शरभंग ऋषि

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव"

रामायणनुसार एक ऋषि जो दक्षिण भारत में रहते थे। वनवास के समय श्रीराम दर्शनार्थ इनके आश्रम पर गये। यह समाचार पा इन्होंने इन्द्र के साथ ब्रह्मलोक न जा राम दर्शन को ही उत्तर्म समझा और श्रीराम के सामने ही योगाग्नि से अपने शरीर को भस्म कर दिव्य धाम को गये थे।[1]



टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. रामचरित-मानस, अरण्य कांड, सर्ग 6.4-8.2

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख