हबीब तनवीर
हबीब तनवीर
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पूरा नाम | हबीब तनवीर |
जन्म | 1 सितंबर, 1923 |
जन्म भूमि | रायपुर, छत्तीसगढ़ |
मृत्यु | 8 जून, 2009 |
मृत्यु स्थान | भोपाल, मध्य प्रदेश |
संतान | मोनिका मिश्रा |
कर्म-क्षेत्र | पटकथा लेखक, नाट्य निर्देशक, कवि और अभिनेता |
मुख्य रचनाएँ | आगरा बाजार, मिट्टी की गाड़ी, चरणदास चोर, शतरंज के मोहरे |
मुख्य फ़िल्में | चरणदास चोर, गाँधी (1982), द राइज़िंग: मंगल पांडे, ब्लैक & व्हाइट (2008) |
शिक्षा | एम.ए. |
पुरस्कार-उपाधि | संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार, पद्मश्री, पद्म भूषण |
नागरिकता | भारतीय |
हबीब तनवीर (अंग्रेज़ी: Habib Tanvir, जन्म: 1 सितंबर 1923 – मृत्यु: 8 जून 2009) भारत के सबसे मशहूर पटकथा लेखक, नाट्य निर्देशक, कवि और अभिनेता थे। हबीब तनवीर हिन्दुस्तानी रंगमंच के शलाका पुरुष थे। उन्होंने लोकधर्मी रंगकर्म को पूरी दुनिया में प्रतिष्ठित किया और भारतीय रंगमंच को एक नया मुहावरा दिया।
जीवन परिचय
हबीब तनवीर का जन्म 1 सितंबर, 1923 को छत्तीसगढ़ के रायपुर में हुआ था। उनके पिता हफ़ीज अहमद खान पेशावर (पाकिस्तान) के रहने वाले थे। स्कूली शिक्षा रायपुर और बी.ए. नागपुर के मौरिस कॉलेज से करने के बाद वे एम.ए. करने अलीगढ़ गए। युवा अवस्था में ही उन्होंने कविताएँ लिखना आरंभ कर दिया था और उसी दौरान उपनाम 'तनवीर' उनके साथ जुडा। 1945 में वे मुंबई गए और ऑल इंडिया रेडियो से बतौर निर्माता जुड़ गए। उसी दौरान उन्होंने कुछ फिल्मों में गीत लिखने के साथ अभिनय भी किया।
इप्टा से संबंध
मुंबई में तनवीर प्रगतिशील लेखक संघ और बाद में इंडियन पीपुल्स थियेटर एसोसिएशन (इप्टा) से जुड़े। ब्रिटिशकाल में जब एक समय इप्टा से जुड़े तब अधिकांश वरिष्ठ रंगकर्मी जेल में थे। उनसे इस संस्थान को संभालने के लिए भी कहा गया था। 1954 में उन्होंने दिल्ली का रुख किया और वहाँ कुदेसिया जैदी के हिंदुस्तान थिएटर के साथ काम किया। इसी दौरान उन्होंने बच्चों के लिए भी कुछ नाटक किए।[1]
विवाह
दिल्ली में तनवीर की मुलाकात अभिनेत्री मोनिका मिश्रा से हुई जो बाद में उनकी जीवनसंगिनी बनीं। यहीं उन्होंने अपना पहला महत्वपूर्ण नाटक 'आगरा बाजार' किया। 1955 में तनवीर इग्लैंड गए और रॉयल एकेडमी ऑफ ड्रामेटिक्स आर्ट्स (राडा) में प्रशिक्षण लिया। यह वह समय था जब उन्होंने यूरोप का दौरा करने के साथ वहाँ के थिएटर को क़रीब से देखा और समझा।
प्रमुख कृतियाँ
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सम्मान और पुरस्कार
- संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार (1969)
- पद्मश्री (1983)
- संगीत नाटक एकादमी फेलोशिप (1996)
- पद्म भूषण (2002)
- कालिदास सम्मान (1990)
- 1972 से 1978 तक भारतीय संसद के उच्च सदन में राज्यसभा सदस्य।
- इनका नाटक 'चरणदास चोर' एडिनवर्ग इंटरनेशनल ड्रामा फेस्टीवल (1982) में पुरस्कृत होने वाला ये पहला भारतीय नाटक था।
निधन
हबीब तनवीर का निधन 8 जून, 2009 को भोपाल, मध्य प्रदेश में हो गया। हबीब साहब का जाना विश्व रंगकर्म के एक महत्वपूर्ण अध्याय का अवसान है। थिएटर के विश्वकोष कहे जाने वाले तनवीर का निधन ऐसी अपूरणीय क्षति है, जिसकी भरपाई असंभव है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ थिएटर के विश्वकोष हबीब तनवीर (हिन्दी) (एच.टी.एम.एल) वेबदुनिया हिन्दी। अभिगमन तिथि: 15 अक्टूबर, 2012।
- ↑ गीत और पटकथा लिखी
बाहरी कड़ियाँ
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