हीलियम

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हीलियम
रंगहीन गैस, हीलियम एक उच्च बिजली के क्षेत्र में रखा गया है और यह एक बैंगनी चमक प्रदर्शित करता है।


हीलियम की वर्णक्रम रेखाएँ
साधारण गुणधर्म
नाम, प्रतीक, संख्या हीलियम, He, 2
तत्व श्रेणी अक्रिय गैस
समूह, आवर्त, कक्षा 18, 1, s
मानक परमाणु भार 4.002602g·mol−1
इलेक्ट्रॉन विन्यास 1s2
इलेक्ट्रॉन प्रति शेल 2
भौतिक गुणधर्म
रंग रंगहीन
अवस्था गैस
घनत्व (0 °C, 101.325 kPa)
0.1786 g/L
तरल घनत्व
(गलनांक पर)
0.145 g·cm−3
गलनांक 0.95 K, −272.20 °C, −457.96 °F
क्वथनांक 4.22 K, −268.93 °C, −452.07 °F
संकट बिंदु 5.19 K, 0.227 MPa
संलयन ऊष्मा 0.0138 किलो जूल-मोल
वाष्पन ऊष्मा 0.0829 किलो जूल-मोल
विशिष्ट ऊष्मीय
क्षमता
20.786

जूल-मोल−1किलो−1

वाष्प दाब
P (Pa) 1 10 100 1 k 10 k 100 k
at T (K) 1.23 1.67 2.48 4.21
परमाण्विक गुणधर्म
आयनीकरण ऊर्जाएँ 1st: 2372.3 कि.जूल•मोल−1
2nd: 5250.5 कि.जूल•मोल−1
सहसंयोजक त्रिज्या 28 pm
वैन्डैर वाल्स त्रिज्या 140 pm
विविध गुणधर्म
क्रिस्टल संरचना षटकोणीय संबद्ध संकुल्
चुम्बकीय क्रम प्रतिचुम्बकीय[1]
ऊष्मीय चालकता (300 K) 0.1513 W·m−1·K−1
ध्वनि की गति 972 m/s
सी.ए.एस पंजीकरण
संख्या
7440-59-7
समस्थानिक
समस्थानिक प्रा. प्रचुरता अर्द्ध आयु क्षरण अवस्था क्षरण ऊर्जा
(MeV)
क्षरण उत्पाद
3He 0.000137% 3He 1 न्यूट्रॉन के साथ स्थिर
4He 99.999863% 4He 2 न्यूट्रॉन के साथ स्थिर


(अंग्रेज़ी:Helium) हीलियम आवर्त सारणी का द्वितीय तत्व है। इसका प्रतीकानुसार 'He' तथा परमाणु संख्या 2 होती है। इसका परमाणु द्रव्यमान 4.002602 होता है। इसका इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 1s2 होता है। इसकी खोज फ्रैंकलैण्ड और लोकेयर ने की थी। हीलियम एक हल्की, अज्वलनशील और अक्रिय गैस है। यह ब्रह्मांड में दूसरा सर्वाधिक पाया जाने वाला तत्व है।

हीलियम का उपयोग

  • हीलियम का उपयोग वायुयान के टायरों में भरने में किया जाता है। हल्की गैस होने के कारण हीलियम वायुयान को ऊपर उठाता है।
  • मौसम संबंधी जानकारी प्राप्त करने के लिए गुब्बारे में हीलियम गैस भरकर उसे छोड़ा जाता है।
  • हीलियम और ऑक्सीजन का मिश्रण गहरे समुद्रों में गोताखोरों द्वारा वायु के स्थान पर प्रयोग किया जाता है, क्योंकि अधिक दाब पर हीलियम नाइट्रोजन की अपेक्षा रक्त में कम विलेय होता है।
  • अस्पतालों में दमा के रोगों को कृत्रिम सांस के रूप में हीलियम और ऑक्सीजन गैस का मिश्रण दिया जाता है।
  • द्रव हीलियम का उपयोग निम्न ताप पर प्रयोगों में निम्न तापीय अभिकर्मक के रूप मेँ किया जाता है।


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शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. Magnetic susceptibility of the elements and inorganic compounds, in Handbook of Chemistry and Physics 81st edition, CRC press.

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