आज़ादी की चाह -जवाहरलाल नेहरू
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आज़ादी की चाह -जवाहरलाल नेहरू
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संपादक | अशोक कुमार शुक्ला |
प्रकाशक | भारतकोश प्रकाशन |
प्रकाशन तिथि | 2014 |
देश | भारत |
पृष्ठ: | 80 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | प्रेरक प्रसंग |
बात उस समय की है जब जवाहरलाल नेहरू एक कार्यक्रम में एक छात्र ने उनसे ऑटोग्राफ लेने के लिए अपनी कॉपी उनकी ओर बढ़ाते हुए कहा,
'इसमें सिग्नेचर कर दीजिए। '
नेहरू जी ने उसमें अपने दस्तखत अंग्रेज़ी में कर दिए। छात्र को पता था कि नेहरूजी आमतौर पर हिन्दी में ही हस्ताक्षर करते हैं। उसने पूछ लिया,
'आप तो हिन्दी में हस्ताक्षर करते हैं। फिर मेरी कॉपी में आपने अंग्रेज़ी में किए, ऐसा क्यों?
नेहरूजी मुस्कराते हुए बोले,
'भाई, तुमने सिग्नेचर करने को बोला था, हस्ताक्षर करने को नहीं।'
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टीका टिप्पणी और संदर्भबाहरी कड़ियाँसंबंधित लेख |
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