हुलागू

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हुलागू एक मंगोल सरदार था, जिसका सुल्तान मुहम्मद तुग़लक़ (1325-1351 ई.) ने पहले स्वागत किया था। मुहम्मद तुग़लक़ ने हुलागू को पंजाब में एक जागीर भी प्रदान की थी।

  • 1335 ई. में जब मुहम्मद तुग़लक़ दिल्ली से बाहर गया, तब हुलागू ने बगावत कर दी और स्वयं को स्वतंत्र घोषित कर दिया।
  • बगावत होने पर शीघ्र ही सुल्तान की फ़ौज ने, जिसका नेतृत्व उसका वज़ीर ख़्वाजा जहान कर रहा था, हुलागू को हरा दिया।
  • हुलागू भारत से बाहर भाग जाने में सफल रहा, लेकिन उसके समर्थकों को निर्दयतापूर्वक मार डाला गया।
  • यह बगावत मुहम्मद तुग़लक़ की सल्तनत के टूटने की पहली निशानी थी।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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