शुकसारिका प्रलापन कला

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:22, 13 अक्टूबर 2011 का अवतरण (Text replace - "कला" to " कला ")
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

जयमंगल के मतानुसार चौंसठ कलाओं में से यह एक कला है। तोता-मैना आदि अन्य पक्षियों को बोली सिखाना की कला।

संबंधित लेख