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*[[भारत]] में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लखित [[हिन्दू धर्म]] का एक व्रत संस्कार है। | *[[भारत]] में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लखित [[हिन्दू धर्म]] का एक व्रत संस्कार है। | ||
*[[फाल्गुन]] [[शुक्ल पक्ष]] की [[एकादशी]] पर आमलक्येकादशी व्रत किया जाता है। | *[[फाल्गुन]] [[शुक्ल पक्ष]] की [[एकादशी]] पर आमलक्येकादशी व्रत किया जाता है। | ||
*आमलक वृक्ष (जिसमें [[हरि]] एवं [[लक्ष्मी]] जी का वास होता है) के नीचे हरि की पूजा की जाती है। [[पद्म पुराण]] (6|47|33); | *आमलक वृक्ष (जिसमें [[हरि]] एवं [[लक्ष्मी]] जी का वास होता है) के नीचे हरि की पूजा की जाती है।<ref>[[पद्म पुराण]] (6|47|33);</ref> | ||
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10:33, 18 सितम्बर 2010 का अवतरण
- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
- फाल्गुन शुक्ल पक्ष की एकादशी पर आमलक्येकादशी व्रत किया जाता है।
- आमलक वृक्ष (जिसमें हरि एवं लक्ष्मी जी का वास होता है) के नीचे हरि की पूजा की जाती है।[1]
- हेमाद्रि व्रतखण्ड[2] में आमलकी वृक्ष के नीचे दामोदर एवं राधा की पूजा का वर्णन है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पद्म पुराण (6|47|33);
- ↑ (हेमाद्रि व्रतखण्ड 1, 1155-1156); स्मृतिकौस्तुभ ( स्मृतिकौस्तुभ 516)
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