मसूरी
मसूरी
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विवरण | प्रकृति की गोद में बसा हुआ मसूरी उत्तराखंड का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, जिसे "पहाड़ो की रानी" भी कहा जाता है। |
राज्य | उत्तराखण्ड |
ज़िला | देहरादून ज़िला |
स्थापना | 1827 में कैप्टन यंग द्वारा स्थापित |
मार्ग स्थिति | दिल्ली से मसूरी की दूरी 288 किमी तथा देहरादून से मसूरी की दूरी 32 किमी |
प्रसिद्धि | बर्फ से ढ़के हिमालय और दून घाटी के बीच बसा मसूरी पर्यटन का सबसे आकर्षक स्थल है। मसूरी गंगोत्री मंदिर का प्रवेश द्वार है। |
कैसे पहुँचें | देहरादून से बस और टैक्सी |
जौली ग्रान्ट एयरपोर्ट एयरपोर्ट, देहरादून | |
देहरादून रेलवे स्टेशन | |
क्या देखें | केम्पटी फ़ॉल, गनहिल, लेक मिस्ट, संतरा देवी मंदिर |
कहाँ ठहरें | मसूरी प्रवास |
क्या ख़रीदें | मसूर, गर्म कपड़े (फ़िरन) |
एस.टी.डी. कोड | 0135 |
ए.टी.एम | लगभग सभी |
सावधानी | बरसात में भूस्खलन |
गूगल मानचित्र, हवाई अड्डा |
उत्तराखंड की प्रकृति की गोद में बसा हुआ मसूरी एक छोटा सा शहर है जिसे "पहाड़ो की रानी" भी कहा जाता है। पहाड़ों के बीच बसा मसूरी देहरादून का एक प्रमुख पर्यटक स्थल है। बर्फ से ढ़के हिमालय और दून घाटी के बीच बसा मसूरी का नज़ारा बहुत ही मनमोहक लगता है। मसूरी गंगोत्री मंदिर का प्रवेश द्वार भी है। देहरादून में पायी जाने वाली वनस्पति और जीव-जंतु इसके आकर्षण को और भी बढ़ा देते हैं। दिल्ली एवं उत्तर प्रदेश के निवासियों के लिए यह लोकप्रिय ग्रीष्मकालीन पर्यटन स्थल है।
इतिहास
मसूरी की खोज कैप्टन यंग ने 1827 में की थी। कहते हैं कि ब्रिटिश आर्मी के कैप्टन यंग ने मसूरी की सुन्दरता से प्रभावित होकर यहीं बसने का निर्णय ले लिया था। इसका नामकरण यहाँ पर बहुतयात में पाए जाने वाले मसूर के पौधे के कारण हुआ।
स्थिति
मसूरी देवभूमि उत्तराखंड की राजधानी व उत्तरी भारत के पश्चिमोत्तर उत्तरांचल राज्य में स्थित देहरादून से 32 किमी दूर है। मसूरी 2,112 मीटर की ऊँचाई पर हिमालय की तराई में एक मनोरम पर्वतीय क्षेत्र के बीच स्थित है।
यातायात और परिवहन
मसूरी देश के कई बड़े शहरों से सड़क मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। उत्तरप्रदेश राज्य परिवहन, डीटीसी, सेमी लक्ज़री, लक्ज़री बसें मसूरी और देहरादून तक उपलब्ध हैं। मसूरी से निकटतम रेलवे स्टेशन 33 किमी. दूर देहरादून है। देहरादून से लोकल बस, टैक्सी द्वारा मसूरी पहुँचा जा सकता है। निकटतम एयरपोर्ट देहरादून में है, लेकिन यहाँ तक के लिए नियमित वायुसेवा कहीं से उपलब्ध नहीं है।
उद्योग और व्यापार
जलवायु और आसपास का वातावरण मसूरी को बहुत से आवासीय विद्यालयों के लिए उपयुक्त स्थल बनाता है। मसूरी में एक वानस्पतिक उद्यान और कई भारतीय सरकारी कार्यालयों के ग्रीष्मकालीन दफ़्तर हैं। यहाँ भारत की पहली मद्य निर्माणशाला 1850 में स्थापित की गई थी।
जनसंख्या
2001 की जनगणना के अनुसार देहरादून की जनसंख्या 26,069 है।
पर्यटन स्थल
पर्वतों की रानी मसूरी देहरादून के मुख्य पर्यटन स्थलों में से एक है। मसूरी में एक ओर जहाँ विशाल हिमालय की चमचमाती बफीली श्रृंखलाओं का सुंदर नज़ारा दिखता है, वहीं दूसरी ओर दून घाटी में बिखरी प्रकृति की अदभुत सुंदरता पर्यटकों को आकर्षित करती है। मसूरी सौंदर्य शिक्षा, पर्यटन व व्यावसायिक गतिविधियों के लिए प्रसिद्ध है। मसूरी में देवदार के वृक्षों से भरे हुऐ घने जंगल व वनों से घिरे मासी जलप्रपात है जो पर्यटकों को शांति प्रदान करते है। मसूरी के मुख्य पर्यटन स्थल इस प्रकार है-
केम्पटी फ़ॉल
मसूरी से 13-14 किमी की दूरी पर घाटी में केम्पटी फ़ॉल स्थित है। यहाँ 40 फुट की ऊँचाई से गिरता झरना व पहाड़ों से पानी के बहने की आवाज 2 किमी ऊपर तक सुनाई देती है। यहाँ से झरने को देखकर वहाँ जाने की उत्सुकता और भी बढ़ जाती है। इसके चारों ओर की हरियाली पर्यटकों को मंत्र मुग्ध कर देती है। यहाँ पहुँचकर ऊँचाई से गिरता दूध की तरह सफेद जल मन को रोमांचित कर देता है। यहाँ से लगभग 240 सीढियाँ नीचे उतरकर जाने के बाद कुण्ड में गिरता झरना देखकर रोम रोम पुलकित हो उठता है। यहीं पास में बनी झील में बोटिंग भी की जा सकती है।
लेक मिस्ट
केम्पटी फाल से वापसी के रास्ते में ही लेक मिस्ट एक अच्छा पिकनिक स्पॉट है। यहाँ पर बोटिंग की जा सकती है। यहाँ से बहती हुई केम्पटी नदी पर बने छोटे छोटे झरने बहुत ही सुंदर लगते है।
संतरा देवी मंदिर
केम्पटी फाल से वापसी के रास्ते में ही पहाडियों पर कुछ सीढियाँ चढ़ने के बाद संत संतरा द्वारा स्थापित संतरा देवी के दर्शन होते है। यहाँ आस पास एक दूसरे से टकराती पहाड़ियाँ बहुत ही अनुपम दृश्य पैदा करती हैं।
गार्डन
मसूरी में ही कुछ दूरी पर स्थित म्युनिसिपल गार्डन में मानव निर्मित एक छोटा सा झरना और झील है। यहाँ बिखरे सूखे पत्ते गार्डन की सुन्दरता को और भी बढ़ा देते है।
गन हिल
मसूरी के पर्यटन स्थलों में हिमालय का शानदार दृश्य व मसूरी का समूचा अवलोकन प्रस्तुत करने वाली गनहिल है, जो चहलक़दमी और घुड़सवारी के लिए उपयुक्त तीन किमी. लम्बा मार्ग है। गनहिल मसूरी की दूसरी सबसे ऊँची चोटी है। यहाँ तक पहुँचने के लिए रोपवे से जाना पड़ता है। इस दौरान गहरी खाई और प्रकृति की हरियाली देखने का आनंद ही निराला हे। गनहिल तक जाने के लिए पैदल रास्ता भी है। रोप वे से मसूरी की ऊँची चोटी गन हिल पर पहुँचने के बाद यहाँ से हिमालय की पहाडियों के नज़ारे मन को बहुत आकर्षित करते है। शाम के समय लालिमा लिए सूर्य मन को शांति प्रदान करने वाला होता है।
चाइल्डर्स लॉज
चाइल्डर्स लॉज मसूरी की सबसे ऊँची चोटी है। चाइल्डर्स लॉज तक पहुँचने का रास्ता अत्यंत रमणीक और शांत है। इस चोटी पर एक दूरबीन लगी है, जिससे बद्रीनाथ, केदारनाथ, बंदरपूँछ आदि चोटियों को देखना एक सुखद अनुभूति प्रदान करता है।
मसूरी झील
मसूरी झील नामक ख़ूबसूरत पिकनिक स्पॉट मसूरी से 7 किमी. दूर देहरादून मार्ग पर स्थित है। यहाँ पर पैंडल बोट की सुविधा अपलब्ध है।
- इनके अलावा मसूरी में और भी पर्यटन स्थल हैं जो अपने आकर्षण से पर्यटकों को आकर्षित करते हैं, जिनमें प्रमुख हैं-
- कैमल्स बैक रोड
- झड़ीपानी फॉल
- भट्टा फॉल
- क्लाउड एंड
- यमुना ब्रिज
- धनोल्टी
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