मुखपृष्ठ

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

'भारत डिस्कवरी' विभिन्न भाषाओं में निष्पक्ष एवं संपूर्ण ज्ञानकोश उपलब्ध कराने का अलाभकारी शैक्षिक मिशन है। कृपया यह भी ध्यान दें कि यह सरकारी वेबसाइट नहीं है और हमें कहीं से कोई आर्थिक सहायता प्राप्त नहीं है।


ज्ञान का हिन्दी-महासागर

कुल पृष्ठ- 1,94,968   •   देखे गये पृष्ठ- साँचा:NUMBEROFVIEWS
कुल लेख- 62,949   •   कुल चित्र- 19,228
सदस्यों को सम्पादन सुविधा उपलब्ध है।

भारतकोश हलचल

सोमवती अमावस्या (30 दिसम्बर) मासिक शिवरात्रि (29 दिसम्बर) सफला एकादशी(26 दिसम्बर) क्रिसमस (25 दिसम्बर) सुशासन दिवस (25 दिसम्बर) राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस (24 दिसम्बर) किसान दिवस (23 दिसम्बर) राष्ट्रीय गणित दिवस (22 दिसम्बर) अंतरराष्ट्रीय मानव एकता दिवस (20 दिसम्बर) गोवा मुक्ति दिवस (19 दिसम्बर) संकष्टी चतुर्थी(18 दिसम्बर) अन्तरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस(18 दिसम्बर) अंतरराष्ट्रीय अल्पसंख्यक अधिकार दिवस(18 दिसम्बर) विजय दिवस(16 दिसम्बर) धनु संक्रान्ति (16 दिसम्बर) राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस (14 दिसम्बर) प्रदोष व्रत (13 दिसम्बर) मोक्षदा एकादशी (11 दिसम्बर) विश्व मानवाधिकार दिवस (10 दिसम्बर)


जन्म
सुधीश पचौरी (29 दिसम्बर) राजेश खन्ना (29 दिसम्बर) रामानन्द सागर (29 दिसम्बर) दीनानाथ मंगेशकर (29 दिसम्बर) कुप्पाली वेंकटप्पा पुटप्पा (29 दिसम्बर) गिरिधर शर्मा चतुर्वेदी (29 दिसम्बर) व्योमेश चन्‍द्र बनर्जी (29 दिसम्बर) रतन टाटा (28 दिसम्बर) अरुण जेटली (28 दिसम्बर) गजानन त्र्यंबक माडखोलकर (28 दिसम्बर) ए. के. एंटनी (28 दिसम्बर) धीरूभाई अंबानी (28 दिसम्बर) नेरेला वेणु माधव (28 दिसम्बर)
मृत्यु
हकीम अजमल ख़ाँ (29 दिसम्बर) मंजीत बावा (29 दिसम्बर) ओंकारनाथ ठाकुर (29 दिसम्बर) शिवराज रामशरण (29 दिसम्बर) स्वामी विश्वेशतीर्थ (29 दिसम्बर) चक्रवर्ती राजगोपालाचारी (28 दिसम्बर) सुमित्रानंदन पंत (28 दिसम्बर) हीरा लाल शास्त्री (28 दिसम्बर) सुन्दरलाल शर्मा (28 दिसम्बर) कुशाभाऊ ठाकरे (28 दिसम्बर)

आज का दिन - 28 दिसम्बर 2024 (भारतीय समयानुसार)



विशेष आलेख

कृष्ण
कृष्ण

छांदोग्य उपनिषद(3,17,6), जिसमें देवकी पुत्र कृष्ण का उल्लेख है और उन्हें घोर आंगिरस का शिष्य कहा है। परवर्ती साहित्य में श्रीकृष्ण को देव या विष्णु रूप में प्रदर्शित करने का भाव मिलता है।<balloon title="(दे० तैत्तिरीय आरण्यक, 10, 1, 6; पाणिनि-अष्टाध्यायी, 4, 3, 98 आदि)" style=color:blue>*</balloon>

महाभारत तथा हरिवंश, विष्णु, ब्रह्म, वायु, भागवत, पद्म, देवी भागवत अग्नि तथा ब्रह्मवर्त पुराणों में उन्हें प्राय: भगवान के रूप में ही दिखाया गया है। इन ग्रंथो में यद्यपि कृष्ण के आलौकिक तत्व की प्रधानता है तो भी उनके मानव या ऐतिहासिक रूप के भी दर्शन यत्र-तत्र मिलते हैं। पुराणों में कृष्ण-संबंधी विभिन्न वर्णनों के आधार पर कुछ पाश्चात्य विद्वानों को यह कल्पना करने का अवसर मिला कि कृष्ण ऐतिहासिक पुरुष नहीं थे। इस कल्पना की पुष्टि में अनेक दलीलें दी गई हैं, जो ठीक नहीं सिद्ध होती। यदि महाभारत और पुराणों के अतिरिक्त, ब्राह्मण-ग्रंथों तथा उपनिषदों के उल्लेख देखे जायें तो कृष्ण के ऐतिहासिक तत्व का पता चल जायगा। बौद्ध-ग्रंथ घट जातक तथा जैन-ग्रंथ उत्तराध्ययन सूत्र से भी श्रीकृष्ण का ऐतिहासिक होना सिद्ध है। यह मत भी भ्रामक है कि ब्रज के कृष्ण, द्वारका के कृष्ण तथा महाभारत के कृष्ण एक न होकर अलग-अलग व्यक्ति थे।<balloon title="(श्रीकृष्ण की ऐतिहासिकता तथा तत्संबंधी अन्य समस्याओं के लिए देखिए- राय चौधरी-अर्ली हिस्ट्री आफ वैष्णव सेक्ट, पृ० 39, 52; आर०जी० भंडारकार-ग्रंथमाला, जिल्द 2, पृ० 58-291; विंटरनीज-हिस्ट्री आफ इंडियन लिटरेचर, जिल्द 1, पृ० 456; मैकडॉनल तथा कीथ-वैदिक इंडेक्स, जि० 1, पृ० 184; ग्रियर्सन-एनसाइक्लोपीडिया आफ रिलीजंस (`भक्ति' पर निबंध); भगवानदास-कृष्ण; तदपत्रिकर-दि कृष्ण प्रायलम; पार्जीटर-ऎश्यंट इंडियन हिस्टारिकल ट्रेडीशन आदि।)" style=color:blue>*</balloon>

.... और पढ़ें

सूक्ति और कहावत

  • जब तक जीना, तब तक सीखना - अनुभव ही जगत में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक है। -स्वामी विवेकानन्द
  • यह मनुष्य अन्तकाल में जिस-जिस भी भाव को स्मरण करता हुआ शरीर को त्याग करता है, वह उस-उस को ही प्राप्त होता हैं; क्योंकि वह सदा उसी भाव से भावित रहा है । - श्रीमद्भागवत गीता
  • इतिहास याने अनादिकाल से अब तक का सारा जीवन । पुराण याने अनादि काल से अब तक टिका हुआ अनुभव का अमर अंश। -विनोबा भावे
  • जीवन का कार्यक्रम है रचनात्मक, विनाशात्मक नहीं;
    मनुष्य का कर्तव्य है अनुराग, विराग नहीं। -भगवतीचरण वर्मा
  • ईमानदारी और बुद्धिमानी के साथ किया हुआ काम कभी व्यर्थ नहीं जाता । - हजारीप्रसाद द्विवेदी
  • शब्द खतरनाक वस्तु हैं । सर्वाधिक खतरे की बात तो यह है कि वे हमसे यह कल्पना करा लेते हैं कि हम बातों को समझते हैं जबकि वास्तव में हम नहीं समझते । - चक्रवर्ती राजगोपालाचार्य

.... और पढ़ें

दर्शन

दर्शन कोश . बौद्ध दर्शन . जैन दर्शन . सांख्य दर्शन . उपनिषद. वैशेषिक दर्शन . ब्राह्मण ग्रन्थ . सूत्र ग्रन्थ


चार्वाक दर्शन . बौद्ध दर्शन . वैशेषिक दर्शन . सांख्य दर्शन . छान्दोग्य उपनिषद . गीता कर्म जिज्ञासा . गीता कर्म योग . रावणभाष्य . दिङ्नाग बौद्धाचार्य . ऐतरेय ब्राह्मण . बौधायन श्रौतसूत्र . आपस्तम्ब धर्मसूत्र


साहित्य

साहित्य कोश . कथा साहित्य कोश . स्मृति ग्रन्थ . श्रुति ग्रन्थ . प्राचीन महाकाव्य . कथा साहित्य . वैदिक साहित्य


गीता . महाभारत . रामायण . वेद . पुराण . ज्ञानपीठ पुरस्कार

इतिहास

इतिहास कोश


कनिष्क . महाजनपद . अशोक के शिलालेख . राबाटक लेख . आर्यावर्त


भारत गणराज्य संरचना

अरुणाचल प्रदेश . असम . आंध्र प्रदेश . उड़ीसा . उत्तर प्रदेश . उत्तराखंड . कर्नाटक . गुजरात . गोवा . छत्तीसगढ़ . झारखण्ड . सिक्किम . हरियाणा . हिमाचल प्रदेश . राजस्थान . बिहार . अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह . केरल . तमिलनाडु . पंजाब . महाराष्ट्र . मिज़ोरम . मेघालय . नागालैंड . पुदुचेरी

समाज

संस्कृति कोश . पर्व और त्योहार


अक्षय तृतीया . बैसाखी . कुम्भ मेला . हनुमान जयन्ती . गंगा दशहरा . यमुना षष्ठी . रामनवमी . होली . ईद-उल-फ़ितर


धर्म

हिन्दू धर्म . बौद्ध धर्म . जैन धर्म


बुद्ध . कृष्ण

चयनित चित्र
कुम्भ मेला, वृन्दावन
कुम्भ मेला, वृन्दावन

वर्णमाला क्रमानुसार पन्ने की खोज कर सकते हैं

०-९ अं
0-9 क्ष त्र ज्ञ श्र अः