहा था, दूसरी भारी मुसीबत आ पड़ी।
अर्थ - एक मुसीबत से छुटकारा पाना चाहा था, दूसरी भारी मुसीबत आ पड़ी।
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|15- नया नौ दिन पुराना सौ दिन।
|15- नया नौ दिन पुराना सौ दिन।
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|अर्थ - पुरानी चीज़ें ज़्यादा दिन चलती हैं।
अर्थ - पुरानी चीज़ें ज़्यादा दिन चलती हैं।
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|16- [[न रहेगा बाँस, न बजेगी बाँसुरी]]।
|16- [[न रहेगा बाँस, न बजेगी बाँसुरी]]।
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|अर्थ - मूल कारण को मिटा दें तो झगड़ा –फसाद ही न हो।
अर्थ - मूल कारण को मिटा दें तो झगड़ा –फसाद ही न हो।
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|17- ना साँप मरे ना लाठी टूटे।
|17- ना साँप मरे ना लाठी टूटे।
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|अर्थ - बिना किसी को हानि पहुँचाये काम पूरा हो जाए।
अर्थ - बिना किसी को हानि पहुँचाये काम पूरा हो जाए।
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|18- नाई की बरात में सब ही ठाकुर।
|18- नाई की बरात में सब ही ठाकुर।
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|अर्थ - सभी बड़े बन बैठें तो काम कैसे हो, एक ही नायक होना चाहिए।  
अर्थ - सभी बड़े बन बैठें तो काम कैसे हो, एक ही नायक होना चाहिए।  
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|19- नाई नाई, बाल कितने ? <br />
|19- नाई नाई, बाल कितने ? ज‍जमान, अभी सामने आ जाएँगे।
ज‍जमान, अभी सामने आ जाएँगे।
| अर्थ - प्रश्न का उत्तर अपने-आप मिल जाएगा।
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अर्थ - प्रश्न का उत्तर अपने –आप मिल जाएगा।
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|20- नाक कटी पर घी तो चाटा।
|20- नाक कटी पर घी तो चाटा।
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|अर्थ - निर्लज्ज होकर कुछ पाना।
अर्थ - निर्लज्ज होकर कुछ पाना।
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|21- नाक दबाने से मुँह खुलता है।
|21- नाक दबाने से मुँह खुलता है।
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|अर्थ - कठोरता से कार्य सिद्ध होता है।
अर्थ - कठोरता से कार्य सिद्ध होता है।
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|22- [[नाच न जाने|नाच न जाने आँगन टेढ़ा]]।
|22- [[नाच न जाने|नाच न जाने आँगन टेढ़ा]]।
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|अर्थ - अपना दोष बहाना करके टालना।
अर्थ - अपना दोष बहाना करके टालना।
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|23- नानी के आगे ननिहाल की बातें।
|23- नानी के आगे ननिहाल की बातें।
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|अर्थ - जिसको सब कुछ मालूम हो, उसको जानकारी देना।
अर्थ - जिसको सब कुछ मालूम हो, उसको जानकारी देना।
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|24- नानी के टुकड़े खावे, दादी का पोता कहावे।
|24- नानी के टुकड़े खावे, दादी का पोता कहावे।
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|अर्थ - खाना किसी का, एहसान किसी का।
अर्थ - खाना किसी का, एहसान किसी का।
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|25- नानी क्वाँरी मर गई , <br />
|25- नानी क्वाँरी मर गई , नाती के नौ-नौ ब्याह।
नाती के नौ-नौ ब्याह।
|अर्थ - झूठी बड़ाई।
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अर्थ - झूठी बड़ाई।
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|26- नाम बड़े दर्शन छोटे।
|26- नाम बड़े दर्शन छोटे।
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|अर्थ - बहुत प्रसिद्ध होना पर वास्तव में गुणों का न होना।
अर्थ - बहुत प्रसिद्ध होना पर वास्तव में गुणों का न होना।
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|27- नाम बढ़ावे दाम।
|27- नाम बढ़ावे दाम।
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|अर्थ - किसी चीज़ का नाम हो जाने से उसकी कीमत बढ़ जाती है।
अर्थ - किसी चीज़ का नाम हो जाने से उसकी कीमत बढ़ जाती है।
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|28- नामी चोर मारा जाए,<br />
|28- नामी चोर मारा जाए, नामी शाह कमा खाए।
नामी शाह कमा खाए।
|अर्थ - बदनामी से बुरा, नेकनामी से भला होता है।
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अर्थ - बदनामी से बुरा, नेकनामी से भला होता है।
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|29- नारियल में पानी,क्या पता खट्टा कि मीठा।
|29- नारियल में पानी,क्या पता खट्टा कि मीठा।
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|अर्थ - इस बात में संशय है।
अर्थ - इस बात में संशय है।
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|30- नीचे की साँस नीचे, ऊपर की साँस ऊपर।
|30- नीचे की साँस नीचे, ऊपर की साँस ऊपर।
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|अर्थ - डर या दु:ख से घबरा जाना।
अर्थ - डर या दु:ख से घबरा जाना।
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|31- नीचे से जड़ काटना, ऊपर से पानी देना।
|31- नीचे से जड़ काटना, ऊपर से पानी देना।
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|अर्थ - ऊपर से मित्र, भीतर से शत्रु, दिखावा करना।
अर्थ - ऊपर से मित्र, भीतर से शत्रु, दिखावा करना।
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|32- नीम हकीम ख़तरा-ए-जान।
|32- नीम हकीम ख़तरा-ए-जान।
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|अर्थ - अनुभवहीन  व्याक्ति के हाथों काम बिगड़ जाता है।
अर्थ - अनुभवहीन  व्याक्ति के हाथों काम बिगड़ जाता है।
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|33- नेकी और पूछ-पूछ।
|33- नेकी और पूछ-पूछ।
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|अर्थ - भलाई का काम करके फल की उम्मीद मत करो।
अर्थ - भलाई का काम करके फल की उम्मीद मत करो।
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|34- नौ दिन चले अढ़ाई कोस।
|34- नौ दिन चले अढ़ाई कोस।
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|अर्थ - बहुत ही मंद गति से काम होना।
अर्थ - बहुत ही मंद गति से काम होना।
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|35- नौ दो ग्यारह होना।
|35- नौ दो ग्यारह होना।
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|अर्थ - भाग जाना।
अर्थ - भाग जाना।
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|36- नौ सौ चूहे खा कर बिल्ली हज को चली।
|36- नौ सौ चूहे खा कर बिल्ली हज को चली।
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|अर्थ - जीवन भर कुकर्म करते रहे अन्त में भले बन बैठे।  
अर्थ - जीवन भर कुकर्म करते रहे अन्त में भले बन बैठे।  
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|37- नाचने निकली तो घूँघट क्या।
|37- नाचने निकली तो घूँघट क्या।
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|अर्थ - कोई काम करना शुरू करने पर शर्म नहीं आनी चाहिए।
अर्थ - कोई काम करना शुरू करने पर शर्म नहीं आनी चाहिए।
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|38- नकेल हाथ में होना।
|38- नकेल हाथ में होना।
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|अर्थ - वश में होना।  
अर्थ - वश में होना।  
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|39- नब्ज़  पहचानना।
|39- नब्ज़  पहचानना।
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|अर्थ - स्वभाव जानना, कमज़ोरी जानना।
अर्थ - स्वभाव जानना, कमज़ोरी जानना।
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|40- नमक मिर्च लगाना।
|40- नमक मिर्च लगाना।
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|अर्थ - बढ़ा-चढ़ाकर कहना।  
अर्थ - बढ़ा-चढ़ाकर कहना।  
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|41- नस-नस फड़क उठना।
|41- नस-नस फड़क उठना।
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|अर्थ - बहुत उत्साहित होना।
अर्थ - बहुत उत्साहित होना।
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|42- नस पहचानना।
|42- नस पहचानना।
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|अर्थ - अच्छी तरह जानना।  
अर्थ - अच्छी तरह जानना।  
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|43- नहले पर दहला मारना।
|43- नहले पर दहला मारना।
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|अर्थ - करारा जवाब देना।   
अर्थ - करारा जवाब देना।   
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|44- नाक कटना।
|44- नाक कटना।
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|अर्थ - बदनामी होना।  
अर्थ - बदनामी होना।  
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|45- नाक का बाल होना।
|45- नाक का बाल होना।
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|अर्थ - बहुत प्यारा होना।  
अर्थ - बहुत प्यारा होना।  
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|46- नाक चोटी काटकर हाथ में देना।
|46- नाक चोटी काटकर हाथ में देना।
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|अर्थ - दुर्दशा करना।
अर्थ - दुर्दशा करना।
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|47- नाक भौं चढ़ाना।
|47- नाक भौं चढ़ाना।
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|अर्थ - घृणा, असंतोष प्रकट करना।
अर्थ - घृणा, असंतोष प्रकट करना।
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|48- नाक में नकेल डालना।
|48- नाक में नकेल डालना।
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|अर्थ - वश में करना।  
अर्थ - वश में करना।  
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|49- नाक रगड़ना।
|49- नाक रगड़ना।
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|अर्थ - गिड़गिड़ाना।  
अर्थ - गिड़गिड़ाना।  
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|50- नाकों चने चबवाना।
|50- नाकों चने चबवाना।
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|अर्थ - बहुत तंग करना।  
अर्थ - बहुत तंग करना।  
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|51-  नाच नचाना।
|51-  नाच नचाना।
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|अर्थ - मनचाही करवाना।  
अर्थ - मनचाही करवाना।  
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|52- नानी मर जाना।
|52- नानी मर जाना।
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|अर्थ - होश न रहना।
अर्थ - होश न रहना।
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|53- नाव में धूल उड़ाना।
|53- नाव में धूल उड़ाना।
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|अर्थ - व्यर्थ में बदनाम करना।  
अर्थ - व्यर्थ में बदनाम करना।  
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|54- निन्यानवे के फेर में पड़ना।
|54- निन्यानवे के फेर में पड़ना।
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|अर्थ - पैसा जोड़ने के चक्कर में पड़ना।  
अर्थ - पैसा जोड़ने के चक्कर में पड़ना।  
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|55- नीचा दिखाना।
|55- नीचा दिखाना।
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|अर्थ - हराना, बेइज़्ज़्ती करना।
अर्थ - हराना, बेइज़्ज़्ती करना।
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|56- नीला-पीला होना।
|56- नीला-पीला होना।
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|अर्थ - ग़ुस्सा होना।  
अर्थ - ग़ुस्सा होना।  
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12:22, 3 मार्च 2017 का अवतरण

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कहावत लोकोक्ति मुहावरे अर्थ
1- नौ नक़द ना तेरह उधार। अर्थ - किसी का भी कर्जदार ना होना, नक़द का काम उधार के काम से अच्छा होता है।
2- नौ सौ चूहे खा कर बिल्ली हज को चली। अर्थ - सौ अपराध करके ईश्वर का ध्यान आता है। ।
3- नंगा बड़ा परमेश्वर से। अर्थ - निर्लज्ज से सभी डरते हैं।
4- नंगा क्या नहाएगा क्या निचोड़ेगा। अर्थ - निर्धन के पास खोने के लिए कुछ भी नहीं होता।
5- न अंधे को न्योता देते न दो जने आते। अर्थ - ग़लत आदमी को बुलावा देना, एक के बदले दो का आना।
6- न इधर के रहे, न उधर के रहे। अर्थ - दुविधा में हमेशा हानि हो जाती है।
7- नकटा बूचा सबसे ऊँचा। अर्थ - निर्लज्ज आदमी सब से बड़ा है (व्यंग)।
8- नक्कारखाने में तूती की आवाज़ कौन सुने। अर्थ - बड़ों के रहते छोटों की बात नहीं मानी जाती।
9- नटनी जब बाँस पर चढ़ी तो घूँघट क्या। अर्थ - नीच कर्म करने वाले को शर्म नहीं होती।
10- नदी किनारे रूखड़ा जब–तब होय विनाश। अर्थ - बूढ़ा आदमी बहुत दिन नहीं जियेगा।
11- नदी नाव संयोग। अर्थ - संयोग से मिलाप हो जाना।
12- नदी में रहकर, मगर से बैर। अर्थ - जहाँ रहना हो वहाँ के मुखिया से बैर ठीक नहीं होता।
13- ना नौ मन तेल होगा ना राधा नाचेगी अर्थ - न पूरी होने वाली शर्त।
14- नमाज़ छुड़ाने गए थे, रोज़े गले पड़े। अर्थ - एक मुसीबत से छुटकारा पाना चाहा था, दूसरी भारी मुसीबत आ पड़ी।
15- नया नौ दिन पुराना सौ दिन। अर्थ - पुरानी चीज़ें ज़्यादा दिन चलती हैं।
16- न रहेगा बाँस, न बजेगी बाँसुरी अर्थ - मूल कारण को मिटा दें तो झगड़ा –फसाद ही न हो।
17- ना साँप मरे ना लाठी टूटे। अर्थ - बिना किसी को हानि पहुँचाये काम पूरा हो जाए।
18- नाई की बरात में सब ही ठाकुर। अर्थ - सभी बड़े बन बैठें तो काम कैसे हो, एक ही नायक होना चाहिए।
19- नाई नाई, बाल कितने ? ज‍जमान, अभी सामने आ जाएँगे। अर्थ - प्रश्न का उत्तर अपने-आप मिल जाएगा।
20- नाक कटी पर घी तो चाटा। अर्थ - निर्लज्ज होकर कुछ पाना।
21- नाक दबाने से मुँह खुलता है। अर्थ - कठोरता से कार्य सिद्ध होता है।
22- नाच न जाने आँगन टेढ़ा अर्थ - अपना दोष बहाना करके टालना।
23- नानी के आगे ननिहाल की बातें। अर्थ - जिसको सब कुछ मालूम हो, उसको जानकारी देना।
24- नानी के टुकड़े खावे, दादी का पोता कहावे। अर्थ - खाना किसी का, एहसान किसी का।
25- नानी क्वाँरी मर गई , नाती के नौ-नौ ब्याह। अर्थ - झूठी बड़ाई।
26- नाम बड़े दर्शन छोटे। अर्थ - बहुत प्रसिद्ध होना पर वास्तव में गुणों का न होना।
27- नाम बढ़ावे दाम। अर्थ - किसी चीज़ का नाम हो जाने से उसकी कीमत बढ़ जाती है।
28- नामी चोर मारा जाए, नामी शाह कमा खाए। अर्थ - बदनामी से बुरा, नेकनामी से भला होता है।
29- नारियल में पानी,क्या पता खट्टा कि मीठा। अर्थ - इस बात में संशय है।
30- नीचे की साँस नीचे, ऊपर की साँस ऊपर। अर्थ - डर या दु:ख से घबरा जाना।
31- नीचे से जड़ काटना, ऊपर से पानी देना। अर्थ - ऊपर से मित्र, भीतर से शत्रु, दिखावा करना।
32- नीम हकीम ख़तरा-ए-जान। अर्थ - अनुभवहीन व्याक्ति के हाथों काम बिगड़ जाता है।
33- नेकी और पूछ-पूछ। अर्थ - भलाई का काम करके फल की उम्मीद मत करो।
34- नौ दिन चले अढ़ाई कोस। अर्थ - बहुत ही मंद गति से काम होना।
35- नौ दो ग्यारह होना। अर्थ - भाग जाना।
36- नौ सौ चूहे खा कर बिल्ली हज को चली। अर्थ - जीवन भर कुकर्म करते रहे अन्त में भले बन बैठे।
37- नाचने निकली तो घूँघट क्या। अर्थ - कोई काम करना शुरू करने पर शर्म नहीं आनी चाहिए।
38- नकेल हाथ में होना। अर्थ - वश में होना।
39- नब्ज़ पहचानना। अर्थ - स्वभाव जानना, कमज़ोरी जानना।
40- नमक मिर्च लगाना। अर्थ - बढ़ा-चढ़ाकर कहना।
41- नस-नस फड़क उठना। अर्थ - बहुत उत्साहित होना।
42- नस पहचानना। अर्थ - अच्छी तरह जानना।
43- नहले पर दहला मारना। अर्थ - करारा जवाब देना।
44- नाक कटना। अर्थ - बदनामी होना।
45- नाक का बाल होना। अर्थ - बहुत प्यारा होना।
46- नाक चोटी काटकर हाथ में देना। अर्थ - दुर्दशा करना।
47- नाक भौं चढ़ाना। अर्थ - घृणा, असंतोष प्रकट करना।
48- नाक में नकेल डालना। अर्थ - वश में करना।
49- नाक रगड़ना। अर्थ - गिड़गिड़ाना।
50- नाकों चने चबवाना। अर्थ - बहुत तंग करना।
51- नाच नचाना। अर्थ - मनचाही करवाना।
52- नानी मर जाना। अर्थ - होश न रहना।
53- नाव में धूल उड़ाना। अर्थ - व्यर्थ में बदनाम करना।
54- निन्यानवे के फेर में पड़ना। अर्थ - पैसा जोड़ने के चक्कर में पड़ना।
55- नीचा दिखाना। अर्थ - हराना, बेइज़्ज़्ती करना।
56- नीला-पीला होना। अर्थ - ग़ुस्सा होना।