अलाउद्दीन आलमशाह

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  • मुहम्मदशाह की मृत्यु के बाद उसका पुत्र अलाउद्दीन, 'अलाउद्दीन आलमशाह' की उपाधि ग्रहण कर सिंहासन पर बैठा।
  • वह आराम पसन्द एवं विलासी प्रवृत्ति का व्यक्ति था।
  • अलाउद्दीन आलमशाह को अपने वज़ीर हमीद ख़ाँ से अनबन होने के कारण दिल्ली छोड़कर बदायूँ में शरण लेनी पड़ी तथा हमीद ख़ाँ ने बहलोल लोदी को दिल्ली आमंत्रित किया।
  • बहलोल लोदी ने दिल्ली आने के कुछ दिन बाद हमीद ख़ाँ की हत्या करवाकर 1450 ई. में दिल्ली प्रशासन को अपने अधिकार में कर लिया।
  • दूसरी तरफ सुल्तान अलाउद्दीन आलमशाह ने अपने को बदायूँ में ही सुरक्षित महसूस किया और वहीं पर 1476 ई. में उसकी मृत्यु हो गई।
  • इस प्रकार लगभग 37 वर्ष के बाद सैय्यद वंश समाप्त हो गया।


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