"कहावत लोकोक्ति मुहावरे-फ": अवतरणों में अंतर
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| | | 1- फलूदा खाते दाँत टूटें तो टूटें। | ||
1- फलूदा खाते दाँत टूटें तो टूटें। | | अर्थ - स्वाद के लिए नुक़सान भी मंजूर है। | ||
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अर्थ - स्वाद के लिए नुक़सान भी मंजूर है। | |||
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|2- फिसल पड़े तो हर गंगा। | |2- फिसल पड़े तो हर गंगा। | ||
| | |अर्थ - काम बिगड़ जाने पर कहना कि मैंने स्वयं चाहा था। | ||
अर्थ - काम बिगड़ जाने पर कहना कि मैंने स्वयं चाहा था। | |||
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|3- फुई-फुई करके तालाब भरता है। | |3- फुई-फुई करके तालाब भरता है। | ||
| | |अर्थ - थोड़ा-थोड़ा जमा करते-करते ढेर हो जाता है। | ||
अर्थ - थोड़ा-थोड़ा जमा करते | |||
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|4- फावड़ा चलाना। | |4- फावड़ा चलाना। | ||
| | |अर्थ - मेहनत का काम करना। | ||
अर्थ - मेहनत का काम करना। | |||
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|5- फूलकर कुप्पा होना। | |5- फूलकर कुप्पा होना। | ||
| | |अर्थ - बहुत खुश या नाराज़ होना। | ||
अर्थ - बहुत खुश या नाराज़ होना। | |||
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|6- फूल झड़ना। | |6- फूल झड़ना। | ||
| | |अर्थ - प्रिय वचन बोलना। | ||
अर्थ - प्रिय वचन बोलना। | |||
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06:02, 4 मार्च 2017 का अवतरण
कहावत लोकोक्ति मुहावरे वर्णमाला क्रमानुसार खोजें
कहावत लोकोक्ति मुहावरे | अर्थ |
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1- फलूदा खाते दाँत टूटें तो टूटें। | अर्थ - स्वाद के लिए नुक़सान भी मंजूर है। |
2- फिसल पड़े तो हर गंगा। | अर्थ - काम बिगड़ जाने पर कहना कि मैंने स्वयं चाहा था। |
3- फुई-फुई करके तालाब भरता है। | अर्थ - थोड़ा-थोड़ा जमा करते-करते ढेर हो जाता है। |
4- फावड़ा चलाना। | अर्थ - मेहनत का काम करना। |
5- फूलकर कुप्पा होना। | अर्थ - बहुत खुश या नाराज़ होना। |
6- फूल झड़ना। | अर्थ - प्रिय वचन बोलना। |