"आँसू पीना": अवतरणों में अंतर
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'''अर्थ'''- घोर | '''अर्थ'''- घोर दु:ख होने पर भी शांत रहना और आँखों में आँसू तक न आने देना। | ||
'''प्रयोग'''- गाँठ में पैसे भी न थे कि सूखे गले को सींचता आँसू पीने के सिवा आज पीने को था ही क्या? - (राजा राधिका प्रसाद सिंह) | '''प्रयोग'''- गाँठ में पैसे भी न थे कि सूखे गले को सींचता आँसू पीने के सिवा आज पीने को था ही क्या? - (राजा राधिका प्रसाद सिंह) |
14:01, 2 जून 2017 का अवतरण
आँसू पीना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- घोर दु:ख होने पर भी शांत रहना और आँखों में आँसू तक न आने देना।
प्रयोग- गाँठ में पैसे भी न थे कि सूखे गले को सींचता आँसू पीने के सिवा आज पीने को था ही क्या? - (राजा राधिका प्रसाद सिंह)